धनबाद में मौत का धुआं! 1680 PPM तक दर्ज किया गया कार्बन मोनोआक्साइड; NDRF का चौंकाने वाला बयान
NDRF Alert: धनबाद के केंदुआडीह क्षेत्र में जहरीली गैस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है और गैस रिसाव का स्रोत अब तक खोजा नहीं जा सका है। बढ़ती गैस की तीव ...और पढ़ें

केंदुआडीह में जहरीली गैस रिसाव की जांच करती एनडीआरएफ की टीम। (फोटो जागरण)
जागरण संवाददाता, धनबाद। Dhanbad Toxic Gas Leak: भूमिगत आग एवं भूधंसान प्रभावित झरिया फायर एरिया के तहत आने वाली बीसीसीएल की केंदुआडीह कोलियरी क्षेत्र में पिछले चार दिनों से जहरीली गैस का रिसाव जारी है। राजपूत बस्ती की दो महिला की मौत हो चुकी है। बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हैं।
बढ़ते जहरीली गैस के प्रकोप और गैस के स्रोत का अब तक पता न चल पाने से जिला प्रशासन की नींद उड़ गई है। लगातार लोग गैस की चपेट में आकर बेहोश हो रहे हैं। फिलहाल पूरी बस्ती दहशत के साए में है और लोग रात–दिन खुली हवा में रहने को मजबूर हैं। प्रशासन के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती गैस रिसाव के स्रोत का पता लगाकर उसे तत्काल रोकना है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह संकट पूरे धनबाद शहर के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
नौवीं एनडीआरएफ, रांची के डिप्टी कमांडेंट विनय कुमार रविवार को मौके पर पहुंचे और गैस की तीव्रता नापी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 100 PPM से अधिक कार्बन मोनोऑक्साइड होने पर साधारण मास्क बेअसर हो जाते हैं, जबकि प्रभावित क्षेत्र में 1680 PPM तक दर्ज किया गया है। ऐसे स्थानों पर केवल SCBA या शुद्ध ऑक्सीजन ही एकमात्र सुरक्षा विकल्प है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस जगह रहना मौत को न्योता देने के समान है।
बीसीसीएल को कड़ी चेतावनी
एनडीआरएफ ने बीसीसीएल प्रबंधन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि बस्ती के नीचे स्थित पुरानी अंडरग्राउंड खदान से गैस रिसाव हो रहा है। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद रिसाव के मूल कारण का पता नहीं चल सका है। सिंफर, डीजीएमएस, एनडीआरएफ, माइंस रेस्क्यू टीम और बीसीसीएल के अधिकारी लगातार जांच कर रहे हैं, पर अभी तक केवल गैस की तीव्रता ही नापी जा रही है।
पुनर्वास के लिए पांच लाख मुआवजे की मांग
जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को बेलगड़िया में बसाने, भोजन की व्यवस्था और स्वास्थ्य शिविर लगवाने की पहल की है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें स्थायी जमीन और बसने के लिए पांच लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। केंदुआडीह मस्जिद मोहल्ला के निवासी मो. जाहिद शेख ने जिला प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि एनडीआरएफ ने उनके घर में भी गैस की तीव्रता खतरनाक पाई है।
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उन्होंने कहा कि लोगों को हटाने भर से समस्या नहीं रुकेगी। यदि गैस रिसाव के मूल कारण का पता लगाकर उसे रोका नहीं गया तो यह गैस केंदुआडीह तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे धनबाद में फैल जाएगी। उन्होंने चेताया-कहीं धनबाद भी भोपाल न बन जाए।
राजपूत बस्ती की शाहजहां खातून ने कहा कि गैस की तीव्रता लगातार बढ़ रही है। प्रशासन केवल नापने और राहत बांटने में लगा है। आवश्यकता इस बात की है कि गैस रिसाव का कारण खोजकर उसे रोकने की ठोस कार्रवाई की जाए, ताकि उनकी बस्ती सहित पूरे क्षेत्र के लोग सुरक्षित रह सकें।

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