Jharkhand Cabinet: झारखंड की सियासत में बढ़ी गोड्डा जिले की हनक, सीएम के साथ ही मिले दो मंत्री पद
झारखंड की सियासत में गोड्डा जिले का दबदबा बढ़ा है। हेमंत सरकार में जिले को सीएम के साथ ही दो मंत्री पद मिले हैं। संजय प्रसाद यादव पहली बार और दीपिका पांडेय सिंह दूसरी बार मंत्री बनी हैं। इस ऐतिहासिक घटना से गोड्डा के विकास को गति मिलेगी और जिले की राजनीतिक हैसियत भी बढ़ेगी। झारखंड में एक जिले को तीन मंत्री अब तक नहीं मिले हैं।

विधु विनोद, गोड्डा। झारखंड की सियासत में गोड्डा जिले की हनक बढ़ी है। हेमंत सरकार में जिले को सीएम के साथ ही दो मंत्री पद मिले हैं। गुरुवार को राजभवन के अशोक वाटिका में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में गोड्डा विस सीट के राजद विधायक संजय प्रसाद यादव ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली। वहीं, महागामा से कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह दूसरी बार मंत्रिमंडल में जगह बनाने में सफल रहीं।
चुनाव के पूर्व ही उन्हें हेमंत सरकार में कृषि मंत्री का दायित्व सौंपा गया था। एक साथ एक जिले काे तीन तीन मंत्री मिलना बड़ी बात है। झारखंड में एक जिले को तीन मंत्री अब तक नहीं मिले हैं। जाहिर है कि इससे गोड्डा के विकास को बल मिलेगा। साथ ही राजनीतिक गलियारे में भी गोड्डा जिले की हनक भी बढ़ेगी। बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन के विस क्षेत्र बरहेट के अधीन ही गोड्डा जिले के सुंदरपहाड़ी और बोआरीजोर प्रखंड के कुल 91 बूथ हैं यहां 71 हजार से अधिक मतदाताओं के विधायक हेमंत सोरेन ही हैं।
पांच दशक बाद गोड्डा के किसी विधायक को मिला मंत्री पद:
गोड्डा विस सीट से राजद विधायक संजय प्रसाद यादव पहली बार मंत्री बने हैं। इससे पहले 80 के दशक में गोड्डा के तत्कालीन विधायक हेमंत झा एकीकृत बिहार में मंत्री बने थे। लिहाजा अब पांच दशक बाद मंत्रिमंडल में गोड्डा को प्रतिनिधित्व मिला है। इससे पहले बिहार विधानसभा में हेमंत झा ने 1969 ,1972 एवं 1980 में गोड्डा सीट से जीत हासिल की थी।
80 के दशक में वे बिहार सरकार में वित्त राज्य मंत्री के साथ ही परिवहन, मत्स्यपालन और आरईओ विभाग के मंत्री का दायित्व संभाले थे। अब पांच दशक बाद फिर से गोड्डा विधायक मंत्री बने हैं। राजद विधायक संजय प्रसाद यादव भी वर्ष 1999, 2010 और इस बार 2024 में गोड्डा के विधायक बने हैं।
तीसरे टर्म की विधायकी में उन्हें मंत्री पद मिला है। राजद संगठन में भी संजय प्रसाद यादव का कद बड़ा है। वे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं। यही कारण है कि राजद ने उनपर भरोसा जताते हुए मंत्री पद दिलवाया है।
संताल परगना की पहली महिला विधायक दूसरी बार बनीं मंत्री:
महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह संताल परगना की पहली महिला विधायक हैं, जो दूसरी बार मंत्री बनने में सफल रही है। इससे पहले जुलाई 2024 में उन्हें हेमंत कैबिनेट में कृषि मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। महागामा विस सीट से लगातार दूसरी बार जीतने वाली कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह के ससुर अवध बिहारी सिंह भी एकीकृत बिहार में मंत्री रह चुके हैं।
दीपिका पांडे सिंह का जन्म झारखंड के रांची में एक राजनीतिक परिवार में हुआ। उनकी मां प्रतिभा पांडे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं। दीपिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रांची से की। उन्होंने 1994-97 में सेंट जेवियर्स कालेज से जीव विज्ञान में बीएससी की डिग्री हासिल की। 1998-2000 में रांची के जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस से सूचना प्रौद्योगिकी में एमबीए की पढ़ाई की।
बाद में 2008-2011 तक कापरेटिव कालेज, जमशेदपुर से एलएलबी की पढ़ाई की। उनका विवाह रत्नेश कुमार सिंह से हुआ है, जो बिहार सरकार के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री और महागामा से चार बार के विधायक अवध बिहारी सिंह के पुत्र हैं। क्षेत्र में जन मुद्दों को लेकर दीपिका पांडेय सिंह का आक्रामक तेवर रहा है।
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