Dhanbad News: कोल अधिकारियों के दिव्यांग बच्चों के लिए खुशखबरी, सीपीआरएमएसई के तहत मिलेगा मेडिकल सुविधा का लाभ
कोयला अधिकारियों के दिव्यांग बच्चों को कंट्रीब्यूट्री पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल बेनिफिट (ई) के तहत लाभ देने को लेकर कोल इंडिया बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। पहले 25 साल तक उम्र के ही दिव्यांग बच्चों को इसके तहत चिकित्सा सुविधा का लाभ था। अब आजीवन निशुल्क इलाज करा सकेंगे।

धनबाद, जागरण संवाददाता: कोयला अधिकारियों के दिव्यांग बच्चों को कंट्रीब्यूट्री पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल बेनिफिट (ई) के तहत लाभ देने को लेकर कोल इंडिया बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसको लेकर कोल इंडिया प्रबंधन ने अधिसूचना जारी कर सभी कोयला कंपनियों से ऑन रोल व रिटायर किए अधिकारियों के दिव्यांग बच्चों से संबंधित सूची मांगी है।
यह सूची 31 जनवरी तक कोल इंडिया में जमा करना है। कोल इंडिया के कार्मिक उप प्रबंधक राजेश बी नायर ने शुक्रवार को कोयला कंपनियों के महाप्रबंधक कार्मिक विभागाध्यक्ष को इस संबंध में पत्र जारी किया। शनिवार को सभी कोयला कंपनियों को यह पत्र मिल गया है। कोयला भवन मुख्यालय ने सभी एरिया को इस संबंध में तुरंत फॉर्म जाम करते हुए रिपोर्ट तलब की है।
पहले 25 साल तक उम्र के ही दिव्यांग बच्चों को इस स्कीम के तहत चिकित्सा सुविधा का लाभ था। अब आजीवन निशुल्क इलाज करा सकेंगे। मालूम हो इस स्कीम में गंभीर रोगों के इलाज में खर्च की सीमा नहीं है।
कोल माइंस अफसर एसोसिएशन के बीसीसीएल शाखा अध्यक्ष एके सिंह व महासचिव निर्झर चक्रवर्ती ने बताया कि यह मांग काफी दिनों से प्रबंधन से की जा रही थी। कर्मचारियों के दिव्यांग बच्चों को सीपीआरएमएस (एनई) के तहत लाभ मिल रहा था लेकिन अधिकारियों को इससे वंचित रखा गया था। जिसके के कारण काफी परेशानी हो रही थी।
उन्होंने बताया कि उनकी कई अन्य मांगे भी हैं जो अब भी प्रबंधन के पास विचारधीन है। जिस पर प्रबंधन को निर्णय लेना है। जिसमें मुख्य रूप से आश्रित नियोजन का मामला है, अधिकारियों के मौत के बाद अगर एक भी बच्चा उनका नौकरी करता है तो इस स्थिति में नियोजन से वंचित रखा जा रहा है। प्रबंधन को इस पर विचार करना चाहिए।

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