इंद्र देव ने बरसाई कृपा, रावण को मिला एक दिन का जीवनदान, सिंदरी में अब पुतला दहन कल
सिंदरी के ऐतिहासिक शहरपुरा शिव मंदिर परिसर में दशकों से चली आ रही राम-रावण युद्ध इस वर्ष इंद्र देव भगवान के हस्तक्षेप के बाद एक दिन टल गया है। एसके साथ ही रावण को एक दिन का जीवनदान मिल गया है। रावण दहण के लिए लोगों को अब एक दिन और इंतजार करना पड़ेगा। रावण का पुतला लगातार मूसलधार बारिश से भीग गया है।

जागरण संवाददाता, झरिया(धनबाद)। सिंदरी के ऐतिहासिक शहरपुरा शिव मंदिर परिसर में दशकों से चली आ रही राम-रावण युद्ध इस वर्ष इंद्र देव भगवान के हस्तक्षेप के बाद एक दिन टल गया है।
वहीं रावण को एक दिन का जीवनदान मिल गया है। रावण दहण के लिए लोगों को अब एक दिन और इंतजार करना पड़ेगा। आस्था से सराबोर इस आयोजन को ले जहां लोगों में उत्साह चरम पर था ।
लगातार मूसलधार बारिश से भीग गया है 65 फीट ऊंचा बना रावण का पुतला
वहीं अचानक हुई मूसलधार बारिश ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। लगातार मूसलधार बारिश से 65 फीट ऊंचा रावण का पुतला पूरी तरह भींग गया है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह सब स्वयं इंद्र देव के हस्तक्षेप के कारण हुआ है। वहीं रावण को एक दिन का और जीवनदान मिला है।
लोगों ने बताया कि सुबह से ही लोग रावण दहन को लेकर काफी उत्साहित थे। लेकिन सुबह से लगातार बारिश के कारण सभी का उमंग फीका पड़ गया है। वहीं परिसर में रावण का पुतला खड़ा है।
सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रख एक दिन टालने का लिया गया निर्णय
शहरपुरा मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि मौसम को देखते हुए अब रावण दहन कार्यक्रम अगले दिन आयेाजित किया जाएगा। सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रख यह निर्णय लिया गया है।
वहीं विधि व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन तैनात है। वही स्थानीय लोगों ने कहा कि भले ही बारिश के कारण रावण दहन एक दिन टल गया है। लेकिन आस्था में कोई कमी नहीं आई है।
सभी श्रद्धालु एक दिन और रावण दहन का इंतजार करेंगे। इस बार बारिश की वजह से रावण दहन के एक दिन टल जाने से यह यादगार बनी रहेगी।
वहीं मोहलबनी में 40 फीट ऊंचा रावण दहन किया जाएगा। जबकि पाथरडीह मोहन बाजार में भी भव्य रूप से 60 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है जिसका दहण शुक्रवार की शाम में किया जाएगा।
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