नए साल में झारखंड का हेल्थ हब बनेगा दुमका, मरीजों के साथ नर्सिंग छात्रों को भी मिलेगी नई सुविधाएं
नए साल 2026 में दुमका झारखंड का स्वास्थ्य केंद्र बनने को तैयार है। फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में अस्पताल शिफ्ट होगा, जिससे गंभीर बीमारियों का इलाज स्थानी ...और पढ़ें

फूलो झानो मेडिकल कॉलेज। फाइल फोटो
अनूप श्रीवास्तव, दुमका। नए साल 2026 में झारखंड की उपराजधानी दुमका के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सुखद अनुभूति की उम्मीद है। नए साल में ऐसा बहुत कुछ ऐसा होने जा रहा है, जिसकी दुमका ही नहीं संताल परगना के लोग उम्मीद लगाए हुए हैं।
यानी वर्ष 2026 कुछ ऐसी व्यवस्था लेकर आएगा, जिससे यहां के लोगों की सारी समस्या का अपने आप ही समाधान हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अपने फिर से रंग में दिखने लगेगा।
नर्सों की ट्रेनिंग भी शुरू हो जाएगी। इतना ही नहीं दूसरे जिले के लिए भी यहां से नर्स तैयार होंगी। अस्पताल का कायाकल्प होगा। शेड बन जाने से लोगों को गर्मी और बारिश से निजात मिलेगी।
मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट होगा अस्पताल
शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर दिग्धी में फूलो झानो मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो गया है। कॉलेज के पूरी तरह से तैयार नहीं होने की वजह से सदर अस्पताल को ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल का नाम दे दिया गया था। यहां तीन सौ मरीजों के इलाज की सुविधा है।
अब अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट होने की तैयारी भी शुरू होने वाली है। इस साल अस्पताल अपने रंग में आ जाएगा और मेडिकल कॉलेज में भी गंभीर रोगियों का इलाज शुरू हो जाएगी। कॉलेज के शुरू होने से दुमका ही नहीं संताल परगना के लोगों को किसी भी बीमारी का इलाज कराने के लिए दूसरे राज्य व जिले में जाने की जरूरत नहीं होगी।
नर्सों को पढ़ाई के साथ मिलेगा प्रशिक्षण
पोस्टमार्टम हाउस के ठीक सामने तकरीबन 30 करोड़ रुपये की लागत से बीएससी नर्सिंग प्रशिक्षण भवन बन रहा है। निर्माण का सारा काम पूरा हो चुका है। अब संसाधनों को व्यवस्थित किया जा रहा है।
वैसे तो यह पिछले साल ही चालू हो जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस साल प्रशिक्षण भवन में नर्सों की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। यहां नर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण लेकर नर्स किसी भी शहर व राज्य में काम कर सकेंगी।
क्रिटिकल केयर दिलाएगा रेफर से छुटकारा
गंभीर बीमारी व हादसे में गंभीर रूप से घायल लोगों को अभी तक सीधे रेफर कर दिया जाता है। अब इस पर रोक लगाने के लिए सदर प्रखंड के जोगीडीह मौजा में 22.78 करोड़ रुपये की लागत से 50 बेड का क्रिटिकल केयर अस्पताल भवन बन गया है। फिनिसिंग भी पूरी हो चुकी है। उम्मीद है कि नए साल में इसकी सेवा दुमका के लोगों को मिलने लगेगी।
पानी व धूप से मिलेगी निजात, बनेगा कैदी वार्ड
सरकार ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल को और बेहतर बनाने के लिए करीब 50 लाख रुपये दिया है। इस पैसों से अस्पताल के इमरजेंसी द्वार से लेकर बर्न वार्ड में शेड का निर्माण कराया जाएगा। शेड बनने के बाद मरीजों को पुराने अस्पताल जाने के लिए धूप और बारिश का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस काम की योजना भी तैयार हो चुकी है और वर्क ऑर्डर भी दिया जा चुका है। बस काम चालू होना बाकी है। इसके अलावा केंद्रीय जेल के बीमार बंदी व कैदियों के लिए भी अलग से वार्ड तैयार किया जाएगा। अभी यह वार्ड अस्पताल के ही एक भवन में चल रहा है।
नए साल में बहुत से बदलाव दिखेंगे। अस्पताल मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट हो जाएगा। नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र में पढ़ाई चालू हो जाएगी। पूरी उम्मीद है कि क्रिटिकल केयर यूनिट भी काम करने लगेगी। यह साल स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी उम्मीद भरा रहेगा। - डॉ. कमलेश्वर प्रसाद, सिविल सर्जन, दुमका

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