बच्चों को छोड़ बाजार गईं मांओं की घर आकर निकली चींंख, दो मासूम जलकर हुए राख, पुआल रखे कमरे में लगी आग
चार वर्षीय साक्षी और तीन वर्षीय अभिशान के पिता घर से दूर रहकर मजदूरी का काम करते हैं। घटना वाले दिन दोनों की माएं बाजार गई थीं। उस वक्त बच्चे पुआल रखे कमरे में खेल रहे थे तभी किसी प्रकार से आग लग जाने से हादसा हो गया।
संवाद सूत्र, बरकट्ठा (हजारीबाग)। हजारीबाग जिले के बरकट्ठा थाना क्षेत्र के चेचकपी गांव में सोमवार शाम करीब पांच बजे घर में लगी आग में दो बच्चे जिंदा जल गए। घर के कमरे में पुआल रखा था। दोनों बच्चे खेल रहे थे। मां सब्जी लाने के लिए बाजार गई थी। इसी बीच कमरे में आग लग गई। दोनों बच्चे जिंदा जल गए। मृतकों में चार वर्षीय साक्षी और तीन वर्षीय अभिशान शामिल हैं। इस घटना ने इलाके के लोगों को सदमे में डाल दिया है। आग कैसे लगी, अभी तक इसका खुलासा नहीं हुआ है।
कमरे में रखे पुआल पर खेल रहे थे बच्चे
दोनों बच्चों की मौत की जानकारी तब मिली जब लोगों ने आग पर काबू पा लिया। इसके बाद सभी कमरे के अंदर गए। इसके बाद अपने सामने दोनों बच्चों का शव देखकर ग्रामीणों के मुंह से चींख निकल गई। आसपास कोहराम मच गया। पुआल हटाते ही बच्चों के अधजले शव मिले। मृतका साक्षी के पिता तालेश्वर सिंह और मृतक अभिशान के पिता पिंटू सिंह हैं। बताया गया कि घटना के वक्त बच्चों की मां साप्ताहिक बाजार गई थी। बच्चे घर के कमरे में रखे पुआल पर खेल रहे थे। आग कब और कैसे लगी, इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
कमरे से धुआं निकलते देख हुआ लोगों को शक
कमरे से धुंआ निकलते देखकर आसपास के लोग दौड़े। काफी मशक्कत के बाद आग को नियंत्रित किया। मां जब बाजार से लौट कर घर पहुंची तब तक सब कुछ उजड़ चुका था। बच्चों के शव को देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। बताया जाता है कि दोनों बच्चों के पिता बाहर रहकर मजदूरी करते हैं। घटना की सूचना के बाद जिला परिषद सदस्य कुमकुम देवी और मुखिया रीता देवी ने मृतकों के परिजन से मिलकर सांत्वना व्यक्त की। आर्थिक मदद की। जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजा देने की मांग की।
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