सलामती के लिए सड़क पर बने ब्रेकर ने ली महिला की जान, गुस्साई भीड़ ने शव के साथ किया चक्का, BDO ने जाम हटवाया
नुमती देवी अपने भतीजे के साथ बाइक पर सवार होकर बाजार जा रही थी। उन्हें कुछ सामान लेने जाना था लेकिन घर के सामने सड़क पर बने ब्रेकर की वजह से उन्हें ठाेकर लगी और वह नीचे गिर गई।

जासं, गिरिडीह। गिरिडीह में कोडरमा-कोवाड़ा मुख्यमार्ग पर बिरनी के तुलाडीह भुनेश्वर दास के घर के सामने सड़क पर बने ब्रेकर की वजह से सोमवार दस बजे के लगभग एक महिला की जान चली गई। नुमती देवी बाइक पर पीछे बैठी थी। ठोकर पर महिला बाइक से नीचे गिर गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
बाजार से सामान लेने जाते वक्त हुआ हादसा
28 वर्षीय नुमती देवी बिरनी थाना क्षेत्र के बाराडीह के तिलक महतो की पत्नी थी। महिला अपने भतीजे मनोज यादव के साथ अपनी बाइक पर सवार होकर भरकट्टा बाजार समान लेने के लिए जा रही थी। उक्त स्थान सड़क पर बने ठोकर से बाइक को झटका लगा, तो वह नीचे गिर गई।
आक्रोशित भीड़ ने शव को लेकर किया प्रदर्शन
घटना के बाद ग्रामीणों ने सड़क पर बने ठोकर को हटाने, ठेकेदार पर प्राथमिकी दर्ज करने व मृतक के दो छोटे बालक की परवरिश के लिए मुआवजा की मांग को लेकर सड़क को जाम कर दिया। ग्रामीण शव के साथ वहां प्रदर्शन करने लगे। लगभग एक घंटे तक सड़क जाम रही। घटना स्थल पर बीडीओ सुनील कुमार वर्मा व अन्य स्थानीय जन प्रतिनिधियों के काफी समझाने के बाद जाम हटा लिया गया।
स्पीड ब्रेकर बनाने के नियम
आमतौर पर जन बहुल क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर इसलिए बनाए जाते हैं ताकि वाहनों नियंत्रित रहे, इनकी स्पीड कम रहे जिससे दुर्घटना होने की संभावना कम रहती है। लेकिन कई बार यही ब्रेकर दुर्घटना होने की वजह बन जाते हैं। गौरतलब है कि ब्रेकर लगाने के भी कई नियम हैं।
इसके लिए पहले जिला प्रशासन से इजाजत लेना होता है, ब्रेकर के कम से कम 50 मीटर पहले आगे आने वाले ब्रेकर का बोर्ड लगा होना चाहिए, इसका रंग कुछ अलग होना चाहिए ताकि दूर से इसकी पहचान हो सके, इसकी ऊंचाई पर भी खास ध्यान रखना चाहिए। हालांकि, नियमों का सही से पालन नहीं होने के चलते कई बार इन्हीं ब्रेकरों के चलते हादसे हो जाते हैं।
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