Dhanbad: पुलिस की लापरवाही से सिंदरी के शहरपुरा में बवाल... भौंरा ओपी प्रभारी हुए जख्मी
भौंरा ओपी प्रभारी जख्मी हो गए हैं। विदित हो कि लक्की सिंह एवं उसके समर्थकों ने तीन दिन पूर्व झामुमो संस्थापक बिनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई की थी। इसके विरोध में बलियापुर के युवकों ने उसी रात लक्की सिंह के कार्यालय पर हमला किया था।

जागरण संवाददाता, धनबाद/झरिया: पारंपरिक हथियारों से लैस बलियापुर के हजारों ग्रामीणोंं ने शुक्रवार को सिंदरी में प्रदर्शन किया और जेल में बंद भाजपा के पूर्व विधायक संजीव सिंह के समर्थक लक्की सिंह के शहरपुरा स्थित कार्यालय पर हमला कर दिया। कार्यालय में तोड़फोड़ की। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए शहरपुरा बाजार बंद हो गया। फायरिंग भी हुई है। भौंरा ओपी प्रभारी जख्मी हो गए हैं।
शहरपुरा में गुरुवार को हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर जमसं और सिंह मेंशन समर्थक लक्की सिंह के कार्यालय में तोड़फोड़ की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी। लगभग एक सप्ताह से लक्की सिंह और बड़दाहा के कुछ ग्रामीणों की पिटाई के बाद यहां दोनों पक्षों में काफी तनातनी का माहौल था। कुछ दिन पूर्व लक्की समर्थकों की ओर से बड़दाहा के छह ग्रामीणों सहित पूर्व सांसद विनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई के बाद माहौल और गर्म हो गया। इसके बाद भी पुलिस चौकस नहीं हुई। पुलिस अगर मामले को लेकर अलर्ट रहती तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती। आज सिंदरी का शहरपुरा एरिया गोलियाे की आवाज से दहलता नहीं। साथ ही भौंरा ओपी प्रभारी भी जख्मी नहीं होते।


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लक्की सिंह के स्कार्पियो को ग्रामीणों ने किया क्षतिग्रस्त। (जागरण)
लेकिन सिंदरी थाना पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। यही कारण है कि लक्की सिंह के कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के बाद पुलिस की तैनाती तो कर दी गई थी। लेकिन रात में पुलिस चली गई। इसके कारण ग्रामीणों ने कुछ दिन पूर्व देर रात में लक्की के कार्यालय में हमला कर तोड़फोड़ की। गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन करने के लिए बलियापुर और बड़दाहा के ग्रामीण सुबह से ही हवाई पट्टी में जुटने लगे थे। लोगों को अनहोनी की आशंका होने लगी थी। बावजूद इसके बलियापुर और सिंदरी थाना पुलिस गंभीर नहीं हुई।
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आश्चर्य की बात तो यह है कि सिंदरी के डीएसपी अभिषेक कुमार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने शहरपुरा में अस्त्र शस्त्र के साथ खूब तांडव मचाया। पुलिस की एक भी न चली। ताज्जुब की बात तो यह है कि बलियापुर, सिंदरी और आसपास के थानों की पुलिस के अलावा धनबाद से भी जवानों को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए बुलाया गया था। लेकिन ग्रामीणों के आगे इनकी एक न चली। ग्रामीणों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए लाठी-डंडे तलवार चलाएं। फायरिंग भी की। पुलिस अधिकारी सहित अनेक लोग जख्मी हुए। आधा दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस कुछ नहीं कर सकी। ग्रामीण हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर चले गए। इससे शहरपुरा के लोगों में दहशत व्याप्त है।
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लक्की सिंह के विरोध में आज बलियापुर से प्रदर्शन करने ग्रामीण सिंदरी पहुंचे थे।
शहरपुरा में कई दिनों से सिंह मेंशन समर्थक लकी सिंह उनके लोगों और ग्रामीणों के बीच चल रही तनातनी के बाद गुरुवार को हिंसक झड़प हुई। मामले को बाहरी भीतरी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इससे
शहरपुरा के लोगों में दहशत का माहौल है।

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