Jagran Exclusive: अफसरों ने बंगलों के नाम पर किया बड़ा 'खेल', अब होगी पाई-पाई की वसूली
धनबाद में कोयला खान भविष्य निधि संगठन के पूर्व आयुक्त विजय कुमार मिश्रा और अन्य अधिकारियों द्वारा गलत ढंग से आवास भत्ते का भुगतान लेने के मामले में वसूली शुरू हो गई है। कोयला मंत्रालय के निर्देश पर प्रतिनियुक्त अधिकारियों के मूल नियोजन स्थल पर पत्र भेजकर राशि का भुगतान करने का आदेश दिया गया है।

आशीष अंबष्ठ, धनबाद। झारखंड के धनबाद में कोयला खान भविष्य निधि संगठन के पूर्व आयुक्त विजय कुमार मिश्रा, क्षेत्रीय व सहायक आयुक्त स्तर के अधिकारी कुमार आशुतोष, एके सिन्हा, सचिन गोयल ने गलत ढंग से आवास भत्ता का भुगतान लिया। अब इसकी वसूली शुरू कर दी गई है।
प्रतिनियुक्त पर सीएमपीएफ आए अधिकारियों को उनके मूल नियोजन स्थल पर पत्र भेज कर वसूली की राशि का भुगतान करने का आदेश दिया गया है। ऐसा कोयला मंत्रालय के विजिलेंस निदेशक मीणा कुमारी शर्मा के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है।
बताया जाता है कि इस माह एके सिन्हा से 60 हजार की राशि वसूली की गई है। वहीं, पूर्व आयुक्त वीके मिश्रा अब सेवानिवृत्त सीपीईएस, सचिन गोयल पीएफआरडीए, कुमार आशुतोष केंद्रीय सचिवालय से आवास भत्ता की राशि वसूली के लिए उनके मूल नियोजन स्थल पर पत्र भेजा गया है।
इधर रविवार को सीएमपीएफ के आयुक्त एस कुमार ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मंत्रालय के दिशा निर्देश पर वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नियम के खिलाफ काम करने पर कार्रवाई होगी।
सीवीसी को 23 जनवरी को इसको लेकर एक शिकायत की गई थी। शिकायत की जांच दो अप्रैल को पूरी कर रिपोर्ट सौंपी गई। इसके बाद 22 अप्रैल को कार्रवाई शुरू हुई।
कोयला मंत्रालय के निदेशक विजिलेंस सेक्शन मीणा कुमार शर्मा ने सीएमपीएफ प्रबंधन को 22 अप्रैल को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई करते हुए राशि की वापसी लाने का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि यह मामला मई 2022 से लेकर 2025 से संबंधित है। सीएमपीएफ का पूरे देश में कार्यालय स्थित है।
प्रतिनियुक्त पर आए अधिकारी ने किया नियम का उल्लघंन
कोयला खान भविष्य निधि संगठन आयुक्त जून में सेवानिवृत हो गए। वे तीन साल के लिए यहां प्रतिनियुक्त आए है। 1991 बैच के सीपीईएस कैडर के विजय कुमार मिश्रा अब अपने मूल कैडर में वापस हो गए थे। उन्हें भारत सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी निधि श्रीवास्तव ने पत्र मिश्रा को 31 मई 2025 तक के लिए नियुक्त किया था।
कई कार्यों पर जांच की आंच
बताया जाता है कि मार्च से अप्रैल के बीच कई ऐसे काम किए गए है। जिसकी शिकायत सीवीसी, कोयला मंत्रालय तक की है। उन सब शिकायतों का सत्यापन किया जा रहा है। सच्चाई सामने आते ही कागजी जांच को लेकर टीम गठित गई जाएगी।
इसको लेकर सीएमपीएफ में अधिकारियों को भनक लग गई है। कई लोगों को तबादला भी मन चाहा स्थान पर अंतिम समय में किया गया है। इसको लेकर मुख्यालय तक नजर है।
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