SDM Case: पत्नी को जलाकर मारने का आरोप...एसडीएम के खिलाफ शुरू हुआ अभियान, ट्रांसफर के बाद लोगों ने कर दी अलग मांग
हजारीबाग एसडीएम अशोक कुमार पर अपनी पत्नी अनीता देवी को जलाने का आरोप है। सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया है लेकिन लोग इसे नाकाफी मानते हैं। सोशल मीडिया पर न्याय की मांग को लेकर अभियान चल रहा है। सांसद विधायक से लेकर आम लोग तक इस अभियान में शामिल हैं। लोग गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, हजारीबाग। अपनी पत्नी अनीता कुमारी को जलाने के आरोपित हजारीबाग एसडीएम अशोक कुमार को सरकार के द्वारा पद से हटाने के यहां के लोग नाकाफी मानते हैं। अनीता देवी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सड़क से लेकर इंटरनेट मीडिया तक अभियान चल रहा है।
सांसद, विधायक से लेकर आम लोग तक इस अभियान के हिस्सा हैं और लगातार इसे मुदे पर पोस्ट कर रहे हैं। सांसद मनीष जायसवाल तो एक-एक घटना क्रम को लगातार पोस्ट के माध्यम से रख रहे हैं। एसआइटी के गठन और एसडीएम को हटाने जाने पर पोस्ट करते हैं न्याय होगा।
कई पोस्ट में गिरफ़्तारी की मांग
पीड़ित परिवार को इंसाफ जरूर मिलेगा। विधायक प्रदीप प्रसाद भी सड़क से लेकर इंटरनेट मीडिया पर लगातार सक्रिय है। कई पोस्टों मे उन्होंने एसडीएम की गिरफ्तारी की मांग की है। वही एक पोस्ट में अर्जुन सोनी लिखते हैं कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते है, जल्द होंगे हिरासत में। हजारीबाग की जनता मांग रही इंसाफ।
ऐसे सैकड़ों पोस्ट फेसबुक वाल पर भरे पड़े हैं। विशेषकर लोग सरकार के द्वारा कार्रवाई में देरी पर भी लगातार सवाल उठा रहे हैं। एक तो घटना के चार दिन बाद एसडीएम को यहां से हटाया गया। लेकिन, कार्रवाई के नाम पर सिर्फ ट्रांसफर कतई सही नही है।
अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण देने का आरोप
- अधिवक्ता इंद्र कुमार पंडित अपने लंबे पोस्ट में लिखते हैं कि अपनी पत्नी को आग में जलाकर मार डालने के आरोपित को ट्रांसफर कर सरकार अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण देने का काम कर रही है।
- सरकार को अशोक कुमार को निलंबित करते हुए तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। ताकि अनीता कुमारी को न्याय मिल सके।
- वहीं, कई पोस्ट में तो उस महिला का भी जिक्र किया गया है, जिससे अशोक कुमार पर अवैध संबंध रखने का आराेप लगा है। कुछ लोगों ने उसे गिरिडीह जिले का बताते हुए उस पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एसडीएम के बच्चों का बयान कलमबद्ध
एसडीएम अशोक कुमार की पत्नी की हत्या हुई है या फिर उसने आत्महत्या की है, इसकी गुत्थी सुलझाने को लेकर पुलिस की टीम लगातार अनुसंधान कर रही है।
पुलिस ने मंगलवार को आरोग्यम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गंभीर रुप से झुलसी अनीता कुमारी का इलाज करने वाले चिकित्सक और सहायकों से पूछताछ की और अनीता कुमारी द्वारा कहे गए शब्द और उसकी स्थिति के बारे में जानकारी ली।
अनुसंधानकर्ता ने अस्पताल में घायल की पहुंचने से लेकर रेफर किए जाने के दौरान के हर गतिविधि की जानकारी चिकित्सक से मांगी। सीसीटीवी फुटेज को देखा और अस्पताल लेकर आने वालों से संबंध में जानकारी भी मांगी।
वहीं दूसरी ओर बाल कल्याण समिति का भी हजारीबाग की पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाने के लिए सहयोग ली है। दो सदस्यीय दल ने एसडीएम के बच्चों से घटना के संबंध में जानकारी ली है और उसका बयान कलमबद्ध किया है।
दो सदस्यीय दल कविता मित्रा के नेतृत्व में बच्चों से बातचीत की और पूरे घटना पर उनके विचार, घटना के कारण और घटना की जानकारी ली। बाल कल्याण समिति से संबंधित जानकारी पर विश्वास करे तो टीम ने एसडीएम के बड़े बच्चे से पूछताछ की।
नानी घर चले गए है बच्चे, जो नहीं था उसका नाम भी देने से नाराज है अन्य लोग
जानकारी के अनुसार घटना के बाद दोनों बच्चों को उनके दादा की जगह नाना नानी के घर भेज दिया गया है। बच्चों को लेकर भी इंटरनेट मीडिया पर तरह तरह की अफवाहें फैलाई जा रही है। बावजूद इसके पुलिस हर गतिविधि को जांच में शामिल की है।
दादा और एसडीएम के बयान में विरोधाभास को लेकर भी लोग नाराजगी व्यक्त कर रहे है। लोगों की मानें तो प्राथमिकी में अशोक कुमार के छोटे भाई और उसकी पत्नी को आरोपित बनाया गया है।
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