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    Jamtara Boat Capsized: बराकर नदी में डूबे 21 लोगों का 24 घंटे बाद भी पता नहीं, बचने की उम्मीद कम

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Fri, 25 Feb 2022 06:10 PM (IST)

    Jamtara Boat Capsized Update News झारखंड के जामताड़ा जिले में बराकर नदी में नाव डूबने से लापता लोगों को खोजने का अभियान जारी है। नाव पर 25 लोग सवार थे। चार लोग खुद तैर कर बाहर निकल गए। 24 घंटे बाद भी डूबे लोगों का पता नहीं चल सका है।

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    जामताड़ा नाव हादसे के बाद बराकर नदी में एनडीआरएफ का रेस्क्यू अभियान ( फोटो साैजन्य)।

    जागरण संवाददाता, जामताड़ा। झारखंड में धनबाद और जामताड़ा के बीच बराकर नदी में नाव डूबने की घटना के 24 घंटे बाद भी लापता 21 लोगों को अभी तक पता नहीं चल पाया है। बराकर नदी में एनडीआरएफ की तरफ से खोज अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार शाम करीब पांच बजे नदी में नाव डूब गई। नाव पर 25 लोग सवार थे। 4 लोग तैर कर बाहर निकल गए। गुरुवार रात एक बजे एनडीआरएफ ने खोज अभियान शुरू किया। शुक्रवार दिनभर चला। चार पांच बजे तक एक भी लोगों का पता नहीं चल सका। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर हादसे पर गहरा शोक व्यक्ति किया है। नाव पर सवार लोग धनबाद के निरसा से जामताड़ा की ओर जा रहे थे। स्थानीय विधायक इरफान अंसारी ने झारखंड के मुख्यमंत्री से मिलकर मृतकों के आश्रितों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। 

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    लापता लोगों में एक ही परिवार के पांच लोग

    लापता लोगों में जामताड़ा जिले के मेंझिया गांव निवासी अबुल अंसारी, उसकी पत्नी छुट्टियां बीबी, साली, 12 वर्षीय पुत्र असरफुल एवं 10 साल की बेटी गुलस्तां खातून, श्यामपुर गांव निवासी रशीद अंसारी,उसकी पत्नी सालेहा बीबी, साली गुलफ्शा व दो बच्चे शामिल हैं। ये सभी इलाज कराने के लिए जामताड़ा से धनबाद आए थे। घर लाैटते समय हादसा हो गया। जबकि अन्य लापता लोगों का अभी पता नहीं चल सका है।

    काली रात और बारिश के कारण प्रभावित हुआ रेस्क्यू

    हादसे के बाद देवघर से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। रात एक बजे के बाद एनडीआरएफ की टीम बराकर नदी में उतरी। रातभर रेस्क्यू अभियान चला। हालांकि काली रात और बारिश के कारण अभियान प्रभावित हुआ। नदी में अंधेरा पसरा हुआ था। रातभर बारिश होती रही। सुबह एनडीआरएफ की टीम ने लापता लोगों को खोजने का अभियान फिर से तेज किया। दिनभर खोल अभियान जारी रहा। किसी का पता नहीं चल सका। दामोदर घाटी निगम की तरफ से भी नदी में खोल अभियान में पचास के करीब नाव शामिल किए गए।

    ग्रामीणों ने दिलेरी दिखा चार को निकाला

    स्थानीय ग्रामीणों ने दिलेरी दिखाई। डूब रहे वीरगांव का सुरेश मुर्मू, शहरजोरी के दो युवक और मेंझिया के परसित कुमार मंडल को उन्होंने बाहर निकाल लिया है। एंबुलेंस से इलाज को जामताड़ा अस्पताल भेजा गया है। मेंझिया गांव के ही रहने वाले दो बच्चों समेत चार लोग अभी लापता हैं।