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    Jharkhand News: जमशेदपुर में डेंगू से हाहाकार, 11 हजार घरों में मिला लार्वा; विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 11:18 AM (IST)

    Jamshedpur में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है शनिवार को चार नए संदिग्ध मरीज मिले हैं। एमजीएम लैब की रिपोर्ट में दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है जिनमें से एक की मौत हो चुकी है। पूर्वी सिंहभूम में अब तक 23 मामले सामने आए हैं। हाउस इंडेक्स 4.1 तक पहुंच गया है जो चिंताजनक है। स्वास्थ्य विभाग की फागिंग गतिविधियां कमजोर हैं।

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    11 हजार से अधिक घरों में मिला डेंगू का लार्वा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर में डेंगू का प्रकोप लगातार तेज हो रहा है। शनिवार को डेंगू के चार नए संदिग्ध मरीज मिले हैं, जो गोविंदपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों से हैं। इन सभी का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में किया जा रहा है। वहीं, एमजीएम के लैब से आई रिपोर्ट में दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई।

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    इनमें से एक मरीज की मौत पहले ही हो चुकी थी, जिसके नमूने को जांच के लिए भेजा गया था। दूसरे मरीज का इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है और उसकी स्थिति सामान्य है। अब तक पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू के कुल 23 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।

    वहीं, हाउस इंडेक्स (घर आधारित संक्रमण मापक) 4.1 तक पहुंच गया है, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की तय सीमा 1 प्रतिशत से कहीं अधिक है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।

    संक्रमण की रफ्तार तेज

    स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अब तक जिले में कुल 2 लाख 78 हजार 816 घरों की जांच की जा चुकी है, जिसमें से 11,306 घरों में डेंगू मच्छरों के लार्वा पाए गए। लेकिन इसके बावजूद विभाग की फागिंग गतिविधियां बेहद कमजोर हैं।

    सिर्फ 795 जगहों पर ही फागिंग की गई है। इतना ही नहीं, अब तक सिर्फ 3 लोगों पर जुर्माना लगाया गया है, जो प्रशासन की लचर कार्रवाई को उजागर करता है।

    इलाज की स्थिति क्या है?

    वर्तमान में जिले के अस्पतालों में कुल 3 डेंगू मरीज भर्ती हैं। अच्छी बात यह है कि इनमें कोई भी मरीज आईसीयू में नहीं है। सभी सामान्य वार्ड पर भर्ती हैं। 2 अगस्त को न तो कोई नया मरीज भर्ती हुआ और न ही किसी को छुट्टी दी गई।

    कहां क्या स्थिति?

    • जुस्को क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित : 275 घरों में संक्रमण।
    • टेल्को और छोटा गोविंदपुर हाट स्पाट के रूप में हो रहा विकसित।
    • चाकुलिया, जुगसलाई, टेल्को में रोकथाम कार्य अपेक्षाकृत कम।

    महामारी बन सकता है डेंगू

    स्वास्थ्य विशेषज्ञों का स्पष्ट मानना है कि यदि प्रशासन ने फागिंग, लार्वा नियंत्रण और दंडात्मक कार्रवाई में तेजी नहीं लाई, तो डेंगू आने वाले दिनों में जिले में महामारी का रूप ले सकता है।

    चिकित्सकों ने यह भी कहा है कि जिन क्षेत्रों में हाउस इंडेक्स 4.1 तक पहुंच चुका है, वहां विशेष अभियान चलाना अत्यंत आवश्यक है।