पारसनाथ की चोटी पर उतरा हेलीकॉप्टर, नक्सली खौफजदा
मधुबन (गिरिडीह) : जैनियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन स्थित पारसनाथ पर्वत के बीहड़ों में नक्सलियों क
मधुबन (गिरिडीह) : जैनियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन स्थित पारसनाथ पर्वत के बीहड़ों में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान को अब और गति मिलेगी। नक्सलियों पर हेलीकॉप्टर से निगहबानी होगी। बुधवार को पारसनाथ पर्वत पर हेलीकॉप्टर उतारा गया। हेलीकॉप्टर से पर्वत के जंगलों की स्थिति का जायजा लिया गया।
पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि पारसनाथ की भौगोलिक बनावट को देखते हुए नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी।
पर्वत के ऊपर पारसनाथ डेवलपमेंट प्लान के तहत कई बड़े कार्यों की शुरुआत की गई है। वंदना पथ का सौंदर्यीकरण, डाकबंगला को दुरुस्त करने, पर्वत की तलहटी से वाहन मार्ग, हेलीपैड निर्माण, सोलर लाइट लगाने जैसे काम किए जा रहे हैं। नक्सलियों के मंसूबे को विफल करने के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया है। अधिकारियों ने पर्वत स्थित पुलिस कैंप की सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। पारसनाथ पर्वत के हवाई सर्वेक्षण के बाद अधिकारी मधुबन स्थित सीआरपीएफ कैंप आए, जहां घंटों तक पारसनाथ डेवलपमेंट प्लान व नक्सल ऑपरेशन को लेकर मैराथन बैठक की गई। कई तथ्यों को सार्वजानिक नहीं करते हुए बताया गया कि पारसनाथ के विकास कार्य को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। विकास के काम से नक्सली हताश हैं। विकास कार्यों को किसी भी कीमत पर रुकने नहीं दिया जाएगा।
मौके पर सीआरपीएफ डीआइजी सुरेश शर्मा, हजारीबाग जोन के डीआइजी उपेन्द्र ¨सह, पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर, एएसपी दीपक कुमार, डीएसपी अरविंद कुमार विन्हां, कोबरा सीओ सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट प्रणव प्रकाश समेत कई अधिकारी मौजूद थे। पारसनाथ पर्वत पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे।
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माओवादियों के लिए सुरक्षित नहीं रहेगा पारसनाथ
-जमीन से लेकर आसमान तक से होगी निगहबानी
गिरिडीह : नक्सली संगठन भाकपा(माओवादी) के कैडर अब पारसनाथ पहाड़ पर बहुत दिनों तक सुरक्षित नहीं रह सकेंगे। उनपर जमीन से लेकर आसमान तक से निगहबानी की जाएगी।जब कभी जरूरत होगी पारसनाथ पहाड़ पर सरकार हेलिकॉप्टर से जवानों को उतार सकती है। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। पारसनाथ एक्शन प्लान के तहत बन रहे हेलिपैड पर हेलिकॉप्टर सफलतापूर्वक उतरा और वहां से पहाड़ की तलहटी पर स्थित कल्याण निकेतन मधुबन में सफलतापूर्वक लैंड किया। इसे पहाड़ पर हेलिकॉप्टर लैं¨डग का ट्रायल माना जा रहा है।
पुलिस की ओर से डीएसपी मनीष टोप्पो ने बयान जारी कर इसे पारसनाथ पहाड़ की सुरक्षा का जायजा लेना बताया है। कहा है कि हजारीबाग के डीआईजी उपेंद्र कुमार एवं बोकारो सीआरपीएफ के डीआईजी ने पारसनाथ पहाड़ का हवाई सर्वे किया है। बहरहाल पारसनाथ पहाड़ पर हेलिकॉप्टर लैंड कर सरकार ने संकेत दे दिया है कि हर कीमत पर पारसनाथ पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कराया जाएगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास पहले ही गिरिडीह की सार्वजनिक सभा में ऐलान कर चुके हैं कि पारसनाथ को नक्सलियों से मुक्त कराया जाएगा। आपरेशन विजय हिल के जरिये गिरिडीह पुलिस पहले ही पारसनाथ में नक्सलियों को कमजोर कर चुकी है। पहले नक्सली शहर की ओर बढ़ रहे थे अब पुलिस उनसे उनके गढ़ पारसनाथ पहाड़ पर जाकर लड़ रही है। एसपी अखिलेश बी वारियर खुद पुलिस व सीआरपीएफ टीम की कमान संभाल रहे हैं। प्रशासन पारसनाथ एक्शन प्लान के तहत पारसनाथ पहाड़ की तलहटी पर स्थित गांवों का सर्वांगीण विकास करने में उपायुक्त उमाशंकर ¨सह लगे हैं। दूसरा पहलू यह भी है कि लाख कोशिश के बावजूद प्रशासन नक्सली कमांडर अजय महतो को पकड़ नहीं सका है। अजय महतो के नेतृत्व में नक्सलियों ने मधुबन में डोली मजदूरों के लिए बन रहे आश्रयगृह, आत्समर्पण करने वाले नक्सली उदय महतो के मधुबन एवं पांडेयडीह स्थित आवास को विस्फोट से उड़ाकर स्पष्ट कर दिया है कि पारसनाथ से उन्हें उखाड़ फेंकना आसान नहीं है।