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    धनबाद सीजीएल नकल कांड में बड़ा खुलासा; मुख्य आरोपी को भेजा गया जेल, नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 05:58 PM (IST)

    धनबाद में सीजीएल 2025 परीक्षा में नकल का मामला सामने आया है जिसमें एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आरोपी के कॉल डिटेल और परीक्षा केंद्र के रिकॉर्ड की जांच कर रही है। जांच में पता चला है कि कंप्यूटर हैक हुआ था। पुलिस को पटना से भी नेटवर्क जुड़े होने का संदेह है।

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    धनबाद के बरवाअड्डा में एक सेंटर पर एसएससी सीजीएल परीक्षा में पकड़ाया आरोपित। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता,धनबाद। बरवाअड्डा रोड स्थित एक परीक्षा केंद्र पर आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा सीजीएल 2025 के दौरान पकड़े गए नकल कांड की जांच अब तेजी से आगे बढ़ रही है।

    पुलिस ने मुख्य आरोपी अभ्यर्थी को जेल भेज दिया है और उसके बयान के आधार पर कई पहलुओं पर सत्यापन शुरू कर दी है।

    पुलिस सिर्फ आरोपी और उसके साथियों की कॉल डिटेल खंगाल ही नहीं रही, बल्कि जिस इन्फिनिटी डिजिटल जोन संस्थान में परीक्षा आयोजित हुई थी उसका भी पूरा रिकार्ड खंगालने की तैयारी में जुटी है।

    इस मामले की जांच अधिकारी मुख्यालय डीएसपी शंकर कामती को बनाया गया है। पुलिस इस मामले में शामिल पूरे नेटवर्क को पकड़ने की कोशिश में जुटी है।

    नेटवर्क पटना से भी जुड़े होने की आशंका है और पुलिस इसका भंडाफोड़ करने की तैयारी में जुटी है। एसपी सिटी ऋत्विक श्रीवास्तव मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

    एसपी सिटी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। अब तक जांच में पता चला है कि कंप्यूटर हैक हुआ है।एसपी के अनुसार एसएससी व अन्य केंद्रीय एजेंसियों को भी मामले की जानकारी दे दी गई है।

    कैसे पकड़ा गया मामला

    26 सितंबर को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र स्थित गोल्डन कैंप, कुर्मीडीह में परीक्षा की तीसरी पाली के दौरान रोल नंबर 4206035544 का अभ्यर्थी 24 वर्षीय आइके गुजराल जो सिरिया, थाना धनरूआ, पटना, बिहार संदिग्ध गतिविधियों में पकड़ा गया।

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    परीक्षा ड्यूटी पर तैनात दंडाधिकारी महादेव गोराई ने देखा कि वह माउस पकड़े बैठा था लेकिन कंप्यूटर पर उत्तर अपने आप टिक हो रहे थे। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई और आरोपित को हिरासत में ले लिया गया।

    बयान में चौंकाने वाले खुलासे

    पुलिस पूछताछ में आरोपित ने स्वीकार किया कि इस पूरे खेल की रूपरेखा पटना में तैयार की गई थी। उसने बताया कि पटना निवासी रौशन कुमार और सचिन कुमार जो राजेन्द्र नगर, पटना का रहनेवाला है,उसने ही उसे इस अवैध व्यवस्था में शामिल किया।

    साथ ही उसने एजुकीटी करियर टेक्नोलॉजीज कंपनी और उसके कर्मचारी राक्सन रहमान का नाम भी लिया, जो तकनीकी रूप से नकल कराने में मदद कर रहे थे।

    पुलिस की सख्त कार्रवाई

    बरवाअड्डा थाना ने आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया है। पुलिस अब सभी नामजद के कॉल डिटेल और मोबाइल संपर्कों की गहन जांच पड़ताल कर रही है।

    साथ ही इन्फिनिटी डिजिटल जोन परीक्षा केंद्र के पूरे रिकॉर्ड को खंगालने की तैयारी में जुटी है। इधर पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस गिरोह के तार पटना समेत अन्य शहरों तक फैले हो सकते हैं।

    अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सरकारी परीक्षाओं में धांधली करने वाले इस नेटवर्क का जल्द ही भंडाफोड़ किया जाएगा।

    एसपी सिटी ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए काफी गहनता से जांच की जा रही है। मामले में पुलिस सभी जरूरी जांच के एंगल को तलाश रही है।