धनबाद की राजनीति में खुल कर खेलने लगे संजीव, DMC के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करवा दमदार उपस्थिति दर्ज कराई
Dhanbad News: संजीव सिंह ने धनबाद नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त कराकर धनबाद की राजनीति में अपनी दमदार वापसी दर्ज कराई है। उन्होंने अपन ...और पढ़ें

सफाई कर्मचारियों को संबोधित करते संजीव सिंह और साथ में विधायक रागिनी सिंह।
जागरण संवाददाता, धनबाद। भाजपा के पूर्व विधायक संजीव सिंह अब खुलकर धनबाद की राजनीति में खेलने लगे हैं। धनबाद नगर निगम (DMC) के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करवाकर उन्होंने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। इसे नगर निगम चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

धनबाद नगर निगम के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। इससे 12 लाख से ज्यादा की आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। संजीव सिंह की पत्नी और झरिया की विधायक रागिनी सिंह ने सफाई कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी।
हड़ताल के पांचवें दिन शुक्रवार को भाजपा विधायक व जनता श्रमिक संघ की महामंत्री विधायक रागिनी सिंह व उनके पति पूर्व विधायक संजीव सिंह की उपस्थिति में धनबाद बस स्टैंड में बैठक हुई। इस दौरान मांगों पर सकारात्मक वार्ता हुई।
झरिया विधायक द्वारा निर्णय लेते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की गई। शनिवार से डोर टू डोर कचरा उठाव का काम शुरू हो जाएगा। सचिव सुजैफा अंसारी ने बताया कि अब आठ घंटे की डयूटी होगी। इससे अधिक कार्य लेने पर ओवरटाइम का भुगतान किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर रैमकी के प्रोजेक्ट हेड अमित कुमार को हटा दिया है। उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त होने की सूचना नगर निगम को भी दे दी गई है।
झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह करीब आठ साल बाद जेल से बाहर निकले हैं। दो महीने तक सिंह मैंशन में रहकर लोगों से मिल रहे थे। अब झरिया और धनबाद की राजनीति में सक्रियता तेज कर दी है।
बताते चले कि 22 दिसंबर से नगर निगम की सफाई एजेंसी रेमकी के 550 सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। थे। इस हड़ताल के कारण शहर में डोर टू डोर कचरा उठाव पूरी तरह ठप था। जिससे नगर निगम क्षेत्र में कूड़े-कचड़े का अंबार लग गया था।
सफाई कर्मियों का आरोप था कि रेमकी कंपनी पुराने कर्मचारियों को हटाकर नए कर्मचारियों को नियुक्त कर रही है। इसके अलावा, दो अलग-अलग श्रेणियों में पेमेंट किया जा रहा है। इसके अलावा कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही, पिछले दिनों एक सफाईकर्मी के हादसें में मौत होने के बाद उसके परिवार को अभी तक किसी भी प्रकार का मुआवजा या नौकरी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि चालकों को अर्द्ध कुशल श्रेणी में रखा गया है। उनके वेतन बढ़ाने की मांग की गई थी।

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