राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे को लेकर अभेद्य किले में तब्दील हुआ जमशेदपुर, दूसरे जिलों से मंगाई गई अतिरिक्त फोर्स
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 29 दिसंबर के जमशेदपुर दौरे के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां को अभेद्य किले में ...और पढ़ें

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 29 दिसंबर के दौरे को लेकर जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले को सुरक्षा के लिहाज से एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है।
सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न हो, इसके लिए न केवल स्थानीय पुलिस बल्कि पड़ोसी जिलों से भी बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया है। करनडीह जाहेरथान और एनआइटी आदित्यपुर कैंपस की सुरक्षा का जिम्मा एलीट स्पेशल फोर्सेज ने अपने हाथों में ले लिया है। शुक्रवार से ही इन स्थलों पर बिना अनुमति प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
जमीन से आसमान तक निगरानी
प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मल्टी-लेयर्ड (बहुस्तरीय) बनाया है। जमीन पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती के साथ-साथ आसमान से भी निगरानी रखी जाएगी। खुफिया एजेंसियां और प्रशासनिक अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं।
सरायकेला के उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक मुकेश लुणायत ने एनआइटी कैंपस और आगमन-प्रस्थान मार्गों का संयुक्त निरीक्षण कर सुरक्षा प्रोटोकाल का जायजा लिया है। रूट लाइन में आने वाले सभी बिजली के खंभों, लटकते तारों और निर्माण मलबे को हटाने का सख्त निर्देश दिया गया है।
फैक्ट्रियों की शिफ्ट में बड़ा बदलाव
राष्ट्रपति के दौरे के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने और भीड़भाड़ से बचने के लिए सरायकेला जिला प्रशासन ने औद्योगिक इकाइयों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। श्रम अधीक्षक अविनाश कुमार ठाकुर ने सभी शिफ्ट आधारित फैक्ट्रियों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को 29 दिसंबर के लिए अपने काम के समय में बदलाव करने का निर्देश दिया है।
आदेश के मुताबिक, उस दिन पहली शिफ्ट दोपहर दो बजे के बजाय शाम चार बजे खत्म होगी। वहीं, दूसरी शिफ्ट शाम 4 बजे के बाद ही शुरू की जाएगी। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि सड़कों पर शिफ्ट बदलने के समय होने वाली अफरा-तफरी से बचा जा सके और राष्ट्रपति का कारकेड सुगमता से गुजर सके।
ट्रैफिक पर रहेगी कड़ी सख्ती
29 दिसंबर को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक जिले के कई प्रमुख मार्गों पर यातायात बाधित या प्रतिबंधित रहेगा। रूट डायवर्जन प्लान तैयार कर लिया गया है ताकि आम जनता को कम से कम परेशानी हो। डीसी ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा और प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ जीरो टालरेंस' की नीति अपनाई जाएगी।
सभी थाना प्रभारियों को अपने इलाकों में लावारिस वाहनों और संदिग्ध वस्तुओं की सघन जांच करने का आदेश दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस बलों को संवेदनशील स्थानों और चौराहों पर तैनात किया जाएगा ताकि कानून-व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।