'400 रुपये दो तभी मिलेगी साइकिल...', छात्रा के वीडियो ने खोली पोल; बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को घेरा
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने दुमका जिले का एक वीडियो एक्स पर शेयर कर झामुमो सरकार को घेरा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झामुमो सरकार (JMM) में कमीशनखोरी व वसूली की जड़े इतनी गहरी हो चुकी है कि सरकारी दफ्तरों वाली भ्रष्ट संस्कृति अब शिक्षा की मंदिर तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

संवाददाता जागरण, दुमका। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के नोनीहाट पंचायत के सरकारी स्कूल का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा किया है।
इस वीडियो में सरकारी स्कूल में अध्ययनरत आठवीं कक्षा की एक छात्रा ने साइकिल देने के एवज में पैसा मांगने का आरोप लगाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कल्याण विभाग के माध्यम से मिलने वाली साइकिल के एवज में स्कूल के शिक्षक के द्वारा पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।
मरांडी ने एक्स पर इस आरोप से संबंधित एक छात्रा का वीडियो जारी करते हुए दुमका के उपायुक्त से पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच कराने की मांग की।
झामुमो सरकार में कमीशनखोरी की जड़ें गहरी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि झामुमो सरकार में कमीशनखोरी व वसूली की जड़े इतनी गहरी हो चुकी है कि सरकारी दफ्तरों वाली भ्रष्ट संस्कृति अब शिक्षा की मंदिर तक पहुंच चुकी है।
उन्होंने उपायुक्त से मामले की जांच कर सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने एवं साइकिल वितरण में व्याप्त अनियमितता को दूर करते हुए सभी छात्राओं को साइकिल उपलब्ध कराने को कहा है।
बाबूलाल मरांडी के स्तर से जारी वीडियो में एक छात्रा स्कूल के एक शिक्षक पर 400 रुपये मांगने की बात कह रही है। वीडियो में एक छात्र ने भी साइकिल देने के एवज में राशि मांगने का आरोप लगाया है।
इधर, जब इस मामले में जरमुंडी के प्रखंड प्रसार शिक्षा पदाधिकारी मो. जमालुद्दीन से बातचीत की गई तो उन्होंने स्वीकारते हुए कहा कि प्रखंड के कदेली उत्क्रमित मध्य विद्यालय के कुछ छात्र-छात्राओं ने 200 रुपये मांगे जाने की शिकायत की है।
यह राशि इन छात्रों से क्लस्टर प्वाइंट से स्कूल तक साइकिल लाने में खर्च होने वाली राशि के एवज में मांगी गई है। प्रखंड प्रसार शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि उन्हें इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधीक्षक के स्तर से सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि विभागीय बैठकों में व्यस्त रहने के कारण वह अभी तक जांच नहीं कर पाए हैं। उन्हें जांच के लिए एक सप्ताह का समय मिला है। तय समय में ही वह मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंप देंगे।
दुमका जिले में पिछले वित्तीय वर्ष में 20 हजार छात्र-छात्राओं के बीच साइकिल वितरण किया गया है। चालू वित्तीय के लिए भी कुछ साइकिलें आई हैं, जिनके वितरण के लिए 15 क्लस्टर प्वाइंट बनाए गए हैं। यहीं से छात्रों को साइकिल उपलब्ध कराई जाती है। -विजन उरांव, जिला कल्याण पदाधिकारी, दुमका
शिकायत मिलने के बाद डीएसई को मामले की जांच कर समुचित कार्रवाई करते हुए इससे अवगत कराने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में अभी तक उन्हें कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। -भूतनाथ रजवार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, दुमका
जांच के लिए पत्र मिला है। संबंधित प्रखंड के बीईईओ को जांच करने का निर्देश दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट मिलते ही अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। -आशीष कुमार हेंब्रम, जिला शिक्षा अधीक्षक, दुमका
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