Jharkhand: धुआं-धुआं हुआ देवघर शहर, इंडियल ऑयल के डिपो में लगी भयंकर आग; 2 गांवों को तुरंत कराया गया खाली
झारखंड के देवघर जिले में इंडियन ऑयल डिपो के परिसर में भीषण आग लग गई है। आग इतनी भयानक है कि आसमान सिर्फ काला धुआं दिखाई दे रहा है। आग की चपेट में आने से कई घर और एक मंदिर जलकर राख हो गया है। दमकल की कई गाड़ियां और आइओसीएल की टीम आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है।

जागरण टीम, जसीडीह (देवघर)। देवघर जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र के इंडियन आयल के टर्मिनल सह डिपो के पास स्थित पार्किंग स्थल व टीटी पार्क के गोदाम में मंगलवा दिन में अचानक आग लग गई।
तेज हवाओं के कारण ये आग तेजी से फैल गई। इस आग की चपेट में आने से कोंकरीबांक पंचायत के मुखिया बदलाडीह गांव निवासी सरस्वती मूर्मू, अनिता टुडू व रानी मरांडी का घर जलकर राख हो गया।
एक मंदिर भी आग की चपेट में आ गया। दमकल की कई गाड़ियां और आइओसीएल की टीम आग पर काबू करने का प्रयास किया, लेकिन आग लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
तेज हवा व गर्मी के कारण आग को काबू करने में काफी परेशानी हुई। आग को देखते हुए पास के गांव बदलाडीह व संताली को खाली करा दिया गया है। गांव खाली करने व खतरे को भांपते हुए गांव के लोग मवेशी व जरूरी सामान लेकर वहां से भागते हुए नजर आए।
सूखे हुए घास व पेड़ में लगी आग
आग इतनी भयानक थी कि कई किमी दूर आसमान पूरी तरह से काला धुआं इस कदर माना आसमान में काला बादल छा गया हो। ये धुआं देवघर शहर में भी पूरी तरह से फैल चुका है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि इंडियन आयल की पार्किंग में उगे सूखे हुए घास व पेड़ में आग लग गई। देखते ही देखते आग आसपास के क्षेत्र में फैल गई। ये आग पास के टीटी पार्क स्थित गोदाम में पहुंच गई।
गोदाम में रखे केबल व प्लास्थित के लाखों के पाइप में आग लग गए। उस आग को बुझाना आसान नहीं था। दमकल की गाड़ियों पहुंचकर आग बुझाने के प्रयास में जुट गई।
वहीं, आइओसीएल की ओर से से भी पानी का छिड़काव किया जाने लगा। वहीं यहां के अत्याधुनिक टर्मिनल व डिपो में कृत्रिम बारिश किया जाने लगा। क्योंकि यहां बड़े-बड़े टंकी में चार लाख लीटर से अधिक पेट्रोल व डीजल रखा हुआ था।
हाई अलर्ट पर प्रशासन
- आग की एक छोटी सी चिंगारी बहुत बड़े हादसे का सबब बन सकती थी। आग इन डिपो सह टर्मिनल से महज 200 मीटर की दूरी तक पहुंच चुकी थी।
- जानकारी हो कि यहां से डीजल व पेट्रोल ट्रैंकर के माध्यम से झारखंड के अन्य जिलों में भेजा जाता है। साथ ही यहां तेल को साफ करने का भी काम किया जाता है। यहां कई ट्रैंकर भी तेल लोड कर खड़े थे।
- उनके भी आग की चपेट में आने का खतरा था। खतरा ये था कि अगर वहां रखे तेल के बड़े-बड़े टैंक में आग लग गया तो ब्लास्ट होने से कुछ भी हो सकता था।
- इसका प्रभाव 10 से 15 किमी दूर तक हो सकता था। इसकी चपेट में आसपास के कई गांव के आने का खतरा है। खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस की टीम भी लगातार नजर रखे हुए थे।
- लोगों को इस इलाके से दूर रहने का निर्देश दिया जा रहा था। प्रशासन हाई अलर्ट पर, पुलिस बल व एंबुलेंस रहे तैनात आग की खबर सुनते ही प्रशासन हाई अलर्ट मोड में आ गई।
- देवघर एसडीओ रवि कुमार, एसडीपीओ अशोक सिंह, देवघर बीडीओ देवानंद राय, सीओ अनिल कुमार ने मोर्चा संभाला। लोगों को आग से दूर किया गया। वहां खड़े तेल के टैंकर व अन्य गाड़ियों को हटाया गया।
- आसपास के दो गांव के लोगों को घर खाली करने को कहा गया। वहीं किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए कई एंबुलेंस को वहां तैनात किया गया था।
- डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ की टीम भी वहां मौजूद थी। वहीं एम्स व सदर अस्पताल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया था। लोगों को आग से दूर रखने का प्रयास किया गया।
- करीब तीन घंटे के बाद आग पर काबू पाया गया उसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। हालांकि पूरी तरह से आग को बुझाने में अधिक समय लगा।
- आग से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इस बारे में इंडियन आयल के अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
- हालांकि एक सवाल उठ रहा है कि तेल के डिपो व टर्मिनल के पास इस तरह के सूबे पेड़, झाड़ियां थी तो उन्हें हटाया क्यों नहीं गया। इन्हीं सूखी झाड़ियों व पेड़ के कारण आग लगी थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।