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    Road Accident: दर्दनाक! 10 साल पहले सड़क हादसे में बेटे की गई थी जान; अब डंपर से माता-पिता की मौत

    Updated: Sun, 16 Feb 2025 04:20 PM (IST)

    जमशेदपुर में चाईबासा बस स्टैंड के पास शनिवार की रात एक बेहद ही दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। डंपर की चपेट में आने से बाइक सवार दंपती की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने इस हादसे के बाद सड़क को जाम कर दिया। जाम खुलवाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

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    सड़क हादसे में दंपती की मौत (सांकेतिक फोटो)

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटानगर स्टेशन के नजदीक चाईबासा बस स्टैंड के पास शनिवार रात दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। डंपर की चपेट में आने से बाइक सवार दंपती की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रमथनगर निवासी देवाशीष चौधरी और उनकी पत्नी नुपूर चौधरी के रूप में हुई है।

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    हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

    नो एंट्री में दौड़ता डंपर बना काल

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब आठ बजे दंपती बाइक से घर लौट रहे थे। उसी समय नो एंट्री के बावजूद एक डंपर तेज गति से आया और पीछे से बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों का सिर अलग हो गया।

    हेलमेट पहनने के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी। दुर्घटना के बाद चालक डंपर छोड़कर भागने लगा, तभी लोगों ने दौड़ा कर उसे पकड़ा। लोगों ने ड्राइवर को पुलिस के हवाले कर दिया।

    बेटे को पहले ही खो चुकी थी मां 

    मृतक दंपती के परिवार में 20 साल की एक बेटी है। उनका एक बेटा भी था, जिसकी 10 साल पहले एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उस हादसे में नुपूर भी बेटे के साथ बाइक पर थी और गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। देवाशीष टाटा मोटर्स से सेवानिवृत्त थे।

    तीन घंटे तक हंगामा, पुलिस से धक्का-मुक्की

    घटना के बाद प्रमथनगर के स्थानीय लोग उग्र हो गए और सड़क पर उतर आए। टाटा हाता मार्ग पर करीब तीन घंटे तक जाम लग गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई। स्थिति बेकाबू होती देख पुलिस ने 40-50 जवानों को मौके पर बुलाया और बाद में क्विक रिस्पांस टीम को भी तैनात किया। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिससे भीड़ तितर-बितर हो गई। 

    प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल

    स्थानीय लोगों का कहना है कि नो एंट्री में भारी वाहनों की आवाजाही जारी है, जिससे लगातार हादसे हो रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही के कारण निर्दोष लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। इस सड़क पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

    तीन घंटे बाद सामान्य हुआ यातायात

    पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद करीब तीन घंटे बाद सड़क से जाम हटा और यातायात सामान्य हुआ। हालांकि, इस हादसे ने एक बार फिर शहर में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और प्रशासन की उदासीनता को उजागर कर दिया है।

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