मां अस्पताल में, बेटा कर रहा था मजनूगीरी; पिता ने बांड भरकर छुड़ाया
मां अस्पताल में जिंदगी-मौत के बीच जंग लड़ रही है और इकलौता बेटा सड़कों पर मजनूगीरी कर रहा था।
जागरण संवाददाता, धनबाद। मां पिछले तीन माह से रांची के एक अस्पताल में जिंदगी-मौत के बीच जंग लड़ रही है और इकलौता बेटा धनबाद की सड़कों पर मजनूगीरी कर रहा था। गुरुवार को वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बाद में उसके पिता बांड भरकर छुड़ा ले गए।
धनबाद पुलिस रणधीर वार्मा चौक से मिश्रित भवन जानेवाली सड़क पर वी-मार्ट के पास हेलमेट चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी बीच, कुर्मीडीह बरवाअड्डा का एक युवक आफताब अंसारी अपने दो दोस्तों शमीम और लालू के साथ वी-मार्ट पहुंचा। वहां कुछ लड़कियां खरीदारी कर बाहर आ रही थीं। आफताब और उसके साथी उनकी तस्वीर खींचने लगे। लड़कियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। लड़कों की यह हरकत हेलमेट चेकिंग कर रही धनबाद पुलिस ने देख ली।
पुलिस जवान दौड़े और आफताब को पकड़ लिया, जबकि उसके साथी शमीम और लालू भाग निकले। पुलिस आफताब को सीधे थाने ले आई और उसके पिता पनीरुद्दीन अंसारी को बुलाया। शाम को पनीरुद्दीन थाना आए और बेटे को बांड पर छुड़ाकर ले गए।
इस दौरान आफताब ने बताया कि उसकी मां सुगिया बीबी उर्फ शमा परवीन पिछले तीन माह से हृदय रोग से पीड़ित हैं और उनका इलाज रांची में चल रहा है। वह अपने मां-बाप का इकलौती संतान है। उसने फिर ऐसी हरकत नहीं करने की बात कही। इस घटना से पनीरुद्दीन काफी शर्मसार दिखे।
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