नए साल पर भी कम नहीं होगी मां वैष्णो देवी के भक्तों की परेशानी, प्रदर्शनकारियों की बढ़ी हड़ताल
नए साल में माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं की परेशानी कम नहीं होगी क्योंकि रोपवे परियोजना के विरोध में जारी हड़ताल को दो दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। हड़ताल की वजह से माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या में भी कमी आई है। बता दें कि इसका विरोध कर रहे संघर्ष समिति के 18 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
संवाद सहयोगी, कटड़ा। श्री माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर ताराकोट क्षेत्र से सांझीछत्त तक रोपवे परियोजना के निर्माण के विरोध में कटड़ा व भवन मार्ग पर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान व घोड़ा, पिट्ठू, पालकी सेवाएं सोमवार को छठे दिन भी बंद रहीं। इससे श्रद्धालु भारी परेशानी से जूझ रहे हैं।
मुश्किल यह है कि संघर्ष समिति ने अपने बंद को दो दिन और बढ़ा दिया है। यानी 31 दिसंबर व नव वर्ष के पहले दिन भी कटड़ा आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों से दो-चार होना पड़ेगा।
हड़ताल से श्रद्धालुओं की संख्या में कमी
इन्हीं दो दिन पूरे वर्ष में सबसे ज्यादा श्रद्धालु आते हैं। प्रतिदिन यात्रा 35 से 40 हजार के बीच रहती है, लेकिन पिछले छह दिन से बंद व हड़ताल से यात्रा का प्रतिदिन आंकड़ा 21 से 25 हजार के बीच चल रहा है, हालांकि बंद के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है।
इस बीच, हिरासत में लिए गए संघर्ष समिति के सदस्यों को रिहा करने की मांग को लेकर कटड़ा मुख्य बस स्टैंड पर स्थानीय आठ युवाओं की भूख-हड़ताल जारी रही और अन्य लोग उनके समर्थन में बैठे रहे।
जानें क्या है पूरा मामला
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा मार्ग पर रोवपे परियोजना बना रहा है। बोर्ड का कहना है कि इस परियोजना से विशेषकर बुजुर्गों व दिव्यांग श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। वहीं, स्थानीय संघर्ष समिति का तर्क है कि इस परियोजना से कई घोड़ा, पिट्ठू, पालकी वाले व यात्रा से जुड़े लोग बेरोजगार हो जाएंगे और यह परियोजना आस्था से भी खिलवाड़ है।
इसी मुद्दे पर बोर्ड व संघर्ष समिति आमने-सामने हैं और समिति के करीब 18 सदस्यों को हिरासत में भी लिया गया है। इस मामले में राजनीति भी गर्म है। संघर्ष समिति ने पहले 72 घंटे के बंद का आह्वान किया था। इसके बाद बंद को तीन बंद बढ़ाया गया।
सोमवार बंद के अंतिम दिन शालीमार पार्क में प्रशासन तथा श्राइन बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान स्थानीय भाजपा विधायक बलदेव राज शर्मा व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष विमल इंदू आदि भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
विधायक बलदेव राज शर्मा ने कही ये बात
विधायक बलदेव राज शर्मा ने कहा कि दो मांगों में से एक मांग को मान लिया गया है, जिसमे सिक्स लेन कारिडोर कटड़ा के निर्माणाधीन बस अड्डा के पास ही रहेगा, इसे ताराकोट मार्ग तक नहीं बढ़ाया जाएगा, जिसका आश्वासन केंद्र के शीर्ष नेतृत्व में दिया है।
अलबत्ता, रोपवे परियोजना को लेकर लंबी लड़ाई लड़ने की जरूरत है, जिसको लेकर वह संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ हैं। समिति जो फैसला करेगी वह उन्हें मान्य होगा। देर शाम को बनी के विधायक डा. रामेश्वर भी हड़ताल के समर्थन में पहुंचे। प्रदर्शन समाप्त होने के बाद शाम पांच बजे जैसे ही लोग मुख्य बस अड्डा की ओर जाने लगे तो पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
सदस्यों की रिहाई के लिए जारी है भूख हड़ताल
मुख्य बस अड्डा पर श्रीधर चौक पर छह दिन से भूख हड़ताल पर बैठे युवा सिद्धांत सादोत्रा, ईशान पादा, रोहित स्मोत्रा, नकुल डोगरा, रोहित, अचित शर्मा, शिव परोच, मानिक परोच आदि ने कहा कि जब तक संघर्ष समिति के सदस्य रिहा होकर उनके पास नहीं आते तब तक भूख हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। इस बीच, रोहित की हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। इस बीच, समिति के अध्यक्ष बलिराम राणा ने घोषणा की कि बंद तथा प्रदर्शन एक जनवरी तक जारी रहेगा।
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लंगर व अन्य सेवाएं जारी
हड़ताल से घोड़ा, पिट्ठू, पालकी सेवाएं न मिलने से श्रद्धालुओं को पैदल ही यात्रा करनी पड़ रही है। श्राइन बोर्ड की ओर से हेलीकाप्टर सेवा, बैटरी कार व भवन से भैरो घाटी तक रोपवे सेवा जारी है। बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कटड़ा में दो लंगर भी शुरू किए गए हैं।
बाणगंगा, ताराकोट मार्ग व सांझीछत्त में भी लंगर के साथ बोर्ड के सभी भोजनालय जारी हैं। हरियाणा से आए श्रद्धालुओं के कटड़ा में कई जगह लंगर चल रहे हैं। ये श्रद्धालु हर वर्ष लंगर सेवा करते हैं। श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक होने से परेशानी भी हो रही है।
वार्ता अंतिम दौर में, आज रिहा हो सकते हैं सदस्य
कटड़ा के शालीमार पार्क में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के अध्यक्ष बलिराम राणा ने कहा कि समिति के सदस्यों को रिहा करने को लेकर वार्ता अंतिम दौर में पहुंच गई है।
प्रदर्शनकरियों को बस अड्डे पर जाने से रोकने के दौरान एसडीएम पीयूष ने भी आश्वासन दिया कि समिति के सदस्यों की रिहाई को लेकर कार्यवाही जारी है, जल्द सदस्य रिहा होंगे। सूत्रों के अनुसार, नव वर्ष से पहले सभी सदस्यों को रिहा कर हड़ताल को समाप्त कराया जा सकता है।
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