IIT ISM के लिए उपलब्धियों से भरा रहा 2022, 150 करोड़ से अधिक का निवेश, 56 लाख के पैकेज पर हुआ कैंपस प्लेसमेंट
साल 2022 आइआइटी आइएसएम के लिए उपलब्धियों से भरा रहा। 150 करोड़ का निवेश किया गया नए-नए रिसर्च पर काम शुरू हुए दस करोड़ रुपये की आर्थिक मदद मिली कैंपस प्लेटमेंट भी शानदार हुआ। इसमें सबसे अधिकतम पैके 56 लाख रुपये वार्षिक मिला।
आशीष सिंह, धनबाद। देश के प्रतिष्ठित माइनिंग संस्थानों में से एक आइआइटी आइएसएम के नाम यह वर्ष उपलब्धियों से भरा रहा। कुछ नकारात्मक घटनाओं ने हालांकि जरूर संस्थान को चर्चा में रखा। संस्थान के लिए सबसे महत्वपूर्ण यहां छात्रों का अप्रत्याशित कैंपस प्लेसमेंट और बड़ी-बड़ी कंपनियों का निवेश एवं विभिन्न तकनीकी सेंटर की स्थापना करना रहा। संस्थान को पहले भी लगभग दस करोड़ रुपये का दान दे चुके पूर्व छात्र नरेश वशिष्ठ ने हाल ही में दस करोड़ रुपये की मदद करने की घोषणा की। इस राशि से आइआइटी आइएसएम में हाइड्रोजन और कार्बन कैप्चर एंड सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना की जाएगी।
संस्थान में इनोवेशन लैब के जरिए हो रहे नए रिसर्च
आइआइटी आइएसएम कोलकाता चैप्टर भी अगले तीन वर्षों में एक करोड़ रुपये का फंड संस्थान को देगी। देश-विदेश की मल्टीनेशनल कंपनियों का सेंटर आइएसएम में बनाया गया है। इनका रिसर्च भी यहां हो रहा हे। इसमें कोल इंडिया, दसाल्ट आदि प्रमुख तौर पर शामिल हैं। नरेश वशिष्ट सेंटर फार टिंकरिंग एंड इनोवेशन लैब के जरिए नए-नए रिसर्च पर काम हो रहा है।
शोध के लिए छात्रों को लगातार मिल रहा बढ़ावा
सेंटर फार सोसाइटल मिशन और अटल कम्युनिकेशन इनोवेशन सेंटर के माध्यम से भी कई कार्य किए जा रहे हैं। खनन क्षेत्र में नवीनतम तकनीक विकसित करने के लिए 150 करोड़ रुपये निवेश किया जा रहा है। इसमें माइनिंग वर्टिकल, सेंसर टेक्नोलाजी और शोध को बढ़ावा मिलेगा। आइआइटी आइएसएम ने छात्रों के समूह बीमा के लिए भी इस वर्ष एमओयू किया।
2023 बैच के 690 छात्रों का बेहतरीन कैंपस प्लेसमेंट
आइआइटी आइएसएम के करियर डेवपलपमेंट सेंटर (सीडीसी) के अनुसार 2023 बैच के लिए देश-विदेश की विभिन्न कंपनियों ने कुल 690 छात्रों का चयन किया। इसमें सबसे अधिकतम पैके 56 लाख रुपये वार्षिक मिला। औसतन सालाना पैकेज की बात करें तो यह 21.06 लाख रुपये रहा। प्री प्लेसमेंट आफर में 198, गवर्नमेंट आफ इंडिया में तीन, पीएसयू क्षेत्र में 29 और निजी क्षेत्र में 460 छात्र का कैंपस हुआ।
इंटर्नशिप के लिए भी मिले अच्छे ऑफर
इसी तरह 2024 सत्र के लिए इंटर्नशिप की बात करें तो इसमें कुल 347 छात्रों को आफर मिला है। इन्हें 15 हजार से दो लाख रुपये तक स्टाइपेंड मिलेगा। सीडीसी के जारी आंकड़ों के अनुसार 2022 बैच में अधिकतम पैकेज 50 लाख और औसतन 17.3 लाख रुपये रहा। इसमें 30 लाख से अधिक पैकेज पाने वाले छात्रों की संख्या 162 थी।
इसी तरह 597 छात्रों को 10 से 30 लाख रुपये और 313 छात्रों को पांच से दस लाख रुपये का वार्षिक पैकेज मिला था। 2023 बैच का प्लेसमेंट अभी जारी है और यह आंकड़ा एक हजार से अधिक होने की संभावना है।
20 इनोवेटिव आइडिया पर हुआ काम
इनोवेटिव आइडिया के लिए भी इस वर्ष आइआइटी आइएसएम में काफी काम हुआ। टेक्समिन फाउंडेशन के अंतर्गत 20 आइडिया पर काम हो चुका है। इनमें से कई इनोवेशन तो सामाजिक भलाई के दृष्टिकोण से दूरगामी परिणाम देने वाले साबित होंगे। टेक्नोलाजी इनोवेशन हब और सीआइएल इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना के बाद से टेक्नोलाजी में तेजी आयी है।
टेक्समिन की तकनीक और स्टार्टअप खनन क्षेत्र के साथ ही अन्य कंपनियों के लिए उपयोगी साबित होंगी। इसमें सबसे महत्वपूर्ण दरबान तकनीक है। इसके अंतर्गत एक ऐसा द्वारपाल बनाया गया है जो खदान के अंदर उचित पीपीई किट और तय मानकों के आधार पर सुरक्षा उपाय के बिना कर्मियों को प्रवेश नहीं करने देगा। अनाधिकृत प्रवेश को रोकने में भी यह सक्षम है। यह एक स्वचालित द्वारपाल है। इसे दरबान नाम दिया गया है।
छात्र की आत्महत्या ने लगाया दाग
आइआइटी आइएसएम के नाम उपलब्धियों के साथ ही एक दाग भी लगा। यहां के एक बीटेक छात्र ने आत्महत्या कर ली। संस्थान ने पढ़ाई और कर्ज का दबाव कारण बताया तो संस्थान के अन्य छात्रों ने दबी जुबान से संस्थान पर बेवजह सेमेस्टर परीक्षा का दबाव होना कारण बताया। इसकी वजह से कई दिनों तक आइएसएम के छात्र दबाव में रहे।
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