Jairam Mahto: मुश्किल में फंसे विधायक जयराम महतो, 26 घंटे बाद पुलिस ने ले लिया एक्शन; समर्थकों पर भी शिकंजा
Jharkhand News बोकारो के फुसरो के मकोली सेंट्रल कालोनी में सीसीएल के क्वार्टर पर अवैध कब्जा करने के मामले में डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो समेत जेएलकेएम के सात नामजद कार्यकर्ता और 30-40 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। यह मामला सुरक्षा पदाधिकारी सुरेश सिंह ढोरी प्रक्षेत्र के आवेदन पर दर्ज किया गया है। पुलिस हर स्तर से मामले की जांच में लग गई है।

जागरण संवाददाता, बेरमो/फुसरो (बोकारो)। Jharkhand Political News Today: चंद्रपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत फुसरो के मकोली सेंट्रल कॉलोनी में सीसीएल के क्वार्टर पर अवैध कब्जा करने के मामले में सुरक्षा पदाधिकारी सुरेश सिंह ढोरी प्रक्षेत्र के आवेदन पर डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो समेत जेएलकेएम के सात नामजद कार्यकर्ता सहित 30-40 अज्ञात लोगों के विरुद्ध चंद्रपुरा थाना में मामला दर्ज किया गया है।
थाना में दिए आवेदन में कहा गया है कि 25 दिसंबर को जेएलकेएम के विनोद चौहान, राहुल पासवान, रंजित कुमार, नितेश कुमार मिश्रा, तिलक महतो, संदीप महतो समेत 30 अज्ञात लोगों द्वारा मकोली स्थित सीसीएल के डी टू क्वार्टर में जबरन घुसकर उसमें रह रहे प्रशिक्षुओं को बाहर निकाल अभद्र व्यवहार करने की शिकायत पुलिस से की गई। आवेदन में कहा कि उक्त युवकों द्वारा उपद्रव भी किया गया।
मौके पर डुमरी विधायक जयराम महतो ने भी युवकों को बाहर निकालने का प्रयास किया। विधायक द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज की गई। सुरक्षा पदाधिकारी द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर चंद्रपुरा थाना पुलिस ने डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो समेत उपरोक्त युवकों के विरुद्ध आवंटित आवास में जबरन घुसने, प्रशिक्षुओं का सामान चोरी करने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि को लेकर मामला दर्ज किया गया है।
क्वार्टर को लेकर 24 घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा
दरअसल हुआ यह कि बुधवार शाम को जेएलकेएम के कुछ कार्यकर्ताओं ने सीसीएल के डी-2 क्वार्टर पर जेएलकेएम का झंडा, बैनर, कुर्सी व दरी आदि लगाकर कब्जा जमा लिया। जिस वक्त जेएलकेएम के समर्थक क्वार्टर पर कब्जा जमा रहे थे, उस दौरान सीसीएल में कार्यरत प्रबंधन प्रशिक्षु (एमटी) आयुष्मान कुमार क्वार्टर पर ही मौजूद थे।
इसकी सूचना मिलने पर सीआइएसएफ के जवान क्वार्टर खाली कराने पहुंचे और उन्हें निकालने का काफी प्रयास किया। लेकिन विधायक समर्थक क्वार्टर नहीं खाली करने पर अड़े रहे। मामला बिगड़ता देख बेरमो, चंद्रपुरा, गांधीनगर व नावाडीह थाना के थाना प्रभारी पहुंचे और मोर्चा को संभाला।
कार्यकर्ताओं ने इसकी सूचना विधायक जयराम महतो को दी, जिसके बाद रात करीब दो बजे डुमरी विधायक जयराम महतो वहां पहुंचे।
इस दौरान बेरमो थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह सहित अन्य कर्मियों से उनकी जमकर बहस हुई। पुलिस जहां शांतिपूर्ण तरीके से अवैध कब्जा किए गए क्वार्टर को खाली करने की मांग कर रही थी, वहीं विधायक जयराम महतो ने पुलिसकर्मियों को ही चोर, बदमाश कहते हुए काफी देर तक बुरा भला कहते रहे और क्वार्टर नहीं खाली करने पर अड़े रहे।
जयराम की पुलिस कर्मियों के साथ घंटों तक हाट टाक हुई। इधर, ढोरी प्रबंधन का कहना है कि उक्त क्वार्टर सीसीएल में एमटी के पद पर कार्यरत विनय वर्मा, राहुल राज व पदुमन कुमार के नाम पर आवंटित है। इस दौरान भारी संख्या में जेएलकेएम कार्यकर्ता पहुंच गए और पूरा मकोली कालोनी छावनी में तब्दिल रही।
जयराम महतो ने लगाए गंभीर आरोप
जयराम महतो का कहना था कि सीसीएल के हजारों क्वार्टरों पर अवैध तरीके से बाहर के लोग रह रहे हैं, उन्हें भी खाली कराएं तभी इस क्वार्टर को खाली किया जाएगा।
इस दौरान जयराम ने पुलिसकर्मियों के साथ सीसीएल जीएम व अन्य अधिकारियों को भी चोर कहा। बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ के नेतृत्व में विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ, सीओ और विभिन्न थाना के थाना प्रभारी व पुलिस क्वार्टर को कब्जा मुक्त कराने के लिए पहुंच गये।
जहां क्वार्टर में तैनात विधायक के पुरुष और महिला समर्थकों के बीच नोकझोंक हुई। फिर महिला जवानों के साथ महिलाओं को हटवाया गया। इसके बाद क्वार्टर में ताला लगाया गया। आक्रोशित लोगों ने मुख्य दरवाजा को तोड़ क्वार्टर में प्रवेश किया।
इस दौरान विधायक के समर्थकों ने प्रशासन पर मुख्य गेट को तोड़ने और महिलाओं के साथ लाठी चार्ज करने का आरोप लगाया। इस बीच काफी हो हंगामा हुआ। जानकारी मिलते ही फिर विधायक महतो सेंट्रल कालोनी क्वार्टर पहुंचे।
पुलिस के साथ जयराम महतो
जिसके बाद एसडीएम मुकेश मछुआ ढोरी जीएम रंजय कुमार सिन्हा, विभिन्न प्रखंड के बीडीओ, सीओ, विभिन्न थाना के इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी के साथ वार्ता के लिए सेंट्रल कालोनी क्वार्टर पहुंचे।
यहां लगभग ढाई घंटे तक वार्ता चली। जिसमें विधायक जयराम महतो ने ढोरी प्रबंधन व प्रशासन से सीसीएल के अन्य जगहों पर अतिक्रमण किए क्वार्टर को खाली कराने की मांग की। जिसपर महाप्रबंधक रंजय सिंह ने अन्य कब्जाधारी क्वार्टरों को भी खाली करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद विधायक जयराम माता ने उक्त क्वार्टर को खाली करने की बात कही।
क्वार्टर को खनन पदाधिकारी के नाम से किया गया था आवंटित
सीसीएल ढोरी एरिया प्रबंधक कार्मिक कुमारी माला द्वारा क्वार्टर संख्या डी-2 को 19 दिसंबर को ढोरी खास परियोजना में कार्यरत प्रशिक्षु खनन पदाधिकारी विनय शर्मा, राहुल राज, प्रदुमन कुमार के नाम से निर्गत कर दिया गया था।
क्वार्टर को 17 दिसंबर 2024 को एएडीओसीएम परियोजना के अंतर्गत पिछरी कोलियरी परियोजना पदाधिकारी दिनेश चंद्र राय के नाम से आवंटित किया गया था।
क्वार्टर में परियोजना पदाधिकारी श्री राय रहते थे और सितंबर 2024 में यह सीसीएल से सेवानिवृत्त हो गये थे। पीओ के सेवानिवृत होने पर उन्होंने उक्त क्वार्टर को प्रबंधन के पास जमा कर दिया था। प्रबंधन ने इस क्वार्टर को तीन प्रशिक्षु खनन पदाधिकारी के नाम से आवंटित कर दिया।
27 घंटे तक चला ड्रामा, फिर जेएलकेएम कार्यकर्ताओं को करना पडा क्वार्टर खाली
बेरमो प्रशासन की पहल पर लगभग 27 घंटे के बाद क्वार्टर को अतिक्रमण से मुक्त कर लिया गया। प्रबंधन प्रशासन व विधायक के बीच लगभग डेढ़ घंटे तक चली वार्ता के बाद निर्णय लिया गया।
विधायक के समर्थकों का कहना था कि क्वार्टर आवंटन के लिए ढोरी महाप्रबंधक को कई आवेदन दिया गया था। इसके बाद भी उक्त क्वार्टर का अलाटमेंट नहीं किया गया। खाली क्वार्टर था इसलिए क्वार्टर में प्रवेश कर गया।
जबकि सीसीएल का हजारों क्वार्टर सीसीएल में जो कर्मचारी नहीं है, वह जबरन कब्जा जमाये हैं। जिसे प्रबंधन खाली नहीं करवा रहा है। जब विधायक आवास के लिए क्वार्टर में घुसे तो उनपर प्रबंधन की ओर से जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया जा रहा है।
यहां के विस्थापितों ने अपनी जमीन को देखकर सीसीएल को बसाने का काम किया और बाहरी लोग क्वार्टर में सुख सुविधा का लाभ ले रहे हैं। प्रबंधन गैर सीसीएल कर्मचारी द्वारा अवैध कब्जा किए गए हजारों क्वार्टर को कब्जा मुक्त करने का काम करें।
संवैधानिक तरीके से विधायक क्वार्टर लेने का आग्रह करें। बिना आथराइजेशन के क्वार्टर कब्जा करना ठीक नहीं है। भारत के हर एक नागरिक को संविधान एवं नियम का पालन करना चाहिए। गेट का ताला दोबारा तोड़ा गया तो हमने कहा कि यह नियम संगत नहीं है। माननीय एवं अधिकारी हैं तो उन्हें नियम का और अधिक पालन करना चाहिए। प्रशासनिक अधिकारी शांतिपूर्ण ढंग से नियम संगत कार्रवाई कर रहे हैं। मुकेश मछुआ, बेरमो एसडीओ
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