Deoghar News: फर्जी वेबसाइट के जाल में फंसे बाबा के भक्त, ऑनलाइन पूजा के नाम पर ठगी; ऐसे हुआ खुलासा
देवघर स्थित बाबा मंदिर से ठगी का मामला सामने आया है। आरोपित ने फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ऑनलाइन पूजा के नाम पर ठगी का शिकार बनाया। अब तक के जांच में इस वेबसाइट से 200 से ज्यादा लोगों ने बुकिंग कराई थी जिससे डेढ़ लाख रुपये मिले। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।

जागरण टीम, देवघर। देवघर स्थित बाबा मंदिर में ऑनलाइन पूजा के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से कथित तौर पर अवैध उगाही का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को हिरासत में लिया है। वहीं घटना को लेकर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
साइबर ठगी का मामला
इस बारे में उपायुक्त विशाल सागर ने कहा कि यह साइबर ठगी का मामला प्रतीत हो रहा है। इस मामले में एफआइआर दर्ज किया जा रहा है। प्रथमदृष्टया ऐसा लग रहा है कि किसी व्यक्ति ने फर्जी वेबसाइट बनाई है।
इस संबंध में एक मामला सामने आया, जिसमें श्रद्धालु से ऑनलाइन राशि ली गई है। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि इस वेबसाइट मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है। अभी मंदिर में ऑनलाइन दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं है। अभी सिर्फ शीघ्रदर्शनम की सुविधा है।
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बाबा धाम मंदिर के बाहर भक्तों की भीड़
मंदिर का वेबसाइट से कोई लेना-देना नहीं
आरोपित डॉ. नवीन कुमार का इस संबंध में कहना है कि वह आइटी का विशेषज्ञ है। देवघर में श्रावणी मेला के दौरान लाइन की लंबाई व गतिविधि पर नजर रखने के लिए जो वेबसाइट बनाई जाती है, वह भी उसी ने बनाई है।
कोरोना काल के समय उनके मन में आया कि लोग बाबा मंदिर पूजा -अर्चना करने के लिए नहीं आ पाते हैं। ऐसे में उन्हें घर बैठे ही बाबा भोले का दर्शन कराया जाए। इसको लेकर उसने ये वेबसाइट बनाई। इसमें कुछ तीर्थ पुरोहितों की सलाह पर विभिन्न तरह के पूजा का दर दक्षिणा सहित तय किया।
उसके साथ वेबसाइट के नाम के नीचे साफ तौर लिखा कि इस साइट का बाबा मंदिर प्रशासन, श्राइन बोर्ड व पंडा धर्मरक्षिणी सभा से कुछ भी लेना-देना नहीं है। यह एक स्वतंत्र साइट है।
इच्छुक व्यक्ति इस साइट के माध्यम से बुकिंग कर अपने विधि के मुताबिक पूजा करते हैं। इसमें ज्यादातर लोग ऑनलाइन पूजा करते हैं। ऑफलाइन कुछ ही लोग बुकिंग करके आते हैं।
ऐसे सामने आया मामला
आरोपित डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि बुधवार को हैदराबाद के श्रद्धालु ऑफलाइन पूजा करने के लिए देवघर पहुंचे थे, उन्हें सुबह दस बजे का समय दिया गया था। वह गाड़ी से आ रहे थे, रास्ते में उनकी गाड़ी खराब हो गई थी।
इस वजह से वह शाम को पहुंचे, ऐसे में वह बुधवार को पूजा नहीं कर सके। इसके बाद उन्होंने मंदिर प्रशासन से शिकायत कर दी। गुरुवार की सुबह उन्होंने विधिवत पूजा की। इसके बाद खुश होकर उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली।
233 लोगों ने अब तक कराई बुकिंग
अब तक के जांच में पता चला है कि इस वेबसाइट के माध्यम से 233 लोगों की बुकिंग की गई, जिससे करीब डेढ़ लाख की राशि ऑनलाइन प्राप्त हुई।
पंडा धर्मरक्षिणी सभा के मंत्री अरुणानंद झा ने कहा कि इस मामले में उपायुक्त व मंदिर प्रभारी से मांग की जाती है कि वे कड़ी कार्रवाई करें। इस मामले की लीपापोती की गई तो पंडा धर्मरक्षिणी सभा अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी।
पूजा के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत लगातार आ रही है। जब मंदिर प्रशासन ने जगह-जगह पर सूचना के रूप लगा रखा है कि मंदिर के गर्भगृह के मोबाइल ले जाना निषेध है। इसका मतलब जब फोटो व वीडियो ही वर्जित है तो ऑनलाइन पूजा भी वर्जित है। ऐसे में इस मामले में FIR दर्ज कर कार्रवाई करने की जरूरत है।
चंद्रशेखर खवाड़े, वरीय उपाध्यक्ष, पंडा धर्मरक्षिणी सभा
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