चोरी करते तीन युवकों को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ा, गांव में पंचायती कर सुधार का मौका दिया; पुलिस ने जताई आपत्ति
गढ़वा के जाटा गांव में ग्रामीणों ने सिंचाई पंप चुराते तीन युवकों को पकड़ा। गांव के ही होने के कारण ग्रामीणों ने पंचायत बुलाई और उन्हें चोरी का सामान ल ...और पढ़ें

चोरी करते तीन युवकों को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ा
संवाद सहयोगी, गढ़वा। गढ़वा थाना क्षेत्र के जाटा गांव में गुरुवार की रात में विद्युत चालित सिंचाई पंप की चोरी करते तीन युवकों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। लेकिन पकड़े गए तीनों युवक जाटा गांव के ही हैं, इस कारण ग्रामीणों ने शुक्रवार को पंचायत बुलाई और इस मामले को लेकर रविवार को पुन: पंचायती कराने का निर्णय लिया गया है।
जानकारी के अनुसार जाटा गांव में इन दिनों विद्युत चालित सिंचाई पंप की चोरी की घटनाएं लगातार घटित हो रही हैं। दो दिन पूर्व भी सिंचाई पंप चोरी हुई थी। इसके बाद से वहां के लोग सजग हो गए। रात में छिपकर निगरानी करने लगे।
मोटर चोरी करते तीन युवकों को दबोचा
इस दौरान गुरुवार की रात में मोटर चोरी करते तीन युवकों को दबोच लिया। लेकिन वे तीनों गांव के ही निकले। पूछताछ के दौरान युवकों ने चोरी की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। तब गांव में पंचायती हुई, जिसमें गांव की महिलाएं, बुजुर्ग एवं युवाओं सहित 500 से अधिक ग्रामीण उपस्थित हुए।
ग्रामीणों ने चोरी की घटनाओं को लेकर नाराजगी जताई और सख्त कार्रवाई की मांग भी उठी। ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि पकड़े गए युवकों को एक दिन की मोहलत दी जाए, ताकि वे चोरी की गई मोटर पंप सहित अन्य सामान को वापस कर सकें।
चोरी के सामानों को ग्रामीणों के समक्ष प्रस्तुत करने का आदेश
निर्णय के अनुसार, रविवार को पुनः पंचायत बुलाई गई है, जिसमें आरोपित युवक चोरी के सामानों को ग्रामीणों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए निर्णय लिया जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बार-बार हो रही चोरी की घटनाओं से लोगों में भय का माहौल है। वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि युवकों को सुधार का एक मौका दिया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पंचायत में शामिल लोगों पर कार्रवाई
इधर, इस मामले को लेकर गढ़वा के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी ने कहा कि जब उन्हें इस घटना की सूचना मिली तो पुलिस को गांव में भेजा गया है। थाना प्रभारी ने कहा कि यदि चोरी करते हुए किसी को पकड़ा जाता है, तो उसे सीधे पुलिस के हवाले किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि ग्रामीण चोरी करते पकड़े गए किसी व्यक्ति को पुलिस को सौंपने के बजाय खुद पंचायत कर छोड़ देते हैं, तो यह कानून का उल्लंघन है। ऐसी स्थिति में पंचायत में शामिल लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है, क्योंकि कानून हाथ में लेना एक गंभीर अपराध है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।