Dhanbad Ujjain Train: धनबाद से उज्जैन के लिए चलेगी नई ट्रेन, सामने आई रूट की जानकारी; रेलवे ने दी मंजूरी
धनबाद से उज्जैन के लिए एक नई ट्रेन की मांग डीआरयूसीसी की बैठक में उठी क्योंकि वर्तमान में केवल शिप्रा एक्सप्रेस ही एकमात्र विकल्प है। सदस्यों ने कतरास और गोमो में लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव का मुद्दा भी उठाया। रांगाटांड़ अंडरपास के निर्माण में हो रही देरी और गड्ढों की समस्या पर भी चर्चा हुई जिसके समाधान के लिए रेलवे प्रशासन से आग्रह किया गया।

जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद से उज्जैन के लिए एक मात्र ट्रेन शिप्रा एक्सप्रेस चल रही है। वह भी प्रतिदिन नहीं चलती। धनबाद, कतरास, चंद्रपुरा, डालटनगंज, चोपन व सिंगरौली होकर उज्जैन के लिए नई ट्रेन आवश्यक है। इससे धनबाद और बोकारो के साथ झारखंड की बड़ी आबादी को महाकाल दरबार पहुंचने में सहूलियत होगी। कम से कम साप्ताहिक या सप्ताह में दो दिन नई ट्रेन चलाई जाए। धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर को पहले की तरह मूरी तक चलाया जाए।
यह बातें मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति सदस्य विजय शर्मा ने कही। अन्य सदस्यों ने भी उनकी मांगों को सहमति दी। मौका था डीआरएम कार्यालय के सभागार में आयोजित वित्तीय वर्ष के पहले मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति-डीआरयूसीसी की बैठक का।
एडीआरएम इंफ्रा अमित कुमार, सीनियर डीसीएम मोहम्मद इकबाल एवं सीनियर डीओएम अंजय तिवारी की उपस्थिति में हुई बैठक में दोनों मांगों को स्वीकृति दी गई। अन्य सदस्यों ने ट्रेनों के ठहराव, धनबाद स्टेशन के दक्षिणी छोर की बदहाल स्थिति में सुधार लाने, स्ट्रीट लाइट व पार्किंग के साथ सफाई की मुकम्मल बंदोबस्त का सुझाव दिया। रेल प्रशासन ने मांगों पर सकारात्मक पहल का भरोसा दिया।
कौन-कौन थे शामिल?
मध्यप्रदेश के मउगंज के विधायक प्रदीप पटेल, विजय शर्मा, चेतन गोएनका, बीरेंद्र यादव, भारत रजक, अजय कुमार, मृत्युंजय दास व राजन चौधरी।
रांगाटांड़ अंडरपास निर्माण की प्रक्रिया शुरू करे एजेंसी, जीएडी को स्वीकृति जल्द
रांगाटांड़ अंडरपास निर्माण को लेकर जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग जीएडी की नए सिरे से स्वीकृति के लिए पूर्व मध्य रेल मुख्यालय भेजे जाने के कारण आ रही बाधा का मामला डीआरयूसीसी की बैठक में गूंजा।डीआरयूसीसी सदस्य एवं जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोएनका ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार को लेकर रेलवे ने शीघ्र कार्यवाही की मांग की।
कहा कि कई वर्षाें से काम अटका है, अब रेलवे इसे न अटकाए। जल्द स्वीकृति दी जाए जिससे शहर को हर दिन की समस्या से राहत मिल सके।
विजय शर्मा ने भी ने चौड़ीकरण न होने से प्रतिदिन स्कूल वैन, एंबुलेंस समेत हजारों गाड़ियां फंसने का हवाला देकर शीघ्र स्वीकृति का आग्रह किया। रेल प्रशासन की ओर से कहा गया कि जीएडी की स्वीकृति को लेकर कोई समस्या नहीं होगी।मुख्यालय से बातचीत कर आठ-10 दिनों में स्वीकृति ले जीएगी।
रांगाटांड़ अंडरपास के गड्ढों को लेकर रेलवे से मांगा स्थायी समाधान
रांगाटांड़ अंडरपास के गड्ढों को लेकर भी रेलवे से स्थायी समाधान का आग्रह किया गया। चेंबर अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन से भी इस मामले में बातचीत की है। बार-बार पाइप लिकेज के कारण सड़क पर जलजमाव और गड्ढे को लेकर रेलवे व जिला प्रशासन ठोस निर्णय ले। रेल अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन से बातचीत कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
डीआरयूसीसी सदस्यों के सुझाव
- दक्षिणी छोर को अतिक्रमण मुक्त करा कर अनधिकृत पार्किंग व वसूली तत्काल बंद कराएं
- दक्षिणी छोर की सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराकर सफाई की व्यवस्था कराएं
- दक्षिणी छोर पर स्ट्रीट लाइट व सड़क के गड्ढों को शीघ्र भराएं
- कतरास स्टेशन पर हावड़ा-भोपाल, टाटा-जयनगर का ठहराव शुरू कराएं
- गोमो में हावड़ा-जोधपुर, पूर्वा, लालकुंआ समेत अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव शुरू कराएं
- लिलोरी मंदिर के पास व सोनारडीह रेल फाटक का फोरलेन के अनुरूप चौड़ीकरण किया जाए
- डीआरयूसीसी की बैठक में नई ट्रेन के साथ कतरास व गोमो में लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव का गूंजा मुद्दा
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