रामदास सोरेन के गांव में छाई उदासी, अपने 'माझी बाबा' की सलामती के लिए पूजा-अर्चना कर रहे लोग
झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ब्रेन हेमरेज के बाद दिल्ली के अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके पैतृक गांव घोड़ाबांधा में शोक की लहर है और ग्रामीण उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए जाहेरथान में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। कार्यकर्ता और ग्रामीण सभी उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। उम्मीद की एक टिमटिमाती लौ के सहारे हजारों आंखें दिल्ली की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन शनिवार को हुए ब्रेन हेमरेज के बाद जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है और वे कौमा में हैं।
जैसे ही यह खबर उनके पैतृक गांव घोड़ाबांधा पहुंची, मानो वहां की हवाओं में उदासी घुल गई। अपने प्रिय नेता के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए पूरा गांव जाहेरथान में पूजा-अर्चना के लिए जुट गया। बताते चलें कि रामदास सोरेन गांव के माझी बाबा और नायके (पुजारी) भी हैं।
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम उनके उपचार में लगी है, वहीं सैकड़ों किलोमीटर दूर जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित उनके आवास पर सन्नाटा पसरा हुआ है। रविवार को यहां कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा। हर कोई अपने नेता की सलामती की खबर के लिए बेचैन दिखा।
सबकी जुबान पर एक ही सवाल था- ''दादा कैसे हैं?'' कार्यकर्ताओं का दर्द उनके चेहरों पर साफ झलक रहा था। एक कार्यकर्ता, प्रकाश सहाय ने भारी मन से कहा कि उनका पूरा जीवन दादा के संघर्षों को देखते हुए बीता है और आज उन्हें इस हाल में देखकर दिल बैठा जा रहा है।
पूजा-पाठ कर मांगी सलामती की दुआ
यह पीड़ा सिर्फ कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे घोड़ाबांधा गांव का यही हाल है। रामदास सोरेन का इस गांव से गहरा और आत्मीय रिश्ता है, वे यहां के माझी बाबा (ग्राम प्रधान) और नायके भी हैं। यही वजह है कि रविवार को गांव के बड़े-बुजुर्ग, युवा और महिलाएं, सभी अपने पारंपरिक पूजा स्थल जाहेरथान पर एकत्र हुए।
उन्होंने अपने आराध्य, मारंग बुरु और जाहेर आयो की विधि-विधान से पूजा कर अपने नेता के जीवन की कामना की। हवा में घुली अगरबत्ती की सुगंध और प्रार्थना के स्वर गांव वालों की अपने नेता के प्रति गहरी आस्था और जुड़ाव को बयां कर रहे थे।
चेन्नई से दिल्ली पहुंची डॉक्टरों की टीम
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने बताया है कि सोरेन की हालत अत्यंत गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली (लाइफ सपोर्ट) पर रखा गया है। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रविवार को चेन्नई से भी डाक्टरों की एक टीम दिल्ली पहुंची और उनके स्वास्थ्य का जायजा लिया।
शनिवार तड़के अपने आवास के बाथरूम में गिरने के बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था। जिसके बाद उन्हें पहले टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली स्थानांतरित किया गया।
इस मुश्किल घड़ी में, जहां एक ओर चिकित्सा विज्ञान अपना काम कर रहा है, वहीं दूसरी ओर उनके समर्थकों और ग्रामवासियों की दुआओं और प्रार्थनाओं का दौर भी अनवरत जारी है। सभी को उम्मीद है कि उनका प्रिय नेता इस जंग को भी जीतेंगे और जल्द स्वस्थ होकर उनके बीच लौटेंगे।
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