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    जिला किश्तवाड़ के लियोंडी पाडर में माता शीतला मंदिर में जागरण के दौरान मकान की छत गिरी, 5 महिलाएं घायल

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 07:11 PM (IST)

    किश्तवाड़ के पाडर में माता शीतला मंदिर में जागरण के दौरान एक मकान की छत गिरने से पांच महिलाएं घायल हो गईं। मंदिर इलाके की कुल देवी मानी जाती है और हर साल यहां जगराता होता है। छत पर अधिक भार होने के कारण हादसा हुआ। घायलों को अस्पताल में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।

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    प्रशासन ने कच्चे मकानों की छत का उपयोग न करने की चेतावनी दी है।

    संवाद सहयोगी, जागरण, किश्तवाड़। किश्तवाड़ ज़िला के पाडर इलाके के लियोंडी गांव के माता शीतला मंदिर मैं वार्षिक जागरण का आयोजन हो रहा था क्योंकि यह माता शीतला इलाके की कुल देवी मानी जाती है और हर वर्ष यहां पर 14 सितंबर को जगराता किया जाता है।

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    तभी एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी कार्यक्रम के दौरान मन्दिर के साथ हीं कच्चे मकान की छत पर बैठे लोगों के अत्यधिक भार के कारण संदीप सिंह पुत्र गोरी लाल निवासी लियोंडी पाडर के कच्चे मकान की छत दस गई जीसके परिणाम स्वरूप, पांच महिलाओं को चोटें आईं।

    जब ये हादसा हुआ तो सभी लोग माता के भजनों में हैं व्यस्त थे लेकिन जैसे ही चीखने चिल्लाने की आवाजें आने लगीं तो सभी लोगों का ध्यान उस तरफ चला गया यहाँ से आवाज़ आ रही थी।

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    जैसे ही लोगों को यह पता चला साथ वाले मकान की छत गिर गई है और में बहुत सारे लोग मलबे में दब गए तो एकदम से जगराते में भजन कीर्तन बंद हो गया और सभी लोगों का ध्यान उस तरफ? चला गया और बहुत सारे लोग वहां पर राहत कार्य में जुट गए।

    रात का समय था तो लोगों ने तुरंत ही अपनी टार्चें जलाकर रोशनी का प्रबंध किया और बहुत सारे युवा उस मकान का मलवा निकालने में जुट गए जहाँ पर कुछ लोगों के दबे होने की खबर आ रही थी। जैसे जैसे मलवा हटता गया तो वैसे ही वहाँ से कुछ लोगों को निकाला गया जैसे ही लोगों को निकाला गया तो उनकी हालत देखकर उन्हें तुरंत अठोल के सब जिला अस्पताल की तरफ रवाना किया गया।

    हादसे की खबर मिलते ही गुलाबगढ़ से पुलिस भी तुरंत वहां पर रवाना हो गई लेकिन तब तक लोगों ने मकान का मलबा साफ कर लिया था और जो लोग वहां से फंसे हुए थे सभी लोगों को बाहर निकाल लिया था। मकान के अंदर तकरीबन एक दर्जन के लोग फंसे हुए थे लेकिन 5 महिलाओं को चोटें आई थीं।

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    पाडर के एसडीएम डाक्टर अमित कुमार भगत का कहना था कि प्राथमिक तौर पर जब हमें ये सूचना मिली तो हमने तुरंत ही वहां पर टीम ने रवाना कर दी लेकिन थोड़ी देर बाद जब यह पता चला कि इस हादसे में कुछ ज्यादा लोग घायल नहीं हैं और जो घायल हैं वह मामूली तौर पर इसलिए उनका अस्पताल में इलाज करने के बाद सोमवार सुबह घर के लिए छुट्टी देदी गई।

    अगर देखा जाए तो ये बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया क्योंकि पिछले दिनों पूरे इलाक़े में बहुत बारिशें हुई हैं जिनका पानी कच्चे मकानों में अभी भी रिस रहा है उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अभी किसी भी कच्चे मकान की छत का इस्तेमाल नहीं किया जाये। जिससे कि कोई नुकसान हो।

    जो लोग घायल हुए हैं उनका विवरण इस प्रकार है:

    • आशा देवी पत्नी रविंदर कुमार, निवासी लिओंडी पाडर, उम्र 23 वर्ष
    • सलोनी देवी पुत्री राकेश कुमार, निवासी सन्यास पाडर, उम्र 14 वर्ष
    • प्रिमला देवी पत्नी अवतार सिंह, निवासी सन्यास पाडर, उम्र 36 वर्ष
    • उषा देवी पत्नी किशोर कुमार, निवासी करथाई पाडर
    • शिल्पा देवी पुत्री धुनी चंद निवासी हामिद्रव पाडर उम्र 17 वर्ष। के रूप में की गई है