Godda News: दिन के उजाले में कट गए उद्यान विभाग के 100 पेड़, अब लीपापोती का खेल
गोड्डा में उद्यान विभाग के अंतर्गत दिन के उजाले में 100 पेड़ काट दिए गए, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी मिलने पर विभाग में लीपापोती ...और पढ़ें

दिन के उजाले में कट गए उद्यान विभाग के 100 पेड़, अब लीपापोती का खेल
अविनाश, गोड्डा। हरियाली के कातिलों की कुल्हाड़ी और चढ़ावा एक बार फिर पूरे तंत्र पर भारी पड़ा। उद्यान विभाग के आम के 100 पेड़ों वाला एक भारी भरकम बाग वीरान में तब्दील कर दिया। हरे भरे पेड़ों की निर्मम हत्या दिन के उजाले में होती रही पर विभाग सोता रहा।
मामले की जानकारी जब विभाग को मिली तो लीपापोती का खेल शुरू हो गया। गोड्डा-महगामा एनएच फोरलेन बायपास में चकेश्वरी के समीप पेड़ों की कटाई के 10 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक किसी भी आरोपित की पहचान नहीं हुई। विभाग की ओर से पूरे मामले में अब तक जो कार्रवाई की गई है, वह समझ से परे है।
पहले यह बताया जा रहा था कि एनएच ने इन पेड़ों की कटाई की है, लेकिन कुछ ही घंटे में स्पष्ट हो गया कि एनएच का इसमें कोई हाथ नहीं है। इसके बाद विभाग के अधिकारी इस मामले में हाथ पैर मारते रहे लेकिन कोई कार्रवाई 10 दिन बाद भी नहीं हुई। सभी मामले को रफा-दफा करने में जुटे हैं।
पूछे जाने पर उद्यान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में वरीय अधिकारी को रिपोर्ट दे दी गई है। अधिकांश पेड़ 20 साल पुराने थे। इस मामले में कार्रवाई में इतनी देर क्यों लगी कोई भी बताने को तैयार नहीं है।
लोगों का कहना है कि कटे हुए पेड़ों की साईकिल से ही ढुलाई होती रही, लेकिन रोकनेवाला कोई नहीं था, जबकि उद्यान विभाग का दफ्तर दो किलोमीटर की दूरी पर है। इस पूरे प्रकरण में एक को भी चिह्नित नहीं किया जा सका। इससे तो यह उजागर होता है कि प्रकृति प्रेम व पर्यावरण को लेकर विभाग व जिला प्रशासन कितना गंभीर है।
एनएच की ओर से लिंक रोड के लिए चिह्नित की गई थी जमीन:
पेड़ जिला उद्यान विभाग के जमीन पर लगा था जिसके बगल में एनएच फोरलेन बायपास गोड्डा-महगामा का निर्माण किया गया है। बगल में ही एक लिंक रोड का निर्माण होना था। एनएच की ओर से जितनी जमीन चिह्नित की गई थी उसके तकरीबन 20-25 फीट अंदर तक पेड़ों को अंधाधुंध तरीके से काट दिया गया।
अब एनएच कर रहा चारदीवारी निर्माण:
बहुतायत मात्रा में पेड़ काटे जाने के बाद अब एनएच की ओर से बाउंड्री बनाई जा रही है। देखने से स्वयं इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस कदर बेरहमी से आम के पेड़ों को काट दिया गया है। मालूम हो कि इन पेड़ों से विभाग को हर साल आमदनी भी प्राप्त हो रही थी।
चकेश्वरी उद्यान से 88 पेड़ काटे गए हैं। इस मामले में विभागीय स्तर पर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दे दी गई है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देश दिया गया है। - आशीषणन मिंज, जिला उद्यान पदाधिकारी, गोड्डा
पेड़ काटे जाने के मामले में केवल सन्हा दर्ज किया गया है, वह भी अज्ञात पर। अंचल से प्राप्त आवेदन के आधार पर सन्हा दर्ज किया गया है, जिसकी जांच की जा रही है। - आनंद साहा, मुफस्सिल थाना प्रभारी, गोड्डा

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