महिलाओं को स्वावलंबी बनाएगा मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शीघ्र ही मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड का गठन किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार की मान्यता है कि आधी आबादी को स्वावलंबी बनाकर ही राज्य का वास्तविक विकास होगा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शीघ्र ही मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसके माध्यम से जिला, प्रखंड व ग्राम स्तर तक महिलाओं को आजीविका का संबल प्राप्त होगा, वे आत्मनिर्भर बनेंगी। उन्होंने कहा कि बालक-बालिका में भेदभाव ना करें। बच्चियों को शिक्षित बनाएं। मुख्यमंत्री ने यह बातें रविवार को बारीडीह बस्ती में छठ घाट व पार्क के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य से गरीबी के दंश को मिटाने के लिए शिक्षा एक महत्वपूर्ण औजार है, यह विकास की धुरी है। युवाओं को शिक्षित-प्रशिक्षित कर हुनरमंद बनाकर आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से इस वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार ने कौशल विकास के लिए 700 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि झारखंडवासियों को पलायन से रोकने और राज्य में ही रोजगार देने की सरकार की प्रतिबद्धता है। मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड के अंतर्गत राज्य के 32,000 गांवों में 'उद्यमी सखी मंडल' की परिकल्पना की गई है।
प्रत्येक गांव से 15 उद्यमी सखी को संगठित किया जाएगा। कुल 4,80,000 महिलाओं को 'उद्यमी सखी' के नाम से जाना जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के बाद शहरी क्षेत्र के गरीब क्षेत्र की महिलाओं को भी इससे जोड़कर उन्हें हुनरमंद बनाया जाएगा। सरकार के विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होकर युवक-युवतियां स्वयं जीविकोपार्जन करने के साथ-साथ अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकते हैं। कौशल विकास के तहत किए जा रहे कायरें को मुद्रा योजना या केंद्र सरकार के स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम के तहत अन्य लाभ दिए जा सकते हैं। स्टार्टअप से जुड़कर नौकरी देने वाले बनने का आह्वान मुख्यमंत्री ने उपस्थित जन समुदाय से किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के अंतर्गत सिलाई में प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को स्वरोजगार हेतु सिलाई मशीन वितरित किए तथा ब्यूटीशियन-किट का भी वितरण किया साथ ही जीरो-ड्रॉपआउट घोषित पंचायतों के मुखिया को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इनसे प्रेरणा लेते हुए अपने-अपने पंचायत को जीरो-ड्रापआउट बनाने की दिशा में कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्र के मुखिया जमीनी स्तर पर लाने में भूमिका अदा करें और अपने गांव-पंचायत में विकास ही इबारत लिखें। लोगों ने जिस उम्मीद पर आपको भेजा है उन जनाकांक्षाओं के लिए ईमानदारी के साथ काम करें। जागरूकता फैलाने का काम भी जन-आंदोलन के रूप में करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया।
रघुवर दास ने कहा कि प्रभातफेरी जैसे माध्यमों से लोगों को जागरूक करें। डायन-बिसाही जैसी सामाजिक कुरीति से निर्दोष महिलाओं की हत्या पर रोक लगाने के लिए प्रचार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवाओं के सौष्ठव से स्वस्थ झारखंड का निर्माण होगा। इसके लिए राज्य के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में भी जिम की स्थापना की गई है। इसके साथ ही जुलाई से राज्य भर में दो करोड़ पौधे लगाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की।

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