बाढ़ प्रभावित घाटाल की भावुक तस्वीर: केले के बेड़े पर श्मशान पहुंचा शव, रोता रहा पूर्व काउंसलर का परिवार
पश्चिम मेदिनीपुर के घाटाल में जलभराव के कारण एक परिवार को केले के बेड़े पर शव को श्मशान घाट ले जाना पड़ा। पूर्व पार्षद की पत्नी के निधन के बाद क्षेत्र में बाढ़ के कारण कोई वाहन नहीं पहुंच सका। इस घटना ने घाटाल शहर की दुर्दशा को उजागर किया है. जहां हर साल बारिश में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।

संवाद सूत्र, खड़गपुर। पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत घाटाल नगरपालिका के 9 नंबर वार्ड के पूर्व काउंसलर कानाईलाल चौधरी की पत्नी का रविवार को निधन हो गया, लेकिन चारों ओर जलभराव के कारण कोई वाहन या एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाया। जिससे परिवार को शव को केले के बेड़े पर बांधकर डिंगी की मदद से श्मशान ले जाना पड़ा।
इस घटना के जरिए एक महीने से अधिक समय से लगातार बारिश के कारण जलमग्न घाटाल शहर की दुर्दशा इंटरनेट मीडिया पर फिर से वायरल हो गई है। वायरल हुई तस्वीर में देखा जा सकता है कि शव केले के बेड़े पर श्मशान की ओर ले जाया जा रहा है। परिवार के सदस्य रोते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इससे घाटाल के लोग फिर से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि हर साल बारिश में शहर डूब जाता है। लोगों की सामान्य जिंदगी अस्त-व्यस्त हो जाती है। बाजार से अस्पताल, स्कूल से श्मशान तक सब कुछ पानी में डूब जाता है। वहीं, जो लोग वादे करते हैं, वे चुनाव के समय के अलावा कभी वापस नहीं देखते।
टीएमसी की घाटाल सांगठनिक जिला समिति के अध्यक्ष व विधायक अजीत माईती ने कहा कि कुछ जगहों पर इस तरह शव ले जाना परंपरा है। इस पर व्यर्थ का विवाद खड़ा करने की कोशिश हो रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।