रेलवे पर मंडराया 'लाल आतंक' का खतरा, 26 जनवरी को ब्लैक डे मनाएंगे नक्सली, आज से ही घट जाएंगी ट्रेनों की रफ्तार
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी केंद्रीय कमेटी ने 26 जनवरी को ब्लैक डे मनाने का ऐलान कर दिया है। इसकी सूचना मिलते ही सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। 25 जनवरी की रात से 27 जनवरी सुबह तक नक्सल प्रभावित रेल खंडों पर यात्री ट्रेनों पर नजर रखी जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद। गणतंत्र दिवस को लेकर रेलवे पर लाल आतंक का खतरा मंडराने लगा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी केंद्रीय कमेटी ने 26 जनवरी को ब्लैक डे मनाने का ऐलान कर दिया है। विशेष शाखा से मिली सूचना के बाद धनबाद रेल मंडल को हाई अलर्ट कर दिया गया है। नक्सली खतरे के मद्देनजर 25 जनवरी की रात से ही आरपीएफ और आरपीएसएफ मोर्चा संभालेगी। 25 जनवरी की रात से 27 जनवरी सुबह तक नक्सल प्रभावित रेल खंडों पर यात्री ट्रेनों को गति नियंत्रित कर चलाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर यात्री ट्रेनों के आगे पायलट इंजन भी चलेंगे। ट्रेनों की सुरक्षा में लगे जवानों को भी एहतियात बरतने का निर्देश जारी किया गया है।
बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ हथियारबंद जवानों की तैनाती
धनबाद रेल मंडल के नक्सल प्रभावित रेल खंडों पर पहले ही धमाके होते रहे हैं। यही वजह है कि इस बार उन प्रभावित क्षेत्रों में बुलेट प्रूफ जैकेट समेत पूरी तैयारी के साथ हथियारों से लैस जवान तैनात रहेंगे। 25 की रात से 27 की सुबह तक निगेहबानी होगी। आरपीएफ व आरपीएसएफ के साथ स्थानीय पुलिस भी रहेगी।
धनबाद मंडल के प्रभावित स्टेशनों पर बढ़ाया गया पहरा
धनबाद रेल मंडल से गुजरने वाले हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग के बिहार से सटे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन हिस्सों के सुरंग, ब्रिज और रेलवे ट्रैक की नाइट पेट्रोलिंग करने वाले कर्मचारियों को अलर्ट किया गया है। चौधरीबांध, निमियाघाट जैसे स्टेशनों के साथ लातेहार, कुमंडी, डेमू, रिचुघुटा वाले रेल मार्ग पर भी सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश जारी किया गया है।
इंटेलीजेंस से समन्वय बना मुख्यालय को देंगे पल-पल की खबर
सभी आरपीएफ इंस्पेक्टर से कहा गया है कि इंटेलीजेंस एजेंसी से समन्वय बना कर अपने शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ पूर्व मध्य रेल मुख्यालय को भी पल-पल के अपडेट देते रहेंगे। रात में पोस्ट पर रहकर स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की मानिटरिंग करेंगे। आपात परिस्थितियों के लिए पेट्रोल स्पेशल भी तैयार रखने को कहा गया है। स्टेशन मास्टर, गार्ड, चालक, पेट्रोलमैन समेत दूसरे सभी फ्रंट लाइन कर्मचारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे।
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