पूर्व विधायक हारू रजवार के निधन पर जताया शोक
संवाद सहयोगी चंदनकियारी झारखंड राज्य आंदोलन में अग्रणी रहे चंदनकियारी के पूर्व विधायक
संवाद सहयोगी, चंदनकियारी: झारखंड राज्य आंदोलन में अग्रणी रहे चंदनकियारी के पूर्व विधायक हारू रजवार का निधन बुधवार सुबह धनबाद स्थित निजी अस्पताल में हो गया। उनका अंतिम संस्कार सीतानाला स्थित दामोदर नदी घाट पर किया गया। उनके पुत्र पंचू रजवार के अलावा झामुमो के केंद्रीय महासचिव संतोष रजवार, प्रखंड उपाध्यक्ष नेमचंद महतो, इस्लाम अंसारी समेत अन्य मौजूद थे।
स्व. रजवार के निधन पर स्थानीय विधायक अमर बाउरी, पूर्व विधायक उमाकांत रजक समेत प्रखंड कांग्रेस के अध्यक्ष देवाशीष मंडल के अलावा कई राजनीतिज्ञ व समाजसेवियों ने शोक व्यक्त किया है। पक्ष-विपक्ष सभी के चहेते थे हारू रजवार
हारू रजवार चंदनकियारी विधानसभा से झामुमो के टिकट पर वर्ष 1980, 2000 व 2005 में विधायक बने थे। विनोद बिहारी महतो, झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन व दिवंगत मजदूर नेता व भूतपूर्व सांसद एके राय के साथ झारखंड आंदोलन में अग्रणी सहयोगी की भूमिका में सहायक रहे। मृदुभाषी व मिलनसार स्वभाव के धनी हारू रजवार पक्ष-विपक्ष सभी के चहेते थे। बीसीसीएल के दुग्धा कोलियरी में बतौर मजदूरी कर रहे हारू रजवार उस वक्त एके राय के मजदूर आंदोलन से प्रभावित होकर उनके साथ जुड़े। मजदूरों के बीच भी चहेते होने के कारण एके राय, विनोद बाबू व शिबू सोरेन ने हारू रजवार को चंदनकियारी के जनप्रतिनिधि के रूप में सेवा करने के लिए विधानसभा चुनाव लड़ने की प्रेरणा दी थी। तब झामुमो की हरा व वामपंथ की लाल झंडे के मैत्री के रूप में आंदोलन व कोयलांचल की राजनीति शिखर पर थी। चंदनकियारी महाविद्यालय स्थापना के अग्रणी हारू रजवार ने एके राय के साथ मिलकर चंदनकियारी के चंद्रा में चंदनकियारी इंटर महाविद्यालय की स्थापना की, जिसके लिए उन्होंने सहयोग के लिए गांव-गांव में भिक्षाटन भी किया।