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    भाजपा ने दिन में दी श्रद्धांजलि, रात में पुलिस ने चबूतरा ध्वस्त किया; Atal Bihari Vajpayee की प्रतिमा को लेकर में तनाव

    By Kisun Prasad Kuswaha Edited By: Mritunjay Pathak
    Updated: Fri, 26 Dec 2025 07:29 PM (IST)

    Giridih News: गिरिडीह के सरिया में भाजपा ने अटल बिहारी वाजपेयी जयंती मनाई, जिसके बाद पुलिस ने अर्धनिर्मित चबूतरा ध्वस्त कर दिया। विधायक नागेंद्र महतो ...और पढ़ें

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    चबूतरे को ध्वस्त करने के बाद चौक पर तैनात पुलिस पदाधिकारी।

    जागरण संवाददाता, सरिया (गिरिडीह)। झारखंड के गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत केशवारी चौक पर प्रशासन की रोक के बावजूद गुरुवार को बगोदर के विधायक नागेंद्र महतो के नेतृत्व में भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई। जिस अर्धनिर्मित चबूतरे पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था, उसे पुलिस ने देर रात तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस-प्रशासन और भाजपा आमने-सामने आ गए हैं।

    भाजपा विधायक नागेंद्र महतो ने स्पष्ट कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि रात के अंधेरे में चबूतरा तोड़ना प्रशासन की कायरतापूर्ण कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि अटल जी की प्रतिमा स्थापना के उद्देश्य से ही चबूतरे का निर्माण कराया गया था।

    बताते चलें कि केशवारी चौक पर स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापना को लेकर अर्धनिर्मित चबूतरा बनाया गया था। हालांकि, दूसरे पक्ष-यानी भाकपा माले द्वारा वहां डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। इस मामले को लेकर अनुमंडल दंडाधिकारी, सरिया के न्यायालय में एक वाद भी लंबित है।

    दोनों पक्षों के बीच संभावित तनाव और शांति व्यवस्था को देखते हुए अनुमंडल दंडाधिकारी ने 24 दिसंबर को उक्त स्थल पर निषेधाज्ञा लागू की थी। इसके बावजूद प्रशासन ने गुरुवार की आधी रात के बाद बैकहो लोडर की सहायता से अर्धनिर्मित चबूतरे और बैरिकेडिंग को हटाकर स्थल को समतल कर दिया।

    देर रात हुई प्रशासनिक कार्रवाई से भाजपा समर्थकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इस मुद्दे को लेकर सभी समर्थक गोलबंद हो रहे हैं और प्रशासन के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही है।

    भाजपा नेताओं का कहना है कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई थी, जो आम नागरिकों के साथ-साथ अधिकारियों पर भी समान रूप से लागू होती है।

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    बावजूद इसके, स्वयं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया गया, जो निंदनीय है। भाजपा नेताओं ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध मामला झारखंड उच्च न्यायालय में ले जाया जाएगा।

    क्या कहते हैं अधिकारी

    गुरुवार और शुक्रवार की घटनाओं को लेकर अनुमंडल दंडाधिकारी संतोष गुप्ता ने कहा कि प्रशासन ने कोई अवैध कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने बताया कि उक्त अर्धनिर्मित चबूतरा सड़क के बीचोंबीच बनाया गया था, जिसके लिए किसी भी विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। चौक के बीच स्थित होने के कारण वह जानलेवा और खतरनाक साबित हो सकता था। इसी कारण प्रशासन ने उसे हटाया। उन्होंने यह भी कहा कि शांति व्यवस्था को लेकर अभी भी निषेधाज्ञा लागू है।

    क्या कहते हैं विधायक

    विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि प्रशासन ने रात के अंधेरे में कायरतापूर्ण कार्रवाई की है, जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे सभी अधिकारियों के खिलाफ जोरदार आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि उसी चौक पर पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न और झारखंड राज्य के जनक अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। विधायक ने कहा कि उक्त चौक पर बीते कई वर्षों से अटल जी की जयंती मनाई जाती रही है। प्रशासन लोगों को आपस में उलझाकर क्षेत्र में अशांति फैलाने का काम कर रहा है।

    स्थिति पर प्रशासन की कड़ी नजर

    केशवारी चौक की घटना को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। मौके पर अनुमंडल दंडाधिकारी संतोष गुप्ता, एसडीपीओ धनंजय राम, बीडीओ ललित नारायण तिवारी, इंस्पेक्टर अजय सिन्हा, थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। विवादित स्थल की निगरानी ड्रोन कैमरे और वीडियोग्राफी के माध्यम से की जा रही है।