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गुमला में 12 किमी. बाइपास पर नया अपडेट: आठ साल का इंतजार होगा खत्‍म! अब नया ठेकेदार पूरा करेगा काम

गुमला में 66.89 करोड़ की लागत से बनने वाला 12 किमी. बाइपास सड़क का निर्माण आठ वर्ष में भी पूरा नहीं हो सका। इसकी लंबे समय से मांग की जा रही है। साल 2016 में तत्‍कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसका शिलान्‍यास किया था। दो साल में बनने वाली सड़क आज भी अधूरी है। अब नए ठेकेदार से काम पूरा कराया जाएगा।

By Santosh Kumar Edited By: Arijita Sen Published: Mon, 11 Mar 2024 04:15 PM (IST)Updated: Mon, 11 Mar 2024 04:15 PM (IST)
गुमला में 12 किमी. बाइपास सड़क का निर्माण आठ वर्ष में भी पूरा नहीं हो सका। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।)

संतोष कुमार, गुमला।  गुमला में 66.89 करोड़ की लागत से बनने वाला 12 किमी. बाइपास सड़क का निर्माण आठ वर्ष में भी पूरा नहीं हो सका। गुमला में चीर प्रतिक्षित मांगों में शुमार बाईपास का निर्माण मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में 2016 में खुद मुख्यमंत्री के द्वारा शिलान्यास किया गया। इस सड़क को 2018 दो वर्ष में पूर्ण करना था। लेकिन आठ वर्षों में भी सड़क निर्माण कार्य को पूरा कराने में विभाग, प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि अक्षम रहे।

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विभाग ने ठेकेदार को किया टर्मिनेट

ऐसा भी नहीं है कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी के द्वारा निर्माण कार्य पूर्ण कराने का प्रयास नहीं किया गया हो, लेकिन ठेकेदार मेसर्स संजय अग्रवाल कंस्ट्रक्शन की पहुंच, पैठ और पैरवी के आगे सभी बौना ही साबित हुए। निर्धारित समय में निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने पर 2018 में ही विभाग ने ठेकेदार को टर्मिनेट कर दिया था, लेकिन जिस अधिकारी ने टर्मिनेट किया उसे मंत्रालय के बड़े अधिकारी से डांट डपट का सामना करना पड़ा।

अब नया ठेकेदार करेगा काम पूरा

तत्कालीन उपायुक्त द्वारा भी बाईपास सड़क निर्माण को पूर्ण कराने की सक्रियता दिखी। उन्होंने भी विभाग को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध किया। उक्त पत्र के आलोक में 2023 में पुन: ठेकेदार को टर्मिनेट कर दिया गया। इस बार ठेकेदार ने चुप्पी साध ली। अब निर्माण कार्य पूर्ण करने का काम किसी अन्य ठेकेदार के द्वारा किया जाएगा।

उच्च स्तरीय पुल और अपूर्ण सड़क के अलावा सड़क के किनारे वर्षा से हुए मिट्टी के कटाव को भी दुरुस्त किया जाएगा। लगभग 13.50 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया गया है। जिसे नया शिड्यूल की स्वीकृति के लिए मंत्रालय भेजा गया है। इस कार्य को अधिकतम डेढ़ वर्षों में पूर्ण कर लिया जाएगा।

वर्षा जल के कारण सड़क का हो रहा कटाव

निर्माण कार्य अपूर्ण होने के कारण वर्षा के दौरान सड़क के किनारे वाले हिस्सों का कटाव तेजी से हो रहा है। वर्षा के कारण सड़क के किनारे बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं। कई जगह पुल के समीप कटाव हुआ है। यदि समय रहते इस कटाव को दुरुस्त नहीं किया गया तो सड़क के किनारे का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाएगा।

गुमला के लिए दुर्भाग्य है कि आठ वर्षों में 12 किमी. सड़क निर्माण पूर्ण नहीं हो पाता है। कांग्रेस द्वारा निर्माण पूर्ण कराने को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था। राज्य सरकार को भी वस्तुिस्थिति से अवगत कराया गया था। लेकिन यह मामला सीधा केंद्र सरकार से जुड़ा होने के कारण राज्य सरकार इस पर दबाव नहीं बना पाई। सड़क बनने से लोगों को आवागमन में सुविधा होती। बाइपास के किनारे वाले क्षेत्र का विकास होता- चैतु उरांव, जिलाध्यक्ष कांग्रेस,गुमला। 

चाहे जिस भी कारण से बाइपास का निर्माण नहीं हो पाया हो गुमला के लिए यह कष्टदायक रहा है। बाईपास का पूर्ण निर्माण नहीं होने के कारण भारी वाहनों का आवागमन शहर के बीच मुख्य मार्ग से होकर होता है। इससे दुर्घटना की आशंका तो बनी ही रहती है। ट्रैफिक जाम की समस्या भी उत्पन्न होती है। अविलंब बाइपास सड़क के निर्माण की दिशा में कार्य किए जाने की आवश्यकता है- दामोदर कसेरा, अध्यक्ष , चेंबर आफ कामर्स गुमला।

क्या कहते हैं अधिकारी

कागजी प्रक्रिया जारी है। नया शिड्यूल की स्वीकृति के लिए मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। जैसे ही स्वीकृति मिलेगी , कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्रयास रहेगा कि इस साल के दिसंबर तक बाईपास को चालू करा दिया जाए- सुमन शेखर कार्यपालक अभियंता ,नेशनल हाईवे गुमला प्रमंडल।

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