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    Wonderful: पेड़ पर लदा कद्दू, खाने में लाजवाब, अमेरिका से जुड़ी है जड़ें

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 04:57 PM (IST)

    आमतौर पर कद्दू को बेल पर लटकते देखा जाता है लेकिन गिद्धौर प्रखंड के पहरा गांव निवासी किसान घनश्याम रजक के आंगन में यह फल सीधे पेड़ पर लदा दिखाई दे रहा है। करीब 20 से 25 फीट ऊंचे इस पेड़ पर गोल-गोल कद्दू लटकते देख लोग हैरत में पड़ जाते हैं। यह दृश्य पूरे क्षेत्र में कौतूहल का विषय बना हुआ है।

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    पेड़ पर लदा कद्दू, देखने को उमड़ रहे लोग।

    लक्ष्मण दांगी,गिद्धौर (चतरा)। आमतौर पर कद्दू को बेल पर लटकते देखा जाता है, लेकिन गिद्धौर प्रखंड के पहरा गांव निवासी किसान घनश्याम रजक के आंगन में यह फल सीधे पेड़ पर लदा दिखाई दे रहा है।

    करीब 20 से 25 फीट ऊंचे इस पेड़ पर गोल-गोल कद्दू लटकते देख लोग हैरत में पड़ जाते हैं। यह दृश्य पूरे क्षेत्र में कौतूहल का विषय बना हुआ है।

    सरायकेला से मंगाया था पौधा 

    किसान घनश्याम रजक बताते हैं कि करीब 12 साल पूर्व उन्होंने झारखंड के सरायकेला से यह पौधा मंगाया था। शुरुआत में उन्हें भी इसकी असलियत पर यकीन नहीं हुआ।

    समय बीतने के साथ पेड़ पर जब कद्दू फलने लगे तो इसे देख लोग दंग रह गए। दूर से देखने पर यह आम के पेड़ जैसा लगता है, लेकिन पास जाने पर अमरूद जैसी पत्तियों वाला यह पेड़ पूरी तरह कद्दू से लदा नजर आता है।

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    घनश्याम बताते हैं कि इस पेड़ को हर साल लगाने की आवश्यकता नहीं होती। एक बार जड़ पकड़ने के बाद यह लंबे समय तक फल देता है। इस बार उन्होंने इसकी सब्जी बनाकर खाई। स्वाद भी बेहद लाजवाब है।

    ग्रामीण बताते हैं कि अब वे भी इस पौधे की टहनी से इसे उगाने की योजना बना रहे हैं। इस पौधे को वैज्ञानिक भाषा में "कलाबस" कहा जाता है। यह मूल रूप से अमेरिका और उसके आसपास के देशों में पाया जाता है। इतना ही नहीं, यह सेंट लूसिया का राष्ट्रीय पौधा भी माना जाता है। वहां इसे बड़े चाव से खाया जाता है।

    स्वास्थ्य के लिए लाभकारी फल

    विशेषज्ञ बताते हैं कि कलाबस में आयरन की मात्रा भरपूर होती है, जो खासकर महिलाओं के लिए लाभकारी है। इसका रस ठंडी तासीर वाला होता है, जिससे शरीर और मस्तिष्क को शांति मिलती है। यही वजह है कि विदेशों में स्वास्थ्यवर्धक फल के रूप में इसका प्रयोग किया जाता है।

    गांव बना आकर्षण का केंद्र

    गिद्धौर का पहरा गांव इन दिनों इस अनोखे पेड़ के कारण चर्चा में है। आसपास के इलाकों से लोग इसे देखने उमड़ रहे हैं और मोबाइल में तस्वीरें कैद कर रहे हैं।