National Girl Child Day 2025: कोई IAS तो कोई बनना चाहता है IPS, सपने साकार करने की तरफ कदम बढ़ा रही बेटियां
National Girl Child Day 2025 भारत में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के अधिकारों के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना तथा उनके प्रति सकारात्मक नजरिया अपनाने पर फोकस करना है। आज की बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं है। हर क्षेत्र में बेटियां अपना परचम लहरा रही हैं।

जागरण टीम, जाटी/ गिरिडीह/ बगोदर/ सरिया। समाज में बेटियों को हमेशा से भेदभाव की नजरों से देखा जाता है। लेकिन अब बेटियां फाइटर प्लेन भी चला रही हैं। आज हम सभी को समझना होगा कि लड़कियां न केवल हमारा बेहतरीन आज है, बल्कि सुनहरा भविष्य भी हैं।
बेटों की तुलना में अक्सर बेटियों को कम मान-सम्मान दिया जाता है। लेकिन इन विषम परिस्थितियों और प्रतिकूल माहौल में भी हर क्षेत्र में बेटियां अपना परचम लहरा रही हैं।
भले ही बेटियों को यह कहा जाता रहा है कि पढ़-लिखकर क्या करोगी, आखिर तुम्हें चूल्हा-चौका ही तो फूंकना है। अपनी दादी, नानी और बड़े-बुजुर्गों से बेटियां यह सब सुनती आई हैं। इन सबके बावजूद बेटियां अपनी प्रतिभा और क्षमता के बल पर हर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम की हुई हैं।
ये पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद से लेकर अन्य गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए न केवल अपना भविष्य संवारने की दिशा में अग्रसर है, बल्कि अपने माता-पिता के सपने और अरमानों को पूरा करते हुए उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की भी चिंता उन्हें है।
गिरिडीह के विभिन्न विद्यालयों में पढ़ रहीं छात्राएं पूरे उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को साकार करने में लगी है।
24 जनवरी को मनाया जाता है राष्ट्रीय बालिका दिवस
इन बेटियों को है देश और समाज की भी चिंता
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सीएम स्किल आफ एक्सिलेंस, गिरिडीह में पढ़ने वाली छात्राओं को अपने घर- परिवार से लेकर देश और समाज की भी चिंता है। ये पढ़-लिखकर परिवार, समाज और देश के लिए कुछ करना चाहती हैं।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में श्रेया गुप्ता सातवीं कक्षा में पढ़ती है। श्रेया के सिर से पिता का साया उठ चुका है। पिता संदीप कुमार गुप्ता का सपना था कि उनकी बेटी बड़ी होकर आईएएस अफसर बने। श्रेया अब अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए जुट गई हैं।
इसके लिए वह पूरे तन-मन से पढ़ाई कर रही हैं। पढ़ाई के साथ-साथ वह कराटे, कबड्डी, खो-खो जैसे खेलों और चित्रकला, नृत्य आदि कलाओं में भी महारत हासिल कर रही हैं।
श्रेया कहती हैं कि पापा चाहते थे कि मैं आईएएस अफसर बनूं। मुझे मेरे मम्मी-पापा के सपने को साकार कर उनका नाम रोशन करना है। आईएएस अफसर बनकर देश की सेवा करनी है।
आईपीएस बनना चाहती हैं साक्षी
इसी कक्षा की छात्रा कुमारी साक्षी को पढ़ाई के साथ-साथ कराटे, कबड्डी, खो-खो जैसे खेलों और नृत्य-पेंटिंग आदि से काफी लगाव है। वह आईपीएस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं।
साक्षी कहती हैं कि लड़कियां आज सर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। वह भी आईपीएस अफसर बनकर अपने देश की सेवा और माता-पिता का सपना साकार करेंगी।
डॉक्टर बन करेंगी लोगों की सेवा
आठवीं कक्षा की छात्रा रिया कुमारी और भारती कुमारी पूरे मनोयोग से पढ़ाई करने के अलावा स्कूल में होने वाले विभिन्न खेलों के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेती हैं। कराटे, नृत्य, पेंटिंग, गायन आदि में ये बेहतर कर रही हैं।
इन दोनों की इच्छा डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना है। भारती कहती हैं कि उनके गांव के आसपास अच्छे डॉक्टर और अच्छे अस्पताल नहीं है। लोगों को इलाज कराने के लिए 15 किमी. दूर गिरिडीह जाना पड़ता है।
इससे खासकर गरीबों को काफी परेशानी होती है। वह डॉक्टर बनकर अपने गांव में अस्पताल खोलकर लोगों की सेवा करेंगी।
स्कूल की शिक्षिका मोनिसा मित्रा ने कहा कि स्कूल कि उक्त चारों छात्राएं पढ़ाई में तो बेहतर कर ही रही हैं, अन्य गतिविधियों में भी ये आगे हैं। भविष्य में ये सभी अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर करेंगी।
बेटियों ने समझा है शिक्षा का महत्व
मध्य विद्यालय बदडीहा में पढ़ने वाली छात्राओं ने शिक्षा का महत्व समझा है। इनका मानना है कि आगे बढ़ने और देश व समाज के विकास के लिए शिक्षा जरूरी है।
इसी सोच के साथ पूरे आत्मविश्वास और उत्साह के साथ ये सभी शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। सातवीं कक्षा की छात्रा लक्ष्मी कुमारी कहती है कि शिक्षा हमारे जीवन का अभिन्न अंग है।
यह हमें सही और गलत में फर्क करना सिखाती है। उनका उद्देश्य अच्छा नागरिक बनना है। वह अनुशासन, निष्ठा और आत्मविश्वास पर विश्वास रखती हैं। लक्ष्मी मानती हैं कि एक शिक्षित व्यक्ति ही समाज और देश के विकास में मदद कर सकता है।
AI समझना चाहती हैं शिवानी
इसी कक्षा की छात्रा शिवानी कुमारी ने कहा कि उसे कंप्यूटर का ज्ञान प्राप्त करना अच्छा लगता है। टेक्नोलॉजी और एआई के युग में कंप्यूटर का ज्ञान बहुत जरूरी है। वह कंप्यूटर विशेषज्ञ बनना चाहती हैं। वह अपने सपने को साकार करने के लिए बहुत मेहनत करती हैं।
आठवीं कक्षा की छात्रा अनिशा मुर्मू ने कहा कि उसमें आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता है। वह टीम वर्क और सहयोग की भावना में विश्वास रखती है। स्कूल में होने वाली सभी गतिविधियों में वह सक्रिय भागीदारी निभाती है।
सातवीं कक्षा की एक छात्रा कहती है कि उसे गणित से काफी लगाव है। बचपन से ही गणित में उसे रुचि है। गणित के जटिल सवालों को हल करना उसे अच्छा लगता है। शिक्षक ने गणित के प्रति उसमें उत्साह जगाया और अब यह जुनून में परिवर्तित हो गया है। सभी शिक्षक कहते हैं कि गणित के क्षेत्र में उसका भविष्य उज्ज्वल है।
अभिभावकों पर कम हो रहा दबाव
सरिया के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंद्रमारनी की आठवीं क्लास की छात्रा श्रुति कुमारी ने बताया कि वह अपनी मां या दादी से अक्सर सुना करती थी उनके समय में लड़कियों को ज्यादा पढ़ाया नहीं जाता था, लेकिन अब समय बदला है।
आज की बच्चियां निर्भीक होकर शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। सरकार द्वारा पुस्तक, ड्रेस ,कॉपी ,स्कॉलरशिप , मध्याह्न योजना आदि योजनाओं का भी लाभ दिया जा रहा है।
इस कारण बच्चियों को पढ़ाने में अभिभावकों पर दबाव भी कम हो रहा है। हम लोग मन लगाकर शिक्षा भी ग्रहण कर रहे हैं।
बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम ला नाम करेंगी रोशन
इसी विद्यालय की आठवीं कक्षा की छात्रा माया कुमारी आगामी 28 जनवरी से चालू हो रहे बोर्ड परीक्षा से जुड़े प्रश्न और समस्याओं को लेकर प्रधानाध्यापिका गुड़िया कुमारी से चर्चा कर रही थी।
गुड़िया ने बताया कि अभी हम लोगों का पूरा ध्यान जनवरी माह में शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा पर लगा है। इस बार अपने अभिभावकों को बेहतर परीक्षा परिणाम लाकर दिखाना है और आगे की पढ़ाई पूरी कर अपने सपने को साकार भी करना है।
बगोदर प्रखंड के मध्य विद्यालय गोपालडीह की सातवीं कक्षा की छात्रा रिया कुमारी ने बताया कि वह वकील बनना चाहती हैं। विद्यालय के सहायक अध्यापक धानेश्वर चौधरी ने बताया यह छात्रा अनुशासन का पालन करती है।
शिक्षक बनना चाहती हैं सोनी
आठवीं कक्षा की छात्रा सोनी कुमारी के पिता ने बताया कि वह पढ़ने-लिखने में बहुत अच्छी है और विद्यालय में अनुशासन में रहती है। वह वाहन चालक हैं। वह शिक्षक बनना चाहती है।
बगोदर प्रखंड के मध्य विद्यालय औंरा की आठवीं कक्षा की छात्रा हिमांशु कुमारी पुलिस अधिकारी बनना चाहती हैं। वह पढ़ने में तेज होने के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी आगे भी रहती है।
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक राजकिशोर महतो ने बताया कि हिमांशु के नेतृत्व में स्कूल की टीम प्रखंड से लेकर जिला स्तर पर फुटबॉल मैच खेला और जीत भी दर्ज की। वह खेल के साथ पढ़ने में भी बहुत अच्छी है।
इसी स्कूल की संगीता कुमारी कक्षा सातवीं की छात्रा है। प्रभारी प्रधानाध्यापक महतो ने बताया कि वह पढ़ने में भी बहुत अच्छी है और उसका विद्यालय में रोल नंबर एक है। संगीता ने बताया कि वह शिक्षिका बनना चाहती है।
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