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    Jharkhand News : शराब दुकानों पर लगा ताला तो शराबियों ने अवैध मयखाने की ओर किया रुख

    By Jitendra SinghEdited By:
    Updated: Wed, 04 May 2022 03:30 PM (IST)

    Jharkhand News सबसे अधिक बर्मामाइंस हरिजन बस्ती बागबेड़ा के नया बस्ती सीतारामडेरा के भालूबासा मानगो और एमजीएम थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजकीय मार्ग ...और पढ़ें

    Jharkhand News : शराब दुकानों पर लगा ताला तो शराबियों ने अवैध मयखाने की ओर किया रुख

    जमशेदपुर : झारखंड सरकार की नई शराब नीति लागू होने के कारण पूर्वी सिंहभूम जिले में 30 अप्रैल के बाद से 60 प्रतिशत शराब की दुकानें बंद है जिससे शराब के शौकीन शराब के लिए दुकान-दुकान भटक रहे है। वहीं दुकान बंद होने का फायदा अवैध शराब अड्डा संचालित करने वालों के अड्डे पर भीड़ लग रही है।

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    बस्ती इलाकों के अवैध मयखानों पर भीड़

    सबसे अधिक बर्मामाइंस हरिजन बस्ती, बागबेड़ा के नया बस्ती, सीतारामडेरा के भालूबासा, मानगो और एमजीएम थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजकीय मार्ग संख्या 33 जो टाटा-रांची मार्ग को जोड़ती है। ढ़ाबों और होटलों में शराब पीने के शौकीनों की भीड़ लग रही है। बेचने वाले मुंहमांगे दाम वसूल रहे है।

    शराब दुकान में जो शराब की बोतल बंद होने के पहले 700 रुपये में उपलब्ध होती थी। अवैध अड्डों पर एक हजार रुपये में बेची जा रही है। बीयर 150 की जगह 210 में उपलब्ध कराई जा रही है। बस्ती इलाकों में बिक्री के लिए लोगों की श्रृंखला बनी हुई है। सबकुछ सिस्टम में चल रहा है। पूर्वी सिंहभूम जिले में 100 से अधिक शराब दुकान के काउंटर थे। 30 अप्रैल के बाद से मात्र 30 दुकानें ही संचालित हो रही है।

    दो मई से बंद है शराब की बिक्री

    झारखंड में यह पहली बार है जब प्रशासनिक विफलता के चलते शराब की बिक्री नहीं हो सकी। एक मई को प्रशासन ने अपनी सुविधा के लिए ड्राई डे घोषित किया था। दो मई को टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने से पूरे राज्य में शराब की बिक्री बंद रही। तीन मई को भी आशंका है कि कुछ जिलों में टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने से दुकानें बंद रहें।

    अब सरकार बेचेगी शराब

    बहरहाल, राज्य में नई उत्पाद नीति के तहत शराब की बिक्री सरकार के माध्यम से होनी है। इसके लिए राज्य में शराब की सभी दुकानों में मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए दस जोन में प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से मैनपावर उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए टेंडर दो-दो बार निकल चुका है, लेकिन अब तक केवल चार प्लेसमेंट एजेंसियां ही सामने आई हैं।

    इन्हीं चारों प्लेसमेंट एजेसियों को पूरे राज्य में मैनपावर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है। बैंक गारंटी नहीं देने से इन कंपनियों के साथ सोमवार को एकरारनामा नहीं होने से दुकानें नहीं खुलीं। अब 16 जिलों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जहां मंगलवार से दुकानें खुलेंगी।