Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    51 फीट के हनुमान की Photos; 30 फीट की गदा: दूर-दूर से आ रहे लोग, 2 KM दूर से हो सकेंगे दर्शन

    Updated: Thu, 26 Dec 2024 08:46 PM (IST)

    झारखंड के बोकारो जिले में स्थित एक माता दुर्गा के मंदिर के परिसर में 51 फीट ऊंची रामभक्त हनुमान जी की भव्य प्रतिमा सबका ध्यान खींच रही है। पीतल के रंग की चमक वाली इस मूर्ति के हाथ में 30 फीट की विशाल गदा है। इसकी खूबसूरती को देखने के लिए अभी से ही दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। यह 2 किलोमीटर दूर से भी दिखाई देती है।

    Hero Image
    कोयलांचल के चंद्रपुरा प्रखंड क्षेत्र में प्रदेश की दूसरी ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा तैयार।

    मुकेश कुमार महतो, बेरमो। कोयलांचल के चंद्रपुरा प्रखंड क्षेत्र के तेलो महतो मार्केट के समीप दुर्गा मंदिर परिसर में इन दिनों लोगों का जमावड़ा लग रहा है। दरअसल, यहां क्षेत्र की सबसे ऊंची हनुमान जी की भव्य प्रतिमा बनाई जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पीतल के रंग की चमक लिए 51 फीट की हनुमान जी की प्रतिमा, हाथ में पकड़े 30 फीट का विशाल गदा, हथेली पर लिखा राम, हकीकत सी झलक वाली थ्रीडी आंखें और इसमें की गई कारीगरों की शानदार कलाकृति, यहां जो भी आता है, उसे यह दृश्य काफी देर तक टकटकी लगाए रखने को मजबूर कर देता है।

    घंटों तक मूर्ति की खूबसूरती निहार रहे लोग

    • यही कारण है कि काम पूरा होने से पहले ही दूर-दूर से लोग आ रहे और प्रतिमा को घंटों तक निहारने के साथ तस्वीरें कैद कर ले जा रहे हैं।
    • प्रतिमा का निर्माण पूर्ण हो चुका है। रंग भरने का काम भी खत्म हो चुका है। फिलहाल नीचे की फर्श का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
    • प्रतिमा, गदा और यहां के चबूतरे में की गई विशेष नक्काशी भी लोगों को आकर्षित करती हैं। बताया गया कि इसी सप्ताह काम पूरा हो जाएगा।
    • इसके बनने से कोयलांचल के साथ बोकारो की धरती को एक नए और बेहतरीन दार्शनिक स्थल के रूप में तेलो का यह दुर्गा मंडप समर्पित हो जाएगा।

    कैसे बनी राम भक्त हनुमान की प्रतिमा

    करीब एक करोड़ दस लाख की लागत से बन रही इस प्रतिमा में सीमेंट, छड़, तार, बालू का ही उपयोग किया गया है। दावा है कि झारखंड में पलामू के बाद यह हनुमान जी की सबसे ऊंची प्रतिमा है।

    40 बाई 40 वर्ग फीट क्षेत्र में इसका निर्माण किया गया है और करीब तीस फीट जमीन के अंदर इसकी नींव डाली गई है। निर्माण को लेकर दोनों पांव, गदा और पूंछ के लिए पिलर खड़े किए गए हैं।

    उसी में संरचनाओं को जोड़ते हुए निर्माण पूरा किया गया है। यह प्रतिमा करीब 2 किलोमीटर दूर से भी नजर आती है। खासकर तेलो रेलवे स्टेशन के साथ मुख्य सड़क से भी राहगीर इसके दर्शन कर सकते हैं।

    2022 में रखी थी नींव, ओडिशा के कारीगरों का कमाल

    • बताया गया है कि एक जुलाई 2022 को इस मूर्ति के निर्माण के लिए तत्कालीन शिक्षा मंत्री रहे दिवंगत जगरनाथ महतो ने नींव रखी थी। महतो उस समय कोरोना से ग्रसित थे और चेन्नई से ठीक होकर लंबे समय बाद क्षेत्र में लौटे थे।
    • पूर्व मंत्री के साथ ग्रामीणों व आस-पास के लोगों के सहयोग से इसका निर्माण शुरू हुआ था। इसे बनाने का जिम्मा रांची के एक ठेकेदार मुमताज को दिया गया, जिनकी देखरेख में काम चला।
    • हालांकि, इसमें काम करने वाले सभी दो दर्जन कारीगर ओडिशा के हैं और इनके मुखिया विकास रंजन पात्रा हैं, जो इंजीनियरिंग कर चुके हैं।

    मैंने इंजीनियरिंग के बाद नौकरी की, फिर कुछ समय बाद छोड़ दी और कला संस्कृतियों में झुकाव होने के कारण इस क्षेत्र से जुड़ गया। मेरे साथ मिलकर कारीगर अब तक दो दर्जन से ज्यादा छोटी-बड़ी प्रतिमाएं और स्टैच्यू बना चुके हैं। अब तक हमने जितनी प्रतिमाएं बनाई हैं, उनमें यह सबसे उम्दा और आकर्षक है। जगरनाथ महतो के निधन के बाद निर्माण कार्य रुक गया था, लेकिन फिर उनके पुत्र अखिलेश उर्फ राजू महतो ने सहयोगियों के साथ तालमेल करके काम शुरू कराया। - विकास रंजन पात्रा, इंजीनियर

    यहां की रामनवमी भी विख्यात, इसे बनाया जाएगा पर्यटनस्थल

    स्थानीय निवासी गणेश बरनवाल, जगदीश रजक, जवाहर महतो, योगेंद्र महतो आदि ने बताया कि वर्षों से यहां हनुमान मंदिर बनाने को लेकर मंथन हो रहा था।

    लेकिन दिवंगत जगरनाथ महतो के नेतृत्व में और लोगों के सहयोग से आखिर 51 फीट की प्रतिमा बनाने की निर्णय हुआ।

    आज यह बनकर तैयार है। उन्होंने बताया कि तेलो में पहले से महादेवगढ़ा का शिव-पार्वती मंदिर विख्यात है। अब हनुमान जी की भव्य प्रतिमा बन जाने से लोगों को एक और सुंदर दार्शनिक स्थल मिलेगा।

    इसके साथ क्षेत्र को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग भी रखी गई है। निर्माणकर्ताओं का दावा है कि यह प्रदेश की दूसरी सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा है।

    पलामू में इससे ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया गया है। पलामू में बनी बजरंगबली की प्रतिमा करीब 105 फीट ऊंची है।

    उन्होंने बताया कि तेलो की रामनवमी विख्यात है और यहां इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा।

    यह भी पढ़ें

    Bajrang Baan: मंगलवार के दिन पूजा के समय करें बजरंग बाण का पाठ, आर्थिक तंगी से मिलेगा छुटकारा

    Lord Hanuman Puja: शनिवार के दिन करें श्री बजरंग बाण का पाठ, यहां जानें इसके नियम

    comedy show banner