मनरेगा योजनाओं में पारदर्शिता लाएगा युक्तधारा पोर्टल, बोकारो सहित पूरे झारखंड-बिहार को होगा लाभ
बोकारो समेत बिहार और झारखंड में मनरेगा योजनाओं में गड़बड़ी रोकने के लिए युक्तधारा पोर्टल शुरू किया गया है। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सभी योजनाओं का रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा और हर योजना की जियो-टैगिंग की जाएगी। इससे योजनाओं में पारदर्शिता आएगी और दोहराव रुकेगा। ग्रामीण विकास मंत्रालय और इसरो ने मिलकर इसे तैयार किया है। भुवन मैप के इस्तेमाल से सटीक जानकारी मिलेगी।

जागरण संवाददाता, बोकारो। बोकारो से लेकर बिहार और झारखंड के सभी जिलों में मनरेगा एवं ग्रामीण विकास की योजनाओं में अब गड़बड़ी और फर्जीवाड़े की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। भारत सरकार ने युक्तधारा पोर्टल के रूप में एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जहां सभी योजनाओं का रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होगा।
इस पोर्टल में हर योजना का जियो-टैगिंग किया जाएगा, जिससे यह साफ-साफ पता चलेगा कि किस पंचायत में कौन-सा कार्य पहले से हो चुका है और कहां नई योजनाओं की आवश्यकता है। अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर एक ही स्थान पर बार-बार योजनाएं चला दी जाती थीं, लेकिन इस पोर्टल से दोहराव पर पूरी तरह रोक लगेगी।
बोकारो जिले की पंचायतों में भी इस प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही दोनों बढ़ेगी। इस पोर्टल पर पंचायत स्तर पर उपलब्ध सभी सरकारी, गैर सरकारी संसाधन जैसे तलाब, विद्यालय, पंचायत भवन, खेल का मैदान, कूप आदि का पूरा ब्याैरा रहेगा।
ग्रामीण स्तर पर बढ़ेगी जवाबदेही और भागीदारी:
ग्रामीण विकास मंत्रालय और इसरो ने संयुक्त रूप से इस पोर्टल को तैयार किया है। पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण देकर इसे लागू किया जा रहा है, ताकि स्थानीय प्रतिनिधि और अधिकारी सही तरीके से इसका उपयोग कर सकें। बोकारो के अलावा गिरिडीह, धनबाद, कोडरमा और बिहार के सीमावर्ती जिलों में भी इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है। अब गांव का कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन यह देख सकेगा कि उसकी पंचायत में कौन-से कार्य पूरे हो चुके हैं और आगे कौन-सी योजनाएं प्रस्तावित हैं।
ग्रामीणों की इस भागीदारी से योजनाओं पर नजर रखना आसान होगा और भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा। खासकर बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में, जहां मनरेगा कार्यों पर अक्सर गड़बड़ी और कागजी योजनाओं के आरोप लगते रहे हैं, युक्तधारा पारदर्शिता और विश्वास बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।
भुवन मैप: भारत का सुरक्षित और सटीक विकल्प
युक्तधारा पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि इसमें भुवन मैप का उपयोग किया जा रहा है, जो इसरो द्वारा विकसित भारत का स्वदेशी भू-स्थानिक प्लेटफॉर्म है। इससे विदेशी गूगल मैप पर निर्भरता समाप्त होगी और भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप अधिक सटीक जानकारी मिलेगी। बोकारो और आसपास के जिलों में विकास योजनाओं की सटीक मॉनिटरिंग के लिए यह तकनीक बेहद कारगर साबित होगी।
भुवन न केवल सरकारी विभागों के लिए उपयोगी है बल्कि आम लोग भी इसे अपने मोबाइल फोन में भुवन एप डाउनलोड कर उपयोग कर सकते हैं। इसमें स्टैंडर्ड मोड, थीमैटिक मोड, डेटा हब एंड एनालिटिक्स, गवर्नेंस मोड और डिजास्टर सर्विसेज जैसी सुविधाएं हैं। इसके जरिए प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर प्रबंधन, आपदा की स्थिति में त्वरित राहत कार्य और विकास योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग संभव हो सकेगी।
जिला स्तर पर प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है। प्रशिक्षण के बाद इसमें पंचायत कर्मियाें को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद इसमें डाटा एंट्री होगी। मनरेगा सहित अन्य योजनाओं काे एकिकृत डिजिटल प्लेटफार्म लाने का काम होगा। इससे योजना के क्रियान्वयन एवं निगरानी में सुविधा मिलेगी। - पंकज कुमार, नोडल पदाधिकारी, मनरेगा, बोकारो
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