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    Yoga Tips : कम समय में सेहत और खूबसूरती बनाए रखना है तो करें सर्वांगासन

    By Rakesh RanjanEdited By:
    Updated: Sun, 31 Oct 2021 11:49 AM (IST)

    Yoga Tips पहले आप अपनी पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद एक साथ अपने पैरों कूल्हे और फिर कमर को उठाएं। इस दौरान आपका सारा भार आपके कंधों पर आ जाएगा। अपनी पीठ को अपने हाथों से सहारा दें।

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    सर्वांगासन करती झारखंड के जमशेदपुर की योग गुरु श्वेता पाठक।

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आप अपने शरीर को सेहतमंद और खूबसूरत बनाए रखना चाहते हैं तो सर्वांगासन योग करें। अच्छी सेहत के लिए नियमित रूप से सर्वांगासन करने से तन-मन स्वस्थ रहता है। अगर आपके पास समय नहीं है तो केवल सर्वांगासन करके भी अपनी सेहत सुधारने के साथ अपने रूप भी निखार सकती हैं। सर्वांगासन करने के तरीके और उसके लाभ के बारे में जानिए योग एक्सपर्ट श्वेता पाठक से।

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    श्वेता पाठक कहती हैं कि योगासनों का लाभ और उसका महत्व किसी से छिपा नहीं है। महिलाओं के लिए योग का महत्व और भी अधिक होता है, क्योंकि पुरुषों की तुलना में उन्हें अधिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए योग एक्सपर्ट श्वेता पाठक के मोबाइल नंबर 8445566141 पर संपर्क कर सकते हैं।

    सर्वांगासन करने का तरीका

    इस आसन को करने के लिए पहले आप अपनी पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद एक साथ अपने पैरों, कूल्हे और फिर कमर को उठाएं। इस दौरान आपका सारा भार आपके कंधों पर आ जाएगा। अपनी पीठ को अपने हाथों से सहारा दें। अब अपनी कोहनियों को पास में ले आएं। हाथों को पीठ के साथ रखें, कंधों को सहारा देती रहें। कोहनियों को जमीन पर दबाते हुए और हाथों को कमर पर रखते हुए, अपनी कमर और पैरों को सीधा रखें। इस दौरान आपको ध्यान रखना होगा कि आपके शरीर का पूरा भार आपके कंधों और हाथों के ऊपरी हिस्से पर हो। यदि गर्दन में तनाव महसूस हो रहा है तो आसन से बाहर आ जाएं। इस आसन के दौरान लंबी गहरी सांसें लेती रहें और 30-60 सेकेंड तक आसन में ही रहें।

    सर्वांगासन करने से लाभ ही लाभ

    सर्वांगासन करने से थाइरॉयड ग्रंथि पर दबाव बनने लगता है, जिससे ग्रंथि ठीक से काम करने लगती है। लगातार इस आसन का अभ्यास करने से थाइरॉयड की समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाती है। इस आसन से पेट पर भी जोर पड़ता है, जिससे पेट की सभी आंतरिक अंग सही तरह से काम करने लगते हैं, जिसकी वजह से बांझपन और गर्भपात जैसी समस्याएं दूर होती हैं। बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने के कारण मासिक धर्म संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। साथ ही थकान और दुर्बलता को दूर करने में भी यह आसन बेहद लाभकारी है इस आसन से मस्तिष्क में रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर तरीके से होता है। जिसके कारण हेयर लॉस की समस्या दूर होती है और मानसिक तनाव भी काफी हद तक कम होता है। इस आसन को करने से त्वचा की रंगत निखरने लगती है। यह एक तरह का एंटी-एजिंग और एंटी-रिंकल फार्मूला है। इसे करने से फेस पर कील-मुहांसे नहीं होते और झुर्रियां भी नहीं पड़तीं।