Munna Bhai MBBS के मकसूद भाई याद हैं...? उसी तरह अब गांधी टोपी में नजर आएंगे धनबाद मेडिकल कॉलेज के कर्मी
मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म तो आपने देखी ही होगी। फिल्म के मकसूद भाई भी याद होंगे। अब उसी मकसूद भाई के गेटअप में धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज के आउटसोर्सिंग कर्मी भी नजर आएंगे। बात हो रही है मकसूद भाई की गांधी टोपी की।

जागरण संवाददाता, धनबाद: मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म तो आपने देखी ही होगी। फिल्म के मकसूद भाई भी याद होंगे। अब उसी मकसूद भाई के गेटअप में धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज के आउटसोर्सिंग कर्मी भी नजर आएंगे। बात हो रही है मकसूद भाई की गांधी टोपी की। फिल्म में केवल मकसूद भाई ही नहीं, बल्कि बाकी मेडिकल स्टाफ भी गांधी टोपी में नजर आते हैं।
और केवल मुन्ना भाई एमबीबीएस ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड की तमाम फिल्मों और सीरियल में अमूमन अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मचारी गांधी टोपी पहने हुए नजर आते हैं। अब इस ड्रेस कोड में जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के 500 आउटसोर्सिंग कर्मचारी देखने को मिलेंगे। एसएनएमएमसीएच के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में सेवा दे रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारी भी बदले हुए ड्रेस में नजर आएंगे। दरअसल स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने इस संबंध में धनबाद सहित राज्य के तमाम जिलों के मेडिकल कॉलेजों के प्रमुख और सिविल सर्जन को निर्देश जारी किया है। इसके अलावा आउटसोर्सिंग कर्मचारी भी नियमित बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाएंगे। अब तक सिर्फ सरकारी कर्मचारी और अनुबंध कर्मचारी ही नियमित अटेंडेंस बनाते हैं।
मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई ड्रेस कोड लागू करने की कवायद
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में लगभग एक सौ और अस्पताल में 450 आउटसोर्सिंग कर्मचारी सेवा दे रहे हैं। इन कर्मचारियों को अलग-अलग रंगों के ड्रेस पहनने होंगे। इसमें पारा मेडिकल कर्मचारी, खाना बनाने वाले रसोइया, लॉन्ड्री में सेवा देने वाले, सुरक्षा में लगे लोग सबके लिए अलग-अलग रंग का ड्रेस तय किया गया है। एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर अरुण कुमार वर्णवाल ने बताया कि अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद अस्पताल में नई व्यवस्था लागू करने की कवायद शुरू कर दी गई है। जल्द अस्पताल के आउटसोर्सिंग कर्मचारी नई ड्रेस में होंगे।
सिविल सर्जन ने सभी प्रभारियों को दिया निर्देश
अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद जिले के सिविल सर्जन डॉक्टर आलोक विश्वकर्मा ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को निर्देश जारी किया है। उन्होंने अपर मुख्य सचिव के आदेश का पालन करने को कहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में काम करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारी जल्द नई ड्रेस में सेवा देंगे। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
किसके लिए कौन सा कलर
हाउसकीपिंग स्टाफ: ब्लू रंग की शर्ट, पैंट, लड़कियों के लिए सलवार सूट, इसी रंग की पट्टी की सफेद साड़ी व निर्धारित रंग का ब्लाउज।
सिक्युरिटी स्टाफ: मरून रंग की शर्ट, ब्लू रंग की पैंट, सलवार सूट, इसी रंग की पट्टी की सफेद साड़ी व निर्धारित रंग का ब्लाउज।
जनरल स्टाफ: ग्रे (स्लेटी) रंग की शर्ट, ब्लू रंग की पैंट, सलवार सूट, संबंधित रंग की पट्टी की सफेद साड़ी व निर्धारित रंग का ब्लाउज
पारा मेडिकल एवं टेक्नीशियन स्टाफ: पीला ब्लू रंग का शर्ट, पैंट, सलवार सूट, संबंधित रंग की पट्टी की सफेद साड़ी व ब्लाउज।
आहार स्टाफ: हरे रंग की शर्ट, ब्लू रंग की पैंट, सलवार सूट, संबंधित रंग की पट्टी की सफेद साड़ी व निर्धारित रंग का ब्लाउज।
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