उधमपुर में ढाई लाख में बनेंगे रावण-कुंभकरण और मेघनाद, दशहरा की भव्य आयोजन की तैयारी शुरू
उधमपुर में दशहरा उत्सव की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इस वर्ष सुभाष स्टेडियम में होने वाले पर्व में कुछ नए बदलाव देखने को मिलेंगे जिसमें रावण कुंभकरण और मेघनाद के पुतले आकर्षण का केंद्र होंगे। एडीसी प्रेम सिंह ने विभिन्न विभागों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सभी को आवश्यक निर्देश दिए। दशहरा उत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

जागरण संवाददाता, उधमपुर। उधमपुर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दशहरा उत्सव को भव्य आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दशहरा उत्सव समिति की माने तो इस बार लोगों को दशहरा उत्सव में कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। इस वर्ष सुभाष स्टेडियम में आयोजित होने वाले दशहरा पर्व पर कुल साढ़े तीन से चार लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है।
इनमें से लगभग ढाई लाख रुपये केवल रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों पर खर्च होंगे। इस बार भी 35 फीट ऊंचा रावण और 30-30 फीट ऊंचे कुंभकरण व मेघनाद के पुतले तैयार किए जा रहे हैं। समिति ने कारीगरों को आर्डर दे दिया है और मंगलवार तक ये पुतले उधमपुर पहुंच जाएंगे।शनिवार को एडीसी प्रेम सिंह दशहरा उत्सव समिति के पदाधिकारियों व विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ दोपहर 12.30 बजे सुभाष स्टेडियम पहुंचे।
जहां उन्होंने पुतले लगाने की जगह, दर्शकों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग, वीआइपी और आम दर्शकों के बैठने की व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन, पेयजल और बिजली की सप्लाई सहित तमाम प्रबंधों की समीक्षा की। इस अवसर पर दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष विक्रम सलाथिया ने बताया कि इस बार बैठक में मिले सुझावों को ध्यान में रखते हुए तैयारियों में कुछ बदलाव किए गए हैं, ताकि दशहरा उत्सव को और भी व्यवस्थित और यादगार बनाया जा सके।
उन्होंने लोगों से बढ़ चढ़ कर दशहरा उत्सव में शामिल होकर इसकी शोभा बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि इस बार लोगों को कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। दशहरा उत्सव स्थल पर पुतलों के दहन से पहले हर बार की तरह आतिशबाजी का नजारा देखने को मिलेगा।
स्वागत द्वार, झंडे लगाए जाएंगे। इस दशहरा उत्सव के दौरान समारोह स्थल पर संचालन की जिम्मेदारी समाजसेवी एडवोकेट स्वतंत्र देव कोतवाल को सौंपी गई है। वहीं परंपरा के अनुसार श्री राम कला केंद्र चबूतरा बाजार से शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें भगवान राम, लक्ष्मण और अन्य पात्रों के रूप में सजे कलाकार शामिल होंगे।
शोभायात्रा सुभाष स्टेडियम पहुंचने के बाद सूर्यास्त से पहले बुराई के प्रतीक तीनों पुतलों को अग्नि भेंट कर दी जाएगी और दशहरा पर्व उल्लासपूर्वक मनाया जाएगा। दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष विक्रम सलाथिया ने कहा कि दशहरा केवल धार्मिक पर्व ही नहीं बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत और समाज में एकजुटता का संदेश देने वाला उत्सव है। उन्होंने सभी लोगों से अपने परिवारों सहित उत्सव में शामिल होने की अपील की।
इस अवसर पर एडीसी उधमपुर प्रेम सिंह ने बताया कि दशहरा उत्सव दो अक्टूबर को मनाया जाएगा। जिसे लेकर आज वह विभागों व दशहरा उत्सव समिति के पदाधिकारियों के साथ दशहरा उत्सव के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाओं का जायजा लेने यहां पहुंचे हैं। ताकि सभी विभागों को पता चल सके कि उनको क्या क्या का जिम्मेदारी किस तरह से निभानी है। सभी विभागों को जरूरी प्रबंधों के निर्देश दे दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, पानी, बिजली और अन्य व्यवस्थाओं का जिम्मा विभागों को सौंपा गया है ताकि दशहरा उत्सव धूमधाम और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके। इस अवसर पर चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज उधमपुर के अध्यक्ष शाम स्वरूप कलसोत्रा, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष डा. जोगेश्वर गुप्ता, धर्मवीरगुप्ता, माम चंद मित्तल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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