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    जम्मू-कश्मीर में अब AI से होगा आतंकवाद का सफाया, सुरक्षाबलों को दी गई खुली छूट

    Updated: Tue, 17 Jun 2025 09:41 AM (IST)

    उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करना हमारी प्राथमिकता है। सुरक्षाबलों को आतंकियों से निपटने की खुली छूट है। उन्होंने खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकरोधी अभियान चलाने और ओजीडब्ल्यू नेटवर्क को खत्म करने का आह्वान किया। उपराज्यपाल ने पुलिस से सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करने पर भी जोर दिया।

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    आतंकवाद के सफाये में एआई का होगा इस्तेमाल: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा।

    जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। आतंकियों और उनके पारिस्थितिकी तंत्र से निपटने के लिए सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी है। साथ ही उन्होंने खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकरोधी अभियान चलाने और ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क को खत्म करने का आह्वान किया।

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    साथ ही उपराज्यपाल ने एआई के इस्तेमाल पर भी जोर दिया। सोमवार को शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी ऊधमपुर में पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) के 17वें और उप-निरीक्षकों (पीएसआइ) के 26वें बैच के दीक्षा समारोह में उपराज्यपाल संबोधित कर रहे थे। 49 पुलिस उपाधीक्षकों और 1,112 पुलिस उपनिरीक्षकों की पासिंग आउट परेड की समीक्षा करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पुलिसकर्मियों को शांति, विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हर प्रयास करने होंगे।

    उन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर कर्मियों और अधिकारियों पर गर्व है। उन्होंने देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि पूरा देश हमारे पुलिस बल को पेशेवर क्षमता, कई मोर्चों पर सुरक्षा चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपटने और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सम्मान की दृष्टि से देखता है।

    उन्होंने पुलिस से सुरक्षा खतरों का मुकाबला करने, कट्टरवाद रोकने व प्रतिकूल परिस्थितियों पर विजय पाने के लिए डेटा संग्रह और विश्लेषण की अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने पर जोर दिया।

    हर स्थिति से निपटने के लिए किया पारंगत

    ऊधमपुर पुलिस अकादमी के निदेशक गरीब दास ने कहा कि पास-आउट अधिकारियों को नए आपराधिक कानूनों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), साइबर अपराध, नार्को-आतंकवाद, सामान्य युद्ध, फील्ड क्राफ्ट और रणनीति, आतंकरोधी, मानवाधिकार और कानून-व्यवस्था में उच्च दक्षता प्रदान की है।