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    बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा के बीच झारखंड VHP का बड़ा निर्णय, संगठन विस्तार और दृढ़ीकरण पर जोर

    By Sudhir Kumar Singh Edited By: Mritunjay Pathak
    Updated: Sat, 27 Dec 2025 04:39 PM (IST)

    VHP Jharkhand: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा के बीच झारखंड के धनबाद में विश्व हिंदू परिषद का तीन दिवसीय सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें संगठन ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कतरास (धनबाद)। VHP Jharkhand Focuses on Organisational Expansion: बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पिटाई कर उसे पेड़ से टांगकर जिंदा जला देने की घटना को दुनिया की सबसे बड़ी लिंचिंग घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। दीपू दलित समुदाय से था। इस घटना के दो दिन बाद बांग्लादेश में एक और युवक अमृत मंडल की भी भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई।

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    भाजपा के सत्ता में आने से पहले की तरह सक्रियता पर जोर 

    बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा जारी है। इसके साथ ही भारत में भी उन क्षेत्रों में हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, जहां वे अल्पसंख्यक हैं। हिंदुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद आक्रोशित है। इसी के मद्देनज़र देश में एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को भाजपा के सत्ता में आने से पहले की तरह सक्रिय करने की रणनीति पर काम शुरू हो गया है।

    विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) झारखंड प्रदेश का तीन दिवसीय सम्मेलन धनबाद के कतरास में चल रहा है। वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए सम्मेलन में संगठन को सक्रिय और विस्तारित करने की रणनीति बनाई जा रही है। सम्मेलन के दूसरे दिन संगठन विस्तार और प्रत्येक सनातनी का समर्थन प्राप्त करने पर विशेष जोर दिया गया।

    देश में जहां हिंदू अल्पसंख्यक, वहां स्थिति खराब

    केंद्रीय मंत्री अंबरीष सिंह ने कहा कि बांग्लादेश की घटना अत्यंत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि कश्मीर, नागालैंड और मिजोरम जैसे राज्यों में हिंदुओं की संख्या बहुत कम होने के बावजूद वे बहुसंख्यक हैं, जबकि कई ऐसे राज्य हैं जहां हिंदुओं की आबादी कम है, लेकिन वहां अल्पसंख्यकों को बहुसंख्यक होने का लाभ मिल रहा है। यह स्थिति भी गंभीर चिंता का विषय है।

    Jharkhand VHP

    सिंह ने कहा कि इंडोनेशिया और पाकिस्तान के बाद भारत में मुस्लिम जनसंख्या बड़ी संख्या में रहती है। उन्होंने कहा कि संगठन का विस्तार खंड स्तर तक किया जा चुका है। अब आवश्यकता है कि विस्तार के साथ-साथ संगठन का दृढ़ीकरण भी किया जाए।

    उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिल्ली की एक घटना में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज में 90 प्रतिशत मुस्लिम छात्रों का नामांकन हुआ है, जबकि स्थानीय हिंदू छात्रों का नामांकन नाममात्र का है। यह स्थिति चिंताजनक है। देश-दुनिया में जो हो रहा है उससे हि

    सम्मेलन कतरास के राजस्थानी धर्मशाला में आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से करीब दो सौ से अधिक कार्यकर्ता इसमें शामिल हुए हैं। सभी केंद्रीय, प्रांतीय, विभाग एवं जिला स्तर के कार्यकर्ताओं का अंगवस्त्र और तिलक लगाकर स्वागत किया गया।

    मंचस्थ अधिकारियों द्वारा भारत माता की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया। बजरंग दल के प्रांत संयोजक रंगनाथ महतो द्वारा तीन बार प्रणवोच्चार, एकात्मकता मंत्र तथा 13 बार विजय महामंत्र का उच्चारण किया गया। बैठक की अध्यक्षता विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत ने की।

    बैठक में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, मातृशक्ति, दुर्गावाहिनी एवं विहिप के अन्य सभी आयामों के प्रांत, जिला अधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

    प्रांत संगठन मंत्री के नवीन दायित्व में आए चितरंजन जी का परिचय कराते हुए उनका स्वागत किया गया। पूर्व प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह की सेवाओं की सराहना करते हुए उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

    मौके पर केंद्रीय प्रबंध समिति सदस्य जगरनाथ शाही, क्षेत्र संगठन मंत्री आनंद पांडेय, क्षेत्र मंत्री डॉ. बीरेंद्र साहू, केंद्रीय प्रांत टोली सदस्य एवं गौरक्षा विभाग प्रमुख त्रिलोकीनाथ बागी, प्रांत उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव, प्रांत मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र, उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, झारखंड प्रांत संगठन मंत्री चितरंजन जी, प्रांत सह मंत्री मनोज पोद्दार, प्रांत सह मंत्री राम नरेश सिंह, बजरंग दल प्रांत संयोजक सह प्रांत सह मंत्री रंगनाथ महतो, प्रांत संयोजक मार्गदर्शक मंडल श्रीकृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, प्रांत गौरक्षा प्रमुख कमलेश सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।