विजय हजारे ट्रॉफी: झारखंड ने तमिलनाडु को 9 विकेट से रौंदा, उत्कर्ष-शिखर की जोड़ी ने लिखी जीत की कहानी
विजय हजारे ट्रॉफी के अहम मुकाबले में झारखंड ने तमिलनाडु को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी। अहमदाबाद में खेले गए इस मैच में झारखंड के गेंदबाजों ने तमिलनाडु ...और पढ़ें

उत्कर्ष
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। साल 2025 का अंतिम दिन झारखंड क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक और यादगार बन गया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी (एलीट ग्रुप ए) के अहम मुकाबले में झारखंड ने घरेलू क्रिकेट की दिग्गज टीम तमिलनाडु को नौ विकेट से करारी शिकस्त देकर अपनी दावेदारी मजबूत कर ली।
गेंदबाजों ने किया शानदार आगाज
इस शानदार जीत के साथ झारखंड को चार बहुमूल्य अंक मिले, जिससे नाकआउट चरण में पहुंचने की उम्मीदें और प्रबल हो गई हैं। झारखंड के कप्तान कुमार कुशाग्र ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का साहसिक फैसला लिया, जिसे गेंदबाजों ने पूरी तरह सही साबित किया।
झारखंड के गेंदबाजों ने तमिलनाडु की मजबूत बल्लेबाजी को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। स्पिनर शुभम कुमार सिंह ने अपनी शानदार गेंदबाजी से तमिलनाडु के बल्लेबाजों को बांधकर रखा। उन्होंने सात ओवर में 53 रन देकर चार अहम विकेट झटके।
इसके अलावा एस. एस. मिश्रा ने भी कसी हुई गेंदबाजी करते हुए दो विकेट हासिल किए। तमिलनाडु की ओर से प्रदोष रंजन पाल (49) और बाबा इंद्रजीत (48) ने संघर्ष जरूर किया, लेकिन बाकी बल्लेबाज झारखंड के अनुशासित आक्रमण के सामने टिक नहीं सके।
उत्कर्ष और शिखर की ऐतिहासिक साझेदारी
तमिलनाडु की पूरी टीम 45 ओवर में 243 रन पर सिमट गई। 244 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी झारखंड की टीम ने आक्रामक और संयमित बल्लेबाजी का शानदार नमूना पेश किया।
सलामी बल्लेबाज उत्कर्ष सिंह और शिखर मोहन ने पहले विकेट के लिए 201 रन की रिकॉर्ड साझेदारी कर मुकाबले को एकतरफा बना दिया।
प्लेयर ऑफ द मैच उत्कर्ष सिंह ने बेहतरीन फॉर्म दिखाते हुए 120 गेंदों में 13 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 123 रन बनाए।
प्लेयर ऑफ द मैच उत्कर्ष सिंह ने बेहतरीन फॉर्म दिखाते हुए 120 गेंदों में 13 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 123 रन बनाए।
आसान जीत, मजबूत हुई स्थिति
वहीं शिखर मोहन ने भी जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए 108 गेंदों में 90 रन (9 चौके) जड़े। शिखर मोहन के आउट होने के बाद विराट सिंह (नाबाद 20) ने उत्कर्ष का साथ निभाया और झारखंड ने 41वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
यह जीत इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि तमिलनाडु घरेलू क्रिकेट की सबसे मजबूत टीमों में शामिल है। इस जीत से मिले आत्मविश्वास के साथ झारखंड की टीम अब नए साल में नाकआउट की दौड़ में पूरी मजबूती से आगे बढ़ेगी।

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