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    IIT-ISM: अगले साै साल को लक्ष्य कर मैथन में बनेगा सेकेंड कैंपस, खुलेंगे मेडिकल और लॉ कॉलेज Dhanbad News

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    Updated: Sat, 26 Oct 2019 10:00 AM (IST)

    देश में तकनीकी और मेडिकल कॉलेज की मांग बढ़ रही है। ISM पर छात्रों का दबाव है। IIT बनने के बाद छात्र-छात्राओं का दबाव कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है।

    IIT-ISM: अगले साै साल को लक्ष्य कर मैथन में बनेगा सेकेंड कैंपस, खुलेंगे मेडिकल और लॉ कॉलेज Dhanbad News

    धनबाद, जेएनएन। IIT-ISM धनबाद अगले साै साल की आवश्यकताओं को ध्यान में रख तैयार होगा। इसके लिए धनबाद जिला मुख्यालय से करीब 40 किमो दूर स्थित मैथन के पास सेकेंड कैंपस का निर्माण किया जाएगा। इस कैंपस में मेडिकल और लॉ कॉजेल भी खोलने की योजना है।

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    देश में तकनीकी और मेडिकल कॉलेज की मांग बढ़ रही है। ISM पर छात्रों का दबाव है। IIT बनने के बाद छात्र-छात्राओं का दबाव कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। आने वाले दिनों में संस्थान को विश्वस्तरीय बनाने और समय के अनुसार आधारभूत संरचना की मांग को पूरी करने के लिए प्रबंधन ने सेकेंड कैंपस खोलने की योजना बना रखी है। इसके लिए झारखंड सरकार से जमीन की मांग की गई थी। मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में शुक्रवार को रांची में कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में कैंपस टू के लिए निरसा अंचल में 226.98 एकड़ जमीन हस्तांतरित करने का निर्णय लिया गया। यह जमीन गैर आबाद खास (पुरातन पतित) किस्म की है। झारखंड सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद जिला प्रशासन जमीन हस्तातरित करने की कार्रवाई करेगा। इस जमीन पर आइआइटी-आइएसएम मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज आदि का निर्माण करने की योजना पूर्व से ही तैयार कर रखी है। दरअसल आइएसएम को आइआइटी का दर्जा मिलने के बाद प्रबंधन ने इसके विस्तार की योजना तैयार की थी। इसके लिए धनबाद जिला प्रशासन से जमीन मागी गई है। चूंकि, धनबाद शहर और इसके आसपास के क्षेत्रों में सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा आइआइटी-आइएसएम मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर निरसा अंचल में 226 एकड़ जमीन चिह्नित किया गया था। जिला प्रशासन ने जमीन चिह्नित कर हस्तातरण के लिए प्रस्ताव तैयार कर वाया आयुक्त झारखंड सरकार के पास भेजा था। आइआइटी-आइएसएम प्रबंधन चाहता है कि जमीन का हस्तातरण निश्शुल्क हो। निश्शुल्क हस्तातरण का अधिकार जिला प्रशासन को नहीं है। यह निर्णय झारखंड कैबिनेट को करना था। शुक्रवार को केबिनेट ने 200 एकड़ जमीन स्वीकृत कर दी है।

    • आइएसएम के लिए चिह्नित जमीन
    • मौजा-खाता-रकवा
    1. मेढ़ा-133-121.39
    2. बेलियाद-07-28.64 -
    3. केशरकुलर-41,57-24.40
    4. कालीमाटी-41-3.69 -
    5. बड़जोर-6,62,73-48.86

    निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने मैथन में आइआइटी आइएसएम के लिए 200 एकड़ जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव कैबिनेट में पास करने पर खुशी जताई है। विधायक ने कहा कि वह इसके लिए लंबे समय से प्रयासरत थे। उन्होंने विधानसभा में कई बार सवाल भी उठाए। पहले यह जमीन गोविंदपुर में अधिग्रहित किया जाना था लेकिन लगातार प्रयास एवं सरकार के साथ संवाद से मैथन में जमीन अधिग्रहित किए जाने पर सरकार राजी हुई। 200 एकड़ सरकारी भूमि आइआइटी को दिया जाएगा। 98 एकड़ रैयती जमीन दूसरे चरण में अधिग्रहित कर आइआइटी आइएसएम को देने का प्रस्ताव है। उम्मीद है यह भी जल्दी हो जाएगा। झारखंड प्रदेश भाजपा के प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्र ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि निरसा अंचल में IIT-ISM का सेकेंड कैंपस बनने से क्षेत्र का विकास होगा। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। जो काम पिछले 70 साल में नहीं हुआ भाजपा सरकार ने कर दिखाया है।