पत्नी को जलाकर मारने का आरोप, कागज पर फरार पूर्व SDM का विभाग में पहुंचा छुट्टी का आवेदन; पढ़िए क्या है पूरा मामला
कागज पर फरार चल रहे पूर्व एसडीएम अशोक कुमार अब भी सरकारी कार्यालयों में छुट्टी के लिए आवेदन दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने 26 जनवरी से 26 मार्च तक इलाज के लिए अवकाश मांगा है। इससे पहले भी उन्होंने पत्नी के श्राद्धकर्म और इलाज के लिए छुट्टी ली थी। उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है और पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट भी लिया है।

विकास कुमार, हजारीबाग। पत्नी अनीता की हत्या के बाद फरार चल रहे आरोपी पूर्व एसडीएम अशोक कुमार अब भी सरकारी कार्यालयों में छुट्टी के आवेदन दे रहे हैं।
इस संबंध में ताजा मामला 25 जनवरी को सामने आया है, जब उन्होंने कार्मिक विभाग में इलाज के लिए 26 जनवरी से 26 मार्च तक अवकाश मांगा।
इसमें उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने पहले पत्नी के श्राद्धकर्म और इलाज के लिए भी अवकाश लिया था। यह पूरा खेल अपने आप को गिरफ्तारी से बचाने के लिए खेला जा रहा है।
हाल में उनकी हजारीबाग कोर्ट से जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है। साथ ही पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट भी लिया है।
31 दिसंबर से 25 जनवरी तक लिया था अवकाश
हालांकि, यह दिलचस्प है कि जब उनकी पत्नी अनीता देवी का श्राद्धकर्म हुआ था, जिसमें वह शामिल तक नहीं हुए थे। अशोक कुमार ने 31 दिसंबर से 25 जनवरी तक अवकाश लिया था।
अब 25 जनवरी को अवकाश समाप्त होने से पहले ही उन्होंने अपना छुट्टी का आवेदन फिर से मार्च तक बढ़वा लिया।
इस बीच, पुलिस एसडीएम के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन असल में पुलिस कार्रवाई केवल कागजों तक सीमित है।
पूर्व एसडीएम के परिवार पर भी लगा आरोप
अनीता देवी के निधन के बाद परिवार ने एफआईआर दर्ज कराया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके जलने की घटना में अशोक कुमार और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे।
इसके बाद उनके साले राजू कुमार गुप्ता ने एफआइआर दर्ज करवाई थी। इन घटना में पुलिस प्रशासन का आरोप है कि उन्होंने सिर्फ आईवाश का काम किया है और कार्रवाई में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
ज्ञात हो कि सदर एसडीओ की पत्नी अनीता देवी 26 दिसंबर की सुबह जल गई थी। उन्हें लगभग 7:30 बजे आरोग्यम हॉस्पिटल ले जाया गया था। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बोकारो जनरल हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया था।
27 दिसंबर को पत्नी ने तोड़ा था दम
- यहां चिकित्सकों ने बताया था कि वह 65 फीसद जल गई है। जहां से रांची रेफर कर दिया गया था, फिर अनीता देवी को रांची के देवकमल हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। जहां 27 दिसंबर की रात वह दम तोड़ दी।
- इस संबंध में एसडीओ के साला राजू कुमार गुप्ता ने एफआइआर दर्ज कराया था। इसमें एसडीओ, एसडीओ के पिता, छोटे भाई और देवरानी को जलाकर मारने का आरोप लगाते हुए नामजद बनाया गया था।
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