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    Jharkhand News: स्कूल में 9 बच्चों को बंद कर घर चले गए शिक्षक, परिजनों ने जड़ा ताला

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 07:29 PM (IST)

    गोमिया के एक निजी स्कूल में शिक्षकों ने 9 बच्चों को कक्षा में बंद कर दिया। छुट्टी के बाद भी बच्चे डेढ़ घंटे तक कमरे में बंद रहे। अभिभावकों ने खोजबीन की और पुलिस को सूचना दी जिसके बाद ताला तोड़कर बच्चों को निकाला गया। आक्रोशित अभिभावकों ने स्कूल में ताला जड़ दिया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

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    स्कूल में 9 बच्चों को बंद कर घर चले गए शिक्षक। जागरण फोटो

    संवाद सहयोगी,ललपनिया। गोमिया प्रखंड अंतर्गत टीकाहारा पंचायत के ग्राम केरी में संचालित निजी स्कूल स्पेन पब्लिक स्कूल में गुरुवार को 9 बच्चों को कक्षा में ही बंद कर शिक्षक घर चले गए। स्कूल की छुट्टी होने के बाद डेढ़ घंटे तक बच्चे कमरे में ही बंद रहे और भूखे प्यासे चिल्लाते रहे।

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    छुट्टी के बाद भी काफी देर तक बच्चे जब घर नहीं पहुंचे तो अभिभावकों ने खोजबीन शुरू की। स्कूल पहुंचे तो देखा कि सभी बच्चे कमरे में बंद हैं और बाहर ताला लगा हुआ है। जिसके बाद लोगों ने गोमिया बीडीओ महादेव कुमार महतो को सूचना दी। बीडीओ ने ललपनिया थाना को जानकारी दी।

    मौके पर पहुंच कर पुलिस ने ताला तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। इस घटना से आक्रोशित बच्चों के अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया और दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग करते हुए विद्यालय में ताला जड़ दिया।

    पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया और थाना में आवेदन देने को कहा। बीडीओ महतो ने कहा कि मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

    यह है मामला

    विद्यालय में अध्ययनरत छात्र कक्षा छह के अरुण कुमार पटेल, दानिश रजा, अजय कुमार, कक्षा आठ के अख्तर रजा, कक्षा दशम के निरंजन करमाली, अहमद रजा, अरमान अंसारी, साहिद अंसारी व योगेश करमाली ने बताया कि वे लोग चप्पल पहनकर स्कूल गए थे।

    इस पर प्रिंसिपल मुनी कुमारी भड़क गई और सभी का चप्पल उतरवाकर एक कमरे में बंद कर दिया। साढ़े बारह बजे जब छुट्टी हुई तो बच्चों ने ताला खोलने की मांग की लेकिन सभी को एक कमरे में ही बंद कर सभी शिक्षक और प्रिंसिपल घर चले गये।

    छुट्टी के बाद काफी देर तक बच्चे घर नहीं पहुंचे तो अभिभावक स्कूल पहुंचे और बच्चों को कमरे में बंद देखा। बाहर से ताला लगा हुआ था। अभिभावकों ने इसकी जानकारी स्कूल के डायरेक्टर संजय कुमार को दी। डायरेक्टर स्कूल पहुंचे ही थे कि अभिभावकों ने हंगामा शुरू कर दिया।

    इसके बाद ताला खुलवाया तो बच्चे कमरे से बाहर निकले। राजेश करमाली ने बताया कि ग्रामीणों और अभिभावक दोषियों पर कार्रवाई हो। जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक स्कूल में ताला बंद रहेगा।

    इस मामले में आदिवासी नेता सह समाजसेवी अनिक कुमार हांसदा ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग प्रशासन से की है। उन्होंने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा के नाम पर केवल व्यापार किया जा रहा है। ऐसे विद्यालयों को चिन्हित कर बंद कराया जाए।

    चप्पल पहनकर स्कूल आने पर प्रभारी प्रिंसिपल मुनी कुमारी और बच्चे आपस में उलझ गए। छुट्टी के बाद बच्चों को घर जाने को कहा गया। लेकिन बच्चे नहीं माने तो डर दिखाने के लिए बच्चों को कमरे में बंद किया गया था। सभी बच्चों को मुक्त कर दिया गया है।  -संजय कुमार, डायरेक्टर, स्पेन पब्लिक स्कूल।

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