सूडा का निर्देश : सिंगल यूज प्लास्टिक पर सख्ती के लिए अब हर महीने चलेगा जांच अभियान
सूडा ने जमशेदपुर सहित झारखंड में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। अब नगर निकायों को नियमित और निरंतर अभियान चला ...और पढ़ें

फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। झारखंड समेत जमशेदपुर में प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए सरकार ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है। राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) ने जमशेदपुर अक्षेस (जेएनएसी), मानगो नगर निगम, जुगसलाई नगर परिषद सहित राज्य के सभी नगर निकायों को निर्देश दिया है कि प्लास्टिक के खिलाफ अब अभियान औपचारिक नहीं, बल्कि निरंतर और नियमित रूप से चलाया जाए।
इसके साथ प्रत्येक माह की गई कार्रवाई की अनुपालन रिपोर्ट मुख्यालय को भेजना अनिवार्य कर दिया गया है। इस संबंध में सूडा की उप निदेशक ज्योत्सना सिंह ने सभी नगर निकायों के प्रशासकों को पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाने के लिए अब किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरंतर जांच अभियान और पुलिस सहयोग
सूडा द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक और अन्य प्रतिबंधित प्लास्टिक सामग्री के खिलाफ एनफोर्समेंट ड्राइव लगातार चलाई जा रही है। अब नगर निकायों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे हर महीने जांच अभियान चलाएं और उसे प्रभावी बनाएं।
अभियान के दौरान यदि आवश्यकता हो तो जिला प्रशासन और पुलिस बल का सहयोग लेने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि कार्रवाई में किसी प्रकार की बाधा न आए। इसके तहत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 के अंतर्गत दोषी दुकानदारों, फेरीवालों और संस्थानों से जुर्माना वसूलने के साथ-साथ प्रतिबंधित प्लास्टिक सामग्री की जब्ती की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
प्लास्टिक के विकल्पों को बढ़ावा देने पर जोर
सूडा ने यह भी स्पष्ट किया है कि अभियान के दौरान की गई हर कार्रवाई का विस्तृत रिकॉर्ड और अभिलेख सुरक्षित रखा जाए। सरकार ने साफ किया है कि केवल दंडात्मक कार्रवाई ही पर्याप्त नहीं है।
इसके साथ-साथ प्लास्टिक के विकल्पों को बढ़ावा देना भी इस अभियान का अहम हिस्सा होगा। उप निदेशक ने एक अलग पत्र के माध्यम से नगर निकायों को निर्देश दिया है कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक के उन्मूलन के लिए जागरूकता और वैकल्पिक व्यवस्था को प्राथमिकता दें।
जागरूकता अभियान भी होंगे तेज
इसके तहत स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा गया है। निकाय क्षेत्रों में एसएचजी के माध्यम से कपड़े और कागज के थैले तथा बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग सामग्री के निर्माण और आपूर्ति को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इससे जहां पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा, वहीं स्थानीय स्तर पर महिलाओं और समूहों की आजीविका भी सुदृढ़ होगी। साथ ही नगर निकायों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, बाजारों, हाट-बाजार और भीड़भाड़ वाले इलाकों में होर्डिंग, बैनर और पोस्टर लगाकर नागरिकों, दुकानदारों और फेरीवालों को सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध की जानकारी दें।
हर महीने देनी होगी एक्शन टेकन रिपोर्ट
इसका उद्देश्य लोगों को नियमों के प्रति जागरूक कर स्वैच्छिक सहयोग हासिल करना है। सूडा ने इस अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सभी नगर निकायों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में की गई कार्रवाई, जब्ती, जुर्माना और जागरूकता अभियानों की एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) हर महीने सूडा और झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) को ईमेल के माध्यम से भेजें।
इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि आदेशों का अनुपालन जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से हो रहा है। शहर के विभिन्न निकाय समय-समय पर प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाते रहे हैं।
हालिया अभियानों की स्थिति
जुगसलाई नगर परिषद ने दिसंबर माह में चलाए गए अभियान में करीब सात किलो प्लास्टिक जब्त कर 2,500 रुपये का जुर्माना वसूला था। इससे पहले अक्टूबर माह में भी वहां 1,800 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।
जमशेदपुर अक्षेस (जेएनएसी) ने साकची और बिष्टुपुर बाजार में जुलाई माह में अभियान चलाकर करीब 55,000 रुपये जुर्माना वसूला था। मानगो नगर निगम क्षेत्र में भी डिमना रोड और आसपास के इलाकों में जांच अभियान चलाकर जुर्माने की कार्रवाई की जाती रही है।

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